तोरई खाने के क्या क्या फ़ायदे हैं, तोरई की सब्ज़ी खाने के फ़ायदे तथा नुकसान, वैज्ञानिक नाम, (torai benefits in hindi, Advantages and disadvantages of ridge gourd in hindi)
दोस्तों, आज हम जिस सब्ज़ी के बारे में बात करने वाले हैं वो अपने आप में बहुत से विटामिन, प्रोटीन और मिनरल से भरी पड़ी है। ये बात अलग है कि जहां ये कई लोगों की फेवरेट होती है तो वहीं कई लोग इसे खाने में नाक मुंह भी सिकोड़ते हैं।
प्रकृति ने सारी सब्ज़ियों और फलों को अनेक पौष्टिक ख़ज़ानों से सम्पन्न बनाया है। उन्हीं में से एक है गिलकी की सब्ज़ी। गिलकी (Gilki) को पकाने और पचाने दोनो में ही कम समय लगता है। तभी तो गिलकी की सब्ज़ी को छोटे बच्चे, बुजुर्ग और हॉस्पिटल में मरीजों को भी एक नियत मात्रा में देने की सलाह दी जाती है।
वाकई गिलकी एक ऐसी सब्ज़ी है जो आसानी से डाइजेस्ट हो जाती है। इसे बनाने में समय भी कम लगता है। गिलकी को ब्लड प्यूरीफायर के नाम से जाना जाता है। ये बॉडी से टॉक्सिन्स बाहर निकालती है जिससे स्किन में निखार आता है। इसमें मौजूद विटामिन, पोटेशियम और आयरन शरीर में होने वाली खून की कमी को पूरा करते हैं।
वैसे तो गिलकी (तुरई) पूरे भारत में उगाई और खाई जाती है। लेकिन यह भारत में उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में अधिक प्रचलित है। गिलकी के पत्ते, डाली और जड़ आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में उपयोग किए जाते हैं। यह एक ऐसा औषधीय पौधा है जिसका उपयोग ज़ुकाम, बुखार, खांसी, पेट दर्द और अन्य रोगों के इलाज में किया जाता है। गिलकी को सुखाकर इसके पाउडर का सेवन घी या दूध के साथ मिलाकर किया जाता है।
तोरई या तुरई या गिलकी का वैज्ञानिक नाम लूफ्फ़ा एक्यूटेंगुला (Luffa acutangula) है। इसका पौधा लता के रूप में होता है। जिसके फलों को सब्ज़ी बनाकर खाया जाता है। इसे अंग्रेज़ी में रिड्ज गार्ड (ridge gourd) या स्पंज गार्ड (sponge gourd) कहा जाता है। तो चलिए बिना देर किए जानते हैं कि तोरई खाने के क्या फ़ायदे हैं? (torai khane ke kya fayde hain?)
गिलकी की सब्ज़ी खाने के फ़ायदे (Advantages of ridge gourd in hindi)
तुरई की सब्ज़ी खाने के फ़ायदे (Gilki ki sabzi khane ke fayde) निम्न होते हैं -
1. वज़न घटाने में सहायक -
तुरई में कैलोरी कम लेकिन फ़ाइबर और पानी की मात्रा अधिक होती है। जिस कारण यह वज़न कम करने के लिए बहुत फ़ायदेमंद साबित होता है।
2. पाचन में सहायक -
तोरई (गिलकी) में फ़ाइबर की मात्रा अच्छी ख़ासी होती है। जिसके चलते आपकी पाचन क्रिया मज़बूत होती है। इसके सेवन से कब्ज़ भी दूर होती है।
3. हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक -
तुरई में पोटेशियम की उच्च मात्रा होती है, जो कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और हृदय संबंधी गड़बड़ियों को नियंत्रित कर उसकी कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करती है।
4. हाइड्रेशन में सहायक -
तुरई (torai) में पानी की मात्रा अधिक होती है, जिस कारण इसके सेवन से शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद मिलती है।
5. त्वचा और बालों के लिए फ़ायदेमंद -
तुरई में मौजूद विटामिन और खनिज त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। इसमें एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में भरपूर मदद करते हैं।
6. मधुमेह में लाभकारी -
