नेटवर्क मार्केटिंग में लोग फेल क्यों होते हैं, नेटवर्क मार्केटिंग में फेल होने का कारण क्या है, (Network marketing me growth kyu nahi hoti, Reasons why people fail in network marketing in hindi)
नेटवर्क मार्केटिंग (Network Marketing) जिसे मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) भी कहा जाता है, एक ऐसा व्यवसाय मॉडल है जिसमें कम्पनी के उत्पादों को डायरेक्ट, ग्राहकों तक पहुंचाया जाता है। साथ ही उत्पाद बेचने और अन्य व्यक्तियों को इसमें शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
इस व्यवसाय में जुड़ने वाले लोगों को मार्केटर या डिस्ट्रीब्यूटर कहा जाता है। इसमें distributors द्वारा ख़रीदे गए उत्पादों पर कमीशन मिलता है और साथ ही उनके द्वारा ज्वॉइन कराए गए सदस्यों द्वारा ख़रीदे गए उत्पादों पर भी। इसी तरीके से कंपनी से जुड़े अन्य लोगों को भी उनके लेवल्स के अनुरूप आय प्राप्त होती है।
दोस्तों आज के समय में नेटवर्क मार्केटिंग से अनेक लोग बेहतर से बेहतर पैसा और नाम कमा रहे हैं। स्मार्ट लाइफ़ और स्मार्ट इनकम, वह भी बिना किसी ऑफिस या दुकान के। नेटवर्क मार्केटिंग के इसी जादू को देखकर, जल्दी से अमीर बनने के सपने लिए, असंख्य लोग MLM की दुनिया में पदार्पण कर लेते हैं। लेकिन कुछ ही दिनों बाद उन्हें निराशा हाथ लगती है।
इतने उत्साह से काम करने के बाद भी उन्हें नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता क्यों नहीं मिल पाती? (Network marketing me safalata kyu nahi mil pati?) इस लेख के माध्यम से हम यही जानने वाले हैं कि नेटवर्क मार्केटिंग के फेल होने का कारण क्या है? इस लेख के माध्यम से असफलता के प्रमुख कारणों को हम विस्तार से समझने का प्रयास करेंगे। साथ ही उन ख़ास पहलुओं पर ध्यान देंगे जो नेटवर्क मार्केटिंग में असफलता और सफलता दोनों को प्रभावित करते हैं।
नेटवर्क मार्केटिंग में असफलता के कारण (Reasons for failure in network marketing in hindi)
नेटवर्क मार्केटिंग (Network Marketing) कई कारणों से असफल हो सकती है, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण (network marketing me asafal hone ke karan in hindi) निम्नलिखित हैं -
1. अवास्तविक उम्मीदें :
लोग अक्सर तेज़ी से अमीर बनने की उम्मीद लेकर नेटवर्क मार्केटिंग में प्रवेश करते हैं। नेटवर्क मार्केटिंग में तुरंत पैसा कमाया जा सकता है, लेकिन इसमें समय, मेहनत और धैर्य और निरंतरता की आवश्यकता होती है।
अवास्तविक अपेक्षाएँ और धैर्य की कमी, लोगों को जल्दी हार मानने और व्यवसाय को बीच में छोड़ने को मजबूर कर देती है। दरअसल नेटवर्क मार्केटिंग के लिए समर्पण और एक लंबी अवधि की दृष्टि महत्वपूर्ण होती है, लेकिन अक्सर लोग इसे जल्दबाज़ी में छोड़ देते हैं।
2. सही ट्रेनिंग और मार्गदर्शन का अभाव :
नेटवर्क मार्केटिंग में सफल होने के लिए सही रणनीति प्रशिक्षण एवं उचित मार्गदर्शन की बहुत बड़ी भूमिका होती है। यदि व्यक्ति को मार्केटिंग के उचित तरीके और रणनीतियाँ न सिखाई जाएं, तो वह अपने प्रयासों को सही दिशा में निर्देशित करने में असफल हो सकता है।
