दही खाने के बाद क्या क्या नहीं खाना चाहिए | Dahi khane ke baad kya kya nahi khana chahiye?
दोस्तों, दही खाने के शौक़ीन तो आप भी जरूर होंगे। दही में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिस कारण दही का सेवन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। वास्तव में दही बहुत फ़ायदेमंद है लेकिन अधिकांश तौर पर लोगों को यह मालूम नहीं होता है कि दही का सेवन कब करना चाहिए (dahi ka sevan kab karna chahiye?) ऐसी कौन कौन सी चीज़ें हैं जिनके साथ दही का सेवन करने से बचना चाहिए? इस लेख में हम यही चर्चा करने वाले हैं कि दही के साथ क्या नहीं खाना चाहिए (dahi ke sath kya nahi khana chahiye?)
दोस्तों, दही खाना बहुत लाभदायक होता है। लेकिन इसे सही समय और सही अनुपात में न लिया जाए तो यही दही, फ़ायदेमंद होने के बजाय हानिकारक भी हो सकता है। तो आइए दही को use करने के सही तरीक़े एवं सही समय क्या है? और दही खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए (dahi khane ke baad kya nahi khana chahiye?) जानते हैं -
(1) दही को चीनी या नमक के साथ न लें -
दही को चीनी या नमक के साथ लेना बहुत ही सामान्य बात हो गई है। लेकिन यदि दही को गुड़, मिश्री या शक्कर बुरा (शक्कर का पिसा हुए भाग) साथ सेवन किया जाए तो दही के फ़ायदे कई गुना बढ़ जाते हैं। और यदि दही को हम नमक या शक्कर के साथ लेते हैं तो यह फ़ायदे की जगह हमारे लिए घातक हो सकता है। यानि कि हमें दही के नुक़सान भोगने पड़ सकते हैं।
दही में पाए जाने वाले preservatives, आर्टिफिशियल कलर और पैकेजिंग व्यवस्था है। दही में चीनी और नमक प्रयोग से इसमें पाए जाने वाले लेक्टोबेसिलिस बैक्टीरिया, जो हमारे लिए बहुत फ़ायदेमंद है, वो नष्ट हो जाते है। और हमारे शरीर को फ़ायदे की जगह नुक़सान होने लगता है। जिसके कारण शरीर में अकारण खुजली, जलन, फोड़े फुंसी आदि समस्याएं हो सकती है। तो कोशिश करिए आज से दही को मिश्री या गुड़ के साथ ही प्रयोग करें।
(2) दही को रात में खाने से बचें -
बहुत से लोग दही को जब मन चाहा तभी use कर लेते हैं। जैसे कई लोग दही को बड़े चाव से रात्रि में कहीं रायता तो कहीं खट्टी मीठी लस्सी बना लेते हैं। जो कि समय अनुसार ग़लत प्रभाव डालता है। हमारे आयुर्वेद में तो प्रत्येक भोजन एवं तरल पदार्थ को ग्रहण करने का निश्चित एवं सही समय बताया गया है। जिसमें रात्रि के समय दही लेना पूरी तरह वर्जित है। ऐसा इसलिए क्योंकि रात्रि समय में कफ दोष बढ़ जाता है। जिसके कारण रात्रि में दही का सेवन करने से जल्दी से सर्दी-ज़ुकाम व एलर्जी हो सकती है। अतः कोशिश करें कि दही को सही समय पर ही लें।
(3) दूध और दही एक साथ कभी न लें -
दूध और दही का सेवन एक साथ कभी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से एसिडिटी, जी मचलाना, सीने में जलन, पेट का फूलना और दस्त की समस्या भी हो सकती है।
(4) दही के साथ आम का सेवन न करें -
दही खाने के साथ या तुरंत बाद आम का सेवन करना अत्यंत हानिकारक हो सकता है। ऐसा करने से शरीर में टॉक्सिन हो सकते हैं। यह आपके लिए एलर्जी का कारण भी बन सकता है।
(5) दही के साथ प्याज़ का सेवन न करें -
दही के साथ या तुरंत बाद प्याज़ का सेवन करना भी आपके लिए बेहद ख़तरनाक हो सकता है। इससे एलर्जी और स्कीन रिएक्शन का ख़तरा बढ़ सकता है। अक़्सर कई लोग दही में प्याज़ डालकर रायता बनाना पसंद करते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिहाज से हानिकारक है।
(6) दही को बूंदी और खीरा के रायते के संग न खाएं -