तुरई का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो कि मधुमेह (diabetes) के रोगियों के लिए फ़ायदेमंद है। तुरई के सेवन से रक्त शर्करा (blood sugar) को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है।
7. लीवर और किडनी के लिए फ़ायदे -
तुरई हमारे शरीर के लिए विषहरण का काम करती है। यानि कि तोरई (torai) हमारे शरीर से विषैले तत्वों को निकालने में मदद करती है। इसका फ़ायदा सीधे सीधे लिवर और किडनी को मिलता है।
8. आंखों के लिए फ़ायदेमंद -
गिलकी में विटामिन A प्रचुर मात्रा में मौजूद होने के कारण आंखों के लिए बेहतर मदद मिलती है। इसके सेवन से आंखों की दृष्टि बेहतर होती है।
9. हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए -
तुरई में कैल्शियम और मैग्नीशियम होने के कारण यह हड्डियों के लिए बेहद फ़ायदेमंद होती है। जिन्हें हड्डियों में कमज़ोरी हो, उन्हें तो विशेष तौर पर गिलकी का सेवन करना चाहिए।
10. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना -
तुरई में विटामिन C, विटामिन A के साथ साथ मैग्नीशियम, फोलेट, पोटेशियम और फाइबर पाया जाता है। साथ ही प्रर्याप्त मात्रा में खनिज भी पाए जाते हैं। जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करते हैं। और शरीर को रोगों के संक्रमण से बचाते हैं।
इन सभी फायदों के कारण तुरई को अपने आहार में शामिल करना सेहत के लिए बहुत लाभकारी हो सकता है।तोरई की सब्ज़ी गरमी में ज़रूर खाना चाहिए। इससे शरीर को भरपूर पानी और ठंडक मिलती है। तोरई की तासीर ठंडी होती है।
दोस्तों आपने अभी जाना कि तुरई (turai) की सब्ज़ी न केवल टेस्टी होती है बल्कि सेहत के लिए भी काफ़ी फायदेमंद होती है। लेकिन कुछ लोगों को इसे खाने से परहेज करना चाहिए। वर्ना उन्हें तुरई की सब्ज़ी खाने के नुकसान झेलने पड़ सकते हैं। तो चलते लगे हाथ यह भी जान ही लेते हैं कि किन परिस्थितियों में तुरई (gilki) का सेवन नहीं करना चाहिए?
तुरई खाने के नुकसान (Disadvantages of ridge gourd in hindi)
बेशक तोरई एक हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर सब्ज़ी है, लेकिन कुछ ख़ास कंडिशन में इसे खाने से समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको नीचे बताई गई किसी भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो तोरई का सेवन करने से बचें या पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। तो आइए जानते हैं कि किन लोगों को तोरई का सेवन नहीं करना चाहिए? (Who Should Not Consume Ridge Gourd?)
1. एलर्जी से ग्रस्त लोग
कुछ लोगों को तुरई से एलर्जी हो सकती है, ऐसे में यदि वे तोरई का सेवन करते हैं तो उन्हें खुजली, सूजन, लाल चकत्ते या सांस लेने में तकलीफ़ हो सकती है। इसलिए अगर किसी को तोरई से एलर्जी हो रही हो तो उसे तुरई खाने से बचना चाहिए। वर्ना उन्हें turai ki sabji khane ke nuksan झेलने पड़ सकते हैं।
2. पेट की समस्या से ग्रसित लोग
वैसे तो तोरई में भरपूर मात्रा में मौजूद फाइबर, सामान्यतः पाचन तंत्र के लिए फ़ायदे मंद होता है। लेकिन, कुछ लोगों को तुरई में मौजूद अत्यधिक फ़ाइबर के कारण पेट में गैस, फूलन या डायरिया जैसी समस्या से जूझना पड़ सकता है। इसलिए जिन लोगों का पाचन गड़बड़ चल रहा है उन्हें तोरई का सेवन सीमित मात्रा में या बिल्कुल नहीं करना चाहिए। अत्यधिक मात्रा में तोरई खाने से भी पेट में गड़बड़ी, गैस या डायरिया हो सकता है। ख़ासकर जिन्हें उल्टी या दस्त की शिकायत हो, उन्हें तुरई के सेवन से बचना चाहिए।
3. गर्भवती महिलाओं को नुकसान