कंपनियाँ यदि अपने नए सदस्यों को पर्याप्त प्रशिक्षण और समर्थन देने में असमर्थ होती हैं तो ऐसे सदस्य उस कंपनी के लिए नेटवर्क मार्केटिंग करने में सफल नहीं हो पाते हैं। नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता के लिए आवश्यक है कि नए लोगों को सही प्रशिक्षण के साथ साथ सही मार्गदर्शन भी मिले ताकि वे उत्पादों को ठीक से समझ सकें और उन्हें प्रभावी ढंग से बेच सकें।
3. गलत प्रोडक्ट या कंपनी का चुनाव :
नेटवर्क मार्केटिंग में सफल होने के लिए सही कंपनी और सही उत्पाद का चुनाव करना बहुत ज़रूरी है।
यदि कंपनी के उत्पाद (product) या उसकी सर्विस में उच्च गुणवत्ता नहीं है, तो लोग इसे ख़रीदने या प्रमोट करने में रुचि नहीं दिखाते हैं। यदि व्यक्ति ऐसी कंपनी के साथ जुड़ता है जिसके उत्पादों की मांग नहीं है या जिनकी गुणवत्ता अच्छी नहीं है, तो वह ग्राहकों को आकर्षित करने में असफल हो जाती है।
इसके अलावा, कुछ कंपनियाँ अवैध होती हैं या उनकी योजनाएँ पिरामिड स्कीम जैसी होती हैं, जो कि गैरकानूनी हैं। ऐसी कंपनियों में शामिल होना व्यक्ति के लिए जोख़िम से भरा हो सकता है। और तो और ऐसी कंपनियां कानूनी समस्याओं में उलझकर कभी भी बंद हो जाती हैं। जिसका दुष्परिणाम उनसे जुड़े सदस्यों को भुगतना पड़ता है।
4. ओवरसैचुरेशन की स्थिति :
जब बहुत से लोग एक ही नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी के साथ जुड़ जाते हैं, तो मार्केट में ओवरसैचुरेशन हो जाता है, जिससे नए सदस्यों के लिए ग्राहक जुटाकर कंपनी से जोड़ना कठिन हो जाता है। दरअसल आपस में ही, एक ही तरह के लोग, जैसे कि रिश्तेदार, दोस्त, मोहल्ले, गांव या गली में रहने वाले लोग अलग अलग डिस्टीब्यूटर्स के साथ अजीबो ग़रीब तरीके से जोड़ दिए जाते हैं।
इसका परिणाम यह होता है कि वे एक जगह पर साथ रहकर भी, एक साथ मिलकर बिज़नेस को आगे बढ़ाने में दिलचस्पी नहीं ले पाते हैं। जिस कारण उस जगह विशेष में मार्केटिंग को लेकर निराशा और लगातार नकारात्मकता फैलने लगती है। इसलिए नए सदस्यों को उचित मार्गदर्शन दिया जाना ज़रूरी होता है।
5. मार्केटिंग को लेकर लोगों की ग़लतफहमी :
सामान्यतया नेटवर्क मार्केटिंग को सिर्फ़ पिरामिड स्कीम (pyramid scheme) के साथ मिलाकर देखा जाता है, जिस कारण लोगों में नेटवर्क मार्केटिंग का नाम सुनते ही प्रतिकर्षण का भाव जागने लगता है। नेटवर्क मार्केटिंग करने वाली कम्पनी में लोगों का विश्वास कम होता है। इसलिए लोग यहां जुड़ने से हिचकिचाते हैं।
6. पारिवारिक व सामाजिक रिश्तों का बिगड़ना :
नेटवर्क मार्केटिंग का आधार ही व्यक्तिगत नेटवर्क और अपने आपसी संबंध होते हैं। नेटवर्क मार्केटिंग में जुड़ते ही लोगों को अक्सर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी प्रोडक्ट्स बेचने या उन्हें कंपनी में शामिल करने की कोशिश करनी पड़ती है। जिसके चलते आपसी संबंधों में तनाव आने लगता है। जिसके चलते लोग इसे जारी रख पाने में हिचकिचाने लगते हैं और आगे प्रयास करना छोड़ देते हैं।
