रोज़मर्रा की ज़िंदगी से कुछ टाइम अपनी हॉबी के लिए भी निकालें, ये आपके जीवन को तनाव मुक्त करने में मदद कर सकती है।
दोस्तों हर इंसान के जीवन में काम, ज़िम्मेदारियाँ और भागदौड़ का दबाव हमेशा बना रहता है। इस भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अक़्सर हम अपने शौक़ यानि हॉबी (Hobby) को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लेकिन सच तो यह है कि हॉबी केवल समय बिताने का साधन नहीं, बल्कि जीवन को संतुलित, रचनात्मक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाए रखने का सबसे सरल और प्रभावी माध्यम है।
आप नौकरी पर हों या बिज़नसमेन हों, रिसर्चर हों या सेल्समैन हों। जब भी आप अपने काम से घर वापस आते हैं तो निश्चित रूप से शारीरिक या दिमाग़ी तौर पर थके हुए महसूस करते हैं। फ़िर आप क्या करते हैं? वैसे अधिकांश लोग घर आकर या तो सोफे में धंस जाते हैं या फ़िर घर में ही टीवी के सामने जम जाते हैं।
मगर कुछ लोग अपने काम से आने के बाद अपने शौक़ के लिए समय निकालते हैं जैसे- पेंटिंग, गाने सुनना, किताब पढ़ना, कुछ लिखना या बाग़वानी करना या फ़िर कोई पसंदीदा खेल खेलना। सीधे तौर पर कहा जाए तो अपनी कोई अभिरुचि यानि कि शौक़ (Hobby) में अपना मन लगा लेते हैं।
हॉबी (Hobby) का अर्थ है– वह गतिविधि जिससे हमें ख़ुशी मिले, मन को शांति मिले और जिसमें हमें समय का पता ही न चले। जैसे- किताबें पढ़ना, पेंटिंग करना, संगीत सुनना, बाग़वानी, लेखन करना, खेलना, यात्रा करना, खाना बनाना आदि। जीवन में चाहे इंसान कितना भी व्यस्त क्यों न हो, उसे अपने शौक़ के लिए समय अवश्य निकालना चाहिए।
विशेषज्ञों का कहना है कि जब आप रचनात्मक कार्यों में लिप्त रहते हैं तो आपका मस्तिष्क अलग ऊर्जा से चीज़ों को अंजाम देता है। अपने व्यवसाय या नौकरी के तनाव को आप अपने शौक़ के ज़रिए आसानी से संतुलित कर सकते हैं। ये जान लीजिए कि आपकी विभिन्न अभिरुचियां या शौक़ आपके दैनिक तनाव को कम कर रोज़मर्रा के काम को बेहतर ढंग से अंजाम देने में विशेष मदद करते हैं।
आम लोगों की बात करें तो ऐसे लोग बिरले ही होंगे जो अपनी पसंद का काम करके पैसा कमा रहे होंगे। कोई फ़िर वो सरकारी नौकरी हो या प्राइवेट, बिज़नेस हो या कोई एग्रीमेंट वाला काम ही क्यूं न हो। इंसान अपनी जीविका चलाने के लिए अपना मन मारकर अपना कर्तव्य निभाता रहता है।
लेकिन अपने इस काम को लगातार एनर्जी के साथ करते रहने के लिए यदि वो किसी रचनात्मक काम यानि कि उसकी हॉबी के लिए समय निकालता है तो इससे उसके निजी जीवन में ऐसे अनेक फायदे हो सकते हैं जिसके बारे में उसने सोचा नहीं होगा। तो चलिए हम विस्तार से जानते हैं कि अपनी हॉबी को समय देने के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं -
1. मानसिक तनाव से मुक्ति-
आजकल कामकाजी जीवन, पढ़ाई का दबाव, पारिवारिक ज़िम्मेदारियाँ और प्रतियोगिता हर किसी को तनावग्रस्त कर देती हैं। ऐसे में जब इंसान अपनी हॉबी जैसे- गाना गाने, लिखने या पेंटिंग करने आदि में समय लगाता है तो उसका मन हल्का हो जाता है। आपकी hobby आपका तनाव कम करती है। मन की बेचैनी और नकारात्मक विचार दूर होते हैं। जिसके फलस्वरूप मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है।
2. आत्मविश्वास और संतोष की प्राप्ति-
जब हम अपने शौक़ को समय देते हैं तो हमें अपनी क्षमता और रचनात्मकता का एहसास होता है। मान लीजिए अगर आप अच्छी तस्वीर बनाते हैं या आप अच्छा गाना गाते हैं तो आपके इन पसंदीदा कामों से आपको गर्व और आत्मविश्वास महसूस होता है। यह आपको संतुष्टि देता है कि आप केवल काम या पढ़ाई तक ही सीमित नहीं हैं। बल्कि आप अन्य रचनात्मक कार्यों में भी व्यस्त रहते हैं। आपको अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। और ये छोटी-छोटी सफलताएँ आपका आत्मबल भी बढ़ाती हैं।
3. रचनात्मकता (Creativity) में वृद्धि-