हालांकि तोरई पोषक तत्वों से भरपूर होती है, लेकिन गर्भवती महिलाओं को इसे ज़्यादा मात्रा में खाने से बचना चाहिए। इसका कारण यह है कि कुछ मामलों में तोरई में कड़वाहट हो सकती है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकती है। सीधे शब्दों में कहें तो प्रेगनेंट महिलाओं को यदि तुरई के नुकसान से बचना हो तो तुरई के अधिक सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि इसके अधिक सेवन से पेट में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है।
4. किडनी संबंधी समस्या से ग्रसित लोग
तोरई में पोटैशियम की मात्रा भरपूर होती है। लेकिन किडनी की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए पोटैशियम की यही भरपूर मात्रा नुकसानदायक हो सकती है। क्योंकि उनकी किडनी, पोटैशियम को ठीक से फ़िल्टर करने में असमर्थ होती है। इसलिए किडनी के रोगियों को, बिना किसी चिकित्सक की सलाह के तोरई का सेवन नहीं करना चाहिए।
5. ब्लड शुगर लेवल -
तुरई का सेवन कुछ लोगों में ब्लड शुगर लेवल को अचानक कम कर सकता है, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है इसलिए जिन्हें ब्लड शुगर की समस्या हो उन्हें विशेष तौर से गिलकी खाने से बचना चाहिए।
6. ऑक्सलेट सेंसिटिविटी
कुछ लोगों को ऑक्सलेट संवेदनशीलता होती है। तोरई में ऑक्सलेट की मात्रा होती है, जो कि किडनी स्टोन या अन्य समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिए ऑक्सलेट सेंसिटिविटी वाले लोगों को तोरई खाने से बचना चाहिए।
7. थायराइड की समस्या से ग्रसित लोग
तुरई का अत्यधिक सेवन थायरॉयड ग्रंथि के कार्यों पर असर डाल सकता है, ख़ासकर अगर पहले से ही थायरॉयड की समस्या हो। इसे हाइपोथायरायडिज्म की समस्या कहते हैं।
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8. पाचन की समस्या से ग्रसित लोग -
तुरई की उच्च फ़ाइबर वाली प्रकृति कुछ लोगों में पाचन समस्याओं को बढ़ा सकती है, विशेष रूप से अगर उनकी पाचन प्रणाली पहले से ही कमज़ोर हो। इसलिए जिनके साथ डायजेस्टिव इश्यूज़ हों उन्हें तुरई के सेवन से बचना ही चाहिए।
Disclaimer : इस लेख में हमने तोरई/गिलकी के बारे में जानकारी वही दी है जो हमने रिसर्च के दौरान सामान्य तौर पर पाया है। आपके साथ यदि स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या या गिलकी से जुड़ी किसी प्रकार की एलर्जी हो तो आप किसी विशेषज्ञ से सामान्य सलाह अनिवार्यतः लें।
निष्कर्ष (Conclusion) :
दोस्तों तुरई (गिलकी) का सेवन सामान्य मात्रा और संतुलित आहार के रूप में किया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए विशेष लाभकारी साबित हो सकती है। लेकिन यदि आपके साथ भी कुछ विशेष कंडीशन लागू होती है जिनका ज़िक्र हम ऊपर किया है, तो आपको गिलकी को अपने आहार में शामिल करने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह ज़रूर ले लेनी चाहिए।
बस हमेशा एक बात याद रखिए कि किसी भी चीज़ की अति हमेशा बुरी होती है। ठीक उसी तरह यदि आप अपनी डाइट में भी किसी चीज का इस्तेमाल अत्यधिक करेंगे तो निश्चित तौर पर आपको स्वास्थ्य संबंधी असंतुलन का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए गिलकी का सेवन भी अत्यधिक करने से बचें। विशेष रूप से तब, जब आपके साथ स्वास्थ्य सम्बन्धी कोई समाया पहले से ही हो।
उम्मीद है हमारा यह लेख तोरई खाने के फ़ायदे और नुकसान (torai khane ke fayde aur nuksan) आपको ज़रूर पसंद आया होगा। आपके पास गिलकी/तुरई से जुड़ी कोई विशिष्ट जानकारी हो तो बेझिझक कमेंट्स बॉक्स में साझा कर सकते हैं।
(- By Poonam)
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