हालांकि सफल व्यक्ति अपने व्यक्तिगत संबंधों का उपयोग करते हुए व्यवसाय को बढ़ावा देते हैं, लेकिन यदि कोई व्यक्ति अपने नेटवर्क का सही ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है तो समझो वह अपने संबंधों को ख़राब ही करता है। यदि व्यक्ति अपने करीबी लोगों को उत्पादों या व्यवसाय के बारे में पूरे आत्मविश्वास और सच्चाई के साथ नहीं बता पाता है तो उसका नेटवर्क धीरे-धीरे कमज़ोर हो जाता है।
7. अनुशासन और निरंतरता की कमी :
नेटवर्क मार्केटिंग में नियमित व अनुशासन के साथ काम करना निहायत ही ज़रूरी होता है। कई लोग शुरुआत में तो अति उत्साहित रहते हैं, लेकिन समय के साथ उनका उत्साह कम हो जाता है। लोग इस बिज़नेस से उम्मीदें तो बड़ी बड़ी रखते हैं लेकिन इस बिज़नेस में अनुशासन व नियमितता बरतने से चुकने लगते हैं।
किसी भी कार्य में, चाहे वो परंपरागत व्यवसाय हो, नौकरी हो या खेती ही क्यों न हो। निरंतरता व अनुशासन के बिना सफल होना किसी भी प्रोफेशन में संभव नहीं होता है। अनुशासन के बिना, व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में असफल रहता है। उसी तरह नेटवर्क मार्केटिंग में भी निरंतर प्रयास और अनुशासन के साथ सकारात्मक दृष्टिकोण से ही लंबी अवधि में सफलता मिलती है।
8. स्थिर आय का ना होना :
यह एक कड़वा सच है कि नेटवर्क मार्केटिंग में शुरूआती चरणों में प्रायः स्थिर या नियमित आय नहीं हो पाती है। जबकि नेटवर्क मार्केटिंग में लोग जल्दी से जल्दी पैसा कमाने की चाह में आते हैं, और जब उन्हें तुरंत मुनाफ़ा नहीं मिलता, तो वे इसे छोड़कर चले जाते हैं।
दरअसल किसी नौकरी को ज्वॉइन करते समय एक नियत वेतन का मिलना तय हो जाता है। ठीक इसके विपरीत, नेटवर्क मार्केटिंग में ज्वॉइन करने के बाद शुरुआती दिनों में कम्पनी में नए सदस्यों को जोड़ना और प्रोडक्ट बेचना अनिवार्य होता है, तभी आय निश्चित हो पाती है। लोग इसमें यही धैर्य रख पाने में असमर्थ होते हैं।
9. उत्पाद की बिक्री पर ध्यान न देना :
कई बार लोग केवल नेटवर्क को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं और उत्पादों की बिक्री को नज़रअंदाज़ करते हैं। यह भी असफलता का एक बड़ा कारण हो सकता है। नेटवर्क मार्केटिंग में उत्पादों की बिक्री एक महत्वपूर्ण पहलू है, क्योंकि यदि उत्पाद अच्छे से नहीं बिकते हैं तो आपके व्यवसाय का टर्न ओवर, आपकी ज्वाइनिंग के अनुसार नही आ पाता है। जिस कारण अपने व्यवसाय को टिकाऊ बनाना कठिन हो जाता है। इसलिए ग्राहकों की ज़रूरतों को समझकर और उन्हें गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्रदान करके ही आप दीर्घकालिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
10. विपणन कौशल का अभाव :
नेटवर्क मार्केटिंग में सफल होने के लिए मज़बूत सेल्स और मार्केटिंग स्किल्स का होना ज़रूरी होता है। अगर किसी के पास ये कौशल नहीं हैं या वे इस कौशल को सीखना भी नहीं चाहते। तब ऐसी स्थिति में उनका असफल होना तय होता है।