हमारी हॉबी हमेशा हमारी रचनात्मक सोच को बढ़ावा देती है। लिखने का शौक़ रखने वाला व्यक्ति नए-नए विचारों से समृद्ध होता है। पेंटिंग या बाग़वानी करने वाला इंसान, रंगों और सौंदर्य का बेहतर कद्रदान बन जाता है। संगीत सुनने या बनाने वाला व्यक्ति अपनी भावनाओं को अच्छे ढंग से अभिव्यक्त कर पाता है।
इस प्रकार, हॉबी से इंसान का दिमाग़ नए दृष्टिकोणों से सोचने लगता है।
4. शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार-
आपके शौक़ यदि फिटनेस से जुड़े हैं। मान लीजिए खेलकूद, योग, नृत्य या जिम जाना आपको ख़ासा पसंद है। तब ये शौक़ आपके शरीर को सीधे-सीधे सक्रिय रखने में मदद करते हैं। इससे आपके शरीर की मांसपेशियाँ सक्रिय रहती हैं। मोटापा और आलस्य दूर होता है। ऊर्जा और ताज़गी का अनुभव होता है।अपनी रुचियों को समय देने से व्यक्ति का ब्लड प्रेशर भी कम होता है और उसका मूड भी सकारात्मक रहता है।
5. समय का सकारात्मक उपयोग-
अक़्सर लोग ख़ाली समय में टीवी, मोबाइल या सोशल मीडिया पर घंटों बर्बाद कर देते हैं। लेकिन अगर उसी समय को हॉबी में लगाया जाए तो उसका सकारात्मक परिणाम निकलता है। समय का सदुपयोग होता है।नयी स्किल सीखी जा सकती है। जीवन का हर पल सार्थक महसूस होता है।
6. सामाजिक जुड़ाव (Social Connection)-
कई हॉबी हमें दूसरों से जोड़ती हैं। जैसे- किसी को गाने का शौक़ है तो वह संगीत समूह में शामिल हो सकता है, किसी को खेल का शौक़ है तो टीम का हिस्सा बन सकता है। यदि आपके शौक़ सामाजिक जुड़ाव वाले हैं तो इससे नए नए दोस्त मिलते हैं। इससे आपसी समझ और सहयोग की भावना बढ़ती है। यहां तक कि अकेलापन और उदासी कम होती है।
7. व्यावसायिक अवसर (Career Opportunities)-
कभी-कभी हमारी हॉबी ही हमारा कैरियर बन सकती है। जैसे- फ़ोटोग्राफी का शौक़ रखने वाला पेशेवर फ़ोटोग्राफर बन सकता है। लिखने वाला लेखक या ब्लॉगर बन सकता है। खाना बनाने का शौक़ रखने वाला शेफ़ बन सकता है। इस तरह शौक़ न केवल जीवन को ख़ुशहाल बनाता है, बल्कि कमाई का साधन भी बन सकता है।
8. जीवन में संतुलन बनाए रखना-
यदि इंसान केवल काम में डूबा रहे तो वह जल्दी थक जाता है और बोरियत महसूस करने लगता है। हॉबी एक तरह से जीवन में संतुलन बनाए रखती है। यह काम और आराम के बीच संतुलन लाती है। जीवन को नीरस होने से बचाती है। हर दिन को उत्साहपूर्ण बनाती है।
9. सीखने और कौशल (Skill Development)-
हर हॉबी हमें कुछ नया सिखाती है। किताबें पढ़ने से ज्ञान बढ़ता है। संगीत से एकाग्रता और संवेदनशीलता आती है। यात्रा करने से अनुभव और समझदारी बढ़ती है। इस प्रकार शौक़ जीवन भर सीखने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।
10. ख़ुशहाल और सकारात्मक जीवन-
सबसे बड़ा लाभ यह है कि हॉबी हमें ख़ुश और संतुष्ट रखती है। जब हम वह काम करते हैं जो हमें पसंद है, तो हमारा मूड अच्छा रहता है। इससे परिवार और समाज के साथ संबंध बेहतर होते हैं। इंसान दूसरों के प्रति अधिक सहानुभूतिपूर्ण बनता है। हॉबी से जीवन के उतार-चढ़ाव को सहना आसान हो जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
जीवन केवल काम, पैसा और ज़िम्मेदारियों तक सीमित नहीं है। सच्चा जीवन वही है जिसमें मन की शांति, संतोष और ख़ुशी हो। और यह सब हमें अपनी हॉबी से मिलता है। यही सच है कि हमारी हॉबी हमें तनावमुक्त रखती है, हमारा आत्मविश्वास बढ़ाती है, रचनात्मक बनाती है और जीवन को सार्थक बनाती है।
इसलिए हर किसी को चाहे वह छात्र हो, नौकरीपेशा हो या गृहिणी हो। अपनी हॉबी के लिए समय ज़रूर निकालना चाहिए। यह केवल समय बिताने का साधन नहीं, बल्कि आपके के लिए जीवन जीने का एक सुंदर और सकारात्मक तरीक़ा है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि “हॉबी वह ऊर्जा है जो जीवन को नीरसता से बचाकर रंगों से भर देती है।”
(- By Alok Khobragade)
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