दही वास्तव में बहुत फ़ायदेमंद है। तभी तो बॉडी बिल्डिंग के लिए जिम ट्रेनर और डाइटीशियन, दही लेने की सलाह देते हैं। लेकिन हम दही को किसी तली हुई चीज़ जैसे बूंदी के साथ लेते हैं एवं इसमें नमक छिड़कते हैं तो यह बहुत ही हानिकारक हो जाता है। क्योंकि बूंदी भी डीप फ्राई होती है।
दही को तेल की चीज़ों के साथ खाने में नुक़सान होता है। दही पर नमक छिड़कने से ये और भी विषैला हो जाता है। कोशिश करें कि इसमें सेंधा नमक का use किया जाए एवं दही को खीरे के साथ प्रयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि खीरे की तासीर ठंडी होती है। जिसके कारण इसका मिश्रण बहुत ही नुक़सानदायक हो जाता है।
(7) अंडे और बैंगन के साथ दही का सेवन न करें -
अंडे को कई तरह की डिश बनाने में use किया जाता है। जिसमें कई तरह की सब्ज़ियां एवं अंडे का use भी किया जाता है जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। कई लोग दही की ग्रेवी बनाकर सब्जियों में use करते हैं। जो कि विषैले पदार्थ की तरह कार्य करता है।
(8) दही का सेवन करेले की सब्ज़ी के साथ न करें -
दही का सेवन करेले के साथ कभी न करें। अगर आप करेला खाने के साथ या तुरंत बाद दही खाते हैं तो आपको स्कीन रैशेज की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
(9) दही को फिश, केला या खट्ठे फलों के साथ खाना -
दही को अक़्सर लोग खट्टे मीठे फल, केला या मछली के साथ सेवन करते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़्यादा हानिकारक है। दही और मछली दोनों ही प्रोटीन से भरपूर हैं जिस कारण अपच और स्कीन से जुड़ी समस्याएं हो सकती है।
(10) दही को गर्म करके कभी न खाएं -
कई लोग दही को सामान्य ताप पर लाने लिए उसे गरम करते हैं। जिसके कारण दही में उपस्थित आवश्यक बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं। अतः जो दही शरीर के लिए लाभदायक होता है वही दही सेहत के लिए विषैला बन जाता है। दही को गरम करने से दही के सम्पूर्ण पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं। एवं दही फ़ायदे की जगह नुक़सान देह साबित होता है। चूंकि दही की तासीर गर्म होती स दही को गरम करने से ये और भी गरम तासीर का हो जाता है।
दही खाने का सही समय क्या है | दही का सेवन कब करना चाहिए?
वैसे तो दही को दिन के समय कभी भी खाया जा सकता है। लेकिन दही को खाने के लिए कुछ विशेष नियम बताए गए हैं जो की निम्नलिखित हैं -
1. दही का सेवन नाश्ते के बाद या कुछ खाने के बाद ही करना चाहिए। क्योंकि ख़ाली पेट दही खाने से कुछ लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
2. दही को रोज़ाना के बजाय 1 या 2 दिन के अंतराल में खाना चाहिए। क्योंकि दही अपने आप में बहुत शक्तिशाली फूड है। जिसे हज़म करने के लिए भी शरीर को एक्स्ट्रा एनर्जी लगाना होती है। जो सभी के शरीर के अनुसार अलग अलग होती है।
3. दही का सेवन आप हर मौसम में आसानी से कर सकते हैं। सिवाय बरसात के। क्योंकि बरसात में गाय भैंसें जिस घास या भूसे का सेवन करती है। उसमे बरसात कारण कीड़े या अन्य हानिकारक पदार्थों का संक्रमण का ख़तरा भी बना रहता है। जो सीधे उनके द्वारा दूध या दही में भी आ जाते हैं। जिसका सेवन करने से हमें भी संक्रमण होना का ख़तरा बढ़ जाता है। तभी तो सेवन के महीने में विशेष तौर पर सावन सोमवार को दूध या दही का डायरेक्ट सेवन करने के लिए मनाही होती है।
उम्मीद है आपने इस लेख के माध्यम से "दही के तुरंत बाद क्या नहीं खाना चाहिए (dahi ke turant baad kya nahi khana chahiye?) अच्छी तरह जान लिया होगा। आशा करते हैं आप दही के साथ वर्जित इन चीज़ो का सेवन करने से परहेज़ ज़रूर करेंगे।
(- By Poonam)
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