परंपरागत बाज़ार में मार्केटिंग एक्जीक्यूटर्स (MR) किस तरह अपने प्रोडट्स को पूरे आत्मविश्वास के साथ sell करते हैं। नेटवर्क मार्केटिंग में कुछ ऐसी ही कुशलता की आवश्यकता होती है। वर्ना स्किल्स के अभाव में लोगों पर आपका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। परिणामस्वरूप असफलता ही हाथ लगती है।
11. नकारात्मक प्रचार :
नेटवर्क मार्केटिंग को लेकर कई लोगों के मन में नकारात्मक धारणाएं होती हैं। यदि किसी कंपनी के बारे में नकारात्मक प्रचार होता है या अतीत में किसी और नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी के साथ खराब अनुभव रहा हो, तो लोग नए अवसरों में रुचि नहीं दिखाते। इसके अलावा कभी कभी लोग आपस में ही नकारात्मकता परोसने का काम करते हैं। अपनी ग़लतियों को सुधारने के बजाय, संपूर्ण कम्पनी की निंदा करने में वक्त बर्बाद करने लग जाते हैं।
12. नकारात्मक प्रतिक्रिया व आलोचना को संभालने में असफल :
नेटवर्क मार्केटिंग में बहुत से लोग आलोचना का सामना करते हैं। अक्सर यह व्यवसाय दूसरों को समझ में नहीं आता और लोग इसे ग़लत समझ लेते हैं। कुछ लोग नेटवर्क मार्केटिंग को पिरामिड स्कीम या धोखाधड़ी के रूप में देखते हैं। इस नकारात्मक प्रतिक्रिया से निपटने के लिए मानसिक रूप से मज़बूत होना आवश्यक है।
कई लोग इस प्रकार की आलोचना से घबरा जाते हैं और मार्केटिंग करना ही छोड़ देते हैं। नेटवर्क मार्केटिंग में यह समझ लेना चाहिए कि किसी भी व्यवसाय में चुनौतियाँ और आलोचनाएँ तो आती ही हैं, फ़िर मल्टी लेवल मार्केटिंग (MLM) में यह समस्या आम है। ऐसी सिचुएशन में सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ संभालना आना चाहिए।
13. अति-निर्भरता :
अक्सर कई लोग सोचते हैं कि उन्हें जल्दी से जल्दी सिर्फ़ कुछ लोगों को कंपनी में शामिल कराना है और फ़िर वे अपने आप सफल हो जाएंगे, उन्हें इनकम automatically आती रहेगी। लेकिन हम आपको बता दें कि यह मॉडल लंबे समय तक काम नहीं करता है। इस तरह की अति-निर्भरता असफलता की ओर ले जाती है। नेटवर्क मार्केटिंग में आपको अपने साथियों को समय समय पर मोटिवेट करते हुए उन्हें मार्गदर्शन देना चाहिए ताकि वे इस परंपरा को आगे बढ़ाते रहें और कंपनी के प्रोडक्ट की सेलिंग भी करते रहें।
14. समय प्रबंधन की कमी :
नेटवर्क मार्केटिंग में समय और संसाधनों का सही प्रबंधन बहुत ज़रूरी है। लोग अक्सर अपने नियमित काम या जीवन के अन्य कार्यों में व्यस्त रहने के कारण नेटवर्क मार्केटिंग के लिए पर्याप्त समय नहीं निकाल पाते। जिससे उन्हें असफलता हाथ लगती है।
15. लंबी अवधि की योजना का अभाव :
कई लोग यह सोचकर नेटवर्क मार्केटिंग में आते हैं कि इसमें बहुत कम समय और प्रयास की आवश्यकता होती है। यह धारणा ग़लत है। इस व्यवसाय में भी अन्य व्यवसायों की तरह समय, समर्पण और प्रयास की आवश्यकता होती है। कुछ लोग सिर्फ़ पार्ट-टाइम या कम समय देकर बड़ी सफलता की उम्मीद करते हैं, जो कि व्यवहारिक नहीं है।
नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता पाने के लिए एक लंबी अवधि की रणनीति की ज़रूरत होती है। यदि लोग केवल कुछ काम करके बड़ा लाभ की उम्मीद लगाकर इसमें आते हैं, तो उन्हें निश्चित रूप से निराशा का सामना करना पड़ता है।
16. टीम बिल्डिंग में असफलता :
नेटवर्क मार्केटिंग में बड़ी और सक्षम टीम का निर्माण करना महत्वपूर्ण होता है। यदि कोई व्यक्ति अपनी टीम को सही दिशा नहीं दे पाता या उन्हें मोटिवेट नहीं कर पाता है, तो उसकी पूरी प्रणाली ही असफल हो सकती है। परिणामतः उसकी टीम के अधिकतर लोग धीरे धीरे हतोत्साहित होकर काम करना बंद कर सकते हैं।
17. प्रतिस्पर्धा व बाज़ार की बदलती परिस्थितियाँ :
नेटवर्क मार्केटिंग के व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा बहुत होती है। यदि व्यक्ति अपने उत्पादों और सेवाओं को बेहतर ढंग से प्रस्तुत नहीं कर पाता है या बाजार की बदलती परिस्थितियों के अनुसार खुद को अपडेट नहीं करता, तो वह व्यवसाय में पीछे छूट सकता है। इसके अलावा डिजिटल युग में सोशल मीडिया और ऑनलाइन मार्केटिंग की बढ़ती भूमिका को नजरअंदाज करना भी असफलता का कारण बन सकता है।
18. आत्मविश्वास की कमी
नेटवर्क मार्केटिंग में आत्मविश्वास का महत्वपूर्ण स्थान होता है। व्यक्ति को अपने उत्पाद, व्यवसाय और ख़ुद पर विश्वास होना चाहिए। यदि व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है, तो वह दूसरों को उत्पाद बेचने और उन्हें नेटवर्क में शामिल करने में असफल हो सकता है।
इसके लिए उसे नियमित रूप से सीखना, कम्पनी में होने वाले परिवर्तनों से अपडेट रहना और समय समय पर सेमिनार अटेंड करना चाहिए। सही मायने में तभी उसके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी हो सकती है। और इसी आत्मविश्वास के बदौलत वह अपनी मार्केटिंग की रणनीतियों को प्रभावी ढंग से लागू भी कर सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आपने देखा कि उपरोक्त सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए, नेटवर्क मार्केटिंग में सफल होना मुश्किल सा लगता है। लेकिन सही रणनीति, कड़ी मेहनत, और धैर्य से इसमें बेहतर से बेहतर सफलता हासिल की जा सकती है। नेटवर्क मार्केटिंग में फेल होने के क्या कारण होते है। यह जानने के बाद शायद आप इन बिंदुओं पर ज़रूर विचार करेंगे।
यह व्यवसाय समय, समर्पण और सही दृष्टिकोण की मांग करता है। यदि व्यक्ति इन चुनौतियों को समझकर उनका सामना करता है, तो वह नेटवर्क मार्केटिंग में निश्चित रूप से सफल हो सकता है। लेकिन अगर व्यक्ति तैयारी, धैर्य और सही मार्गदर्शन के बिना इस क्षेत्र में आता है, तो उसके लिए असफलता की संभावना बढ़ जाती है।
उम्मीद है हमारा यह लेख "नेटवर्क मार्केटिंग में लोग असफल क्यों होते हैं? | Network marketing me log fail kyu hote hain?" नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़े सभी साथियों के लिए महत्वपूर्ण व उपयोगी साबित होगा। आपके नज़रिए से नेटवर्क मार्केटिंग की असफलता के कारण क्या हो सकते हैं। कमेंट्स के माध्यम से हमें बता सकते हैं। हम इस लेख में उन कारणों को शामिल करने की पूरी कोशिश करेंगे।
(- Written by Alok)
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