हल्दी वाले दूध के 25 फ़ायदे जानकर आप हैरान हो जाएंगे | जानिये हल्दी दूध बनाने का सही तरीका

दोस्तों, सर्दियों के मौसम में गरमा गरम हल्दी वाला दूध haldi wala dudh पीना किसे अच्छा नहीं लगता। लेकिन सही समय, सही मात्रा में और सही तरीक़े से पीने से इस हल्दी के दूध के फ़ायदे को कई गुना तक बढ़ाकर कई बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। तभी तो हमारे पूर्वज और हमारी दादी- नानी अपने नुस्खों में हल्दी दूध को ज़रूर शामिल करते थे। तो आइये जानते हैं हल्दी का दूध पीने से क्या होता है?



जब भी कभी चोट लगती है, बॉडी में किसी प्रकार का दर्द होता है। तो घर के बुज़ुर्ग हल्दी वाला दूध पीने की सलाह देते हैं। घावों का इलाज करने, इम्युनिटी बढ़ाने, थकावट दूर करने में हल्दी के दूध का कोई जवाब नहीं है। खाँसी ज़ुकाम ठीक करना हो या अच्छी नींद लेना हो तो हल्दी दूध का सेवन महत्वपूर्ण हो जाता है।

चूँकि हल्दी में हज़ारों गुण हैं। सर्दियों में हल्दी दूध का सेवन करना महत्वपूर्ण माना जाता है। यह एक पारंपरिक भारतीय पेय है। जो सर्दी, बुख़ार, चोट या स्वास्थ्य संबंधी कोई अन्य परेशानी होने पर रामबाण की तरह कार्य करता है।

लेकिन सच तो यह है कि बहुत से लोगों को यही मालूम नहीं होता कि हल्दी दूध का सेवन करना कैसे चाहिए? इसे लेने का सही तरीका नही मालूम होता। नतीजन उन्हें फ़ायदे के बजाय नुक़सान होने लगता है। दोस्तो चिंता की कोई बात नहीं, हम आपको बताने वाले हैं कि हल्दी दूध कैसे बनाएँ? और इस हल्दी दूध का उपयोग कैसे करें? लेख में अंत तक बने रहिये। हम आपकी सारी चिंताओं को दूर कर देने वाले हैं। आइये पहले हम यह जान लेते हैं कि हल्दी वाला दूध बनाने का तरीका क्या है?

हल्दी एक मसाला है जिस पर सबसे अधिक शोध किये जा चुके हैं। दरअसल हल्दी, मसाला होने के साथ-साथ एक औषधीय जड़ी-बूटी भी है। नियमित रूप से हल्दी का सेवन करने से श्वसन, यकृत, सूजन, गठिया व पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।


हल्दी दूध बनाने की विधि | हल्दी वाला दूध बनाने का सही तरीका क्या है?


हल्दी वाला दूध बनाने के लिए 1 गिलास दूध में 2 चुटकी हल्दी मिलाकर दूध को अच्छी तरह उबाल लें। फ़िर इसे ज़रा सा ठंडा होने दें। रात में आप इसे सोने से कम से कम 1 घंटा पहले पी सकते हैं।

वैसे तो हल्दी वाला दूध पीने के लिए कच्ची हल्दी को ज़्यादा फ़ायदेमंद माना जाता है। लेकिन यदि यह आसानी से ना मिले तो हल्दी पाउडर का इस्तेमाल यानि कि पिसी हुई हल्दी का सेवन भी कुछ ग़लत नहीं है।

दुकान से खड़ी हल्दी लेकर आइये उसे मिक्सर में पीस कर रख लीजिये, अब रोज़ रात को 1 चम्मच हल्दी, गर्म दूध में मिलाकर पीजिये, दूध में हल्दी और चीनी के अलावा कुछ और मत मिलाइए।

हल्दी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है। हल्दी हमारे घरों की रसोई का एक महत्वपूर्ण मसाला है। इसमें विटामिन ए, कार्बोहाइड्रेट और बहुत से खनिज तत्व भी होते हैं। हल्दी में जीवाणुओं को मारने का अद्भुत गुण भी होता हैं।

रात को सोने से पहले हल्दी दूध ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है। हल्दी डालकर दूध पीने के फ़ायदे तो आप लोगों को पता ही होंगे जैसे सर्दी जुकाम ,शरीर में दर्द, जोड़ों में दर्द इन सब से निजात पाने के लिए रोज़ाना हल्दी के दूध का सेवन करें। आइये विस्तार से जानते हैं हल्दी डालकर दूध पीने के फ़ायदे क्या हैं?


हल्दी डालकर दूध पीने के 25 फ़ायदे | हल्दी दूध के फ़ायदे इन हिंदी

आइये हम हल्दी दूध पीने के फ़ायदे haldi milk pine ke fayde निम्न बिंदुओं के माध्यम से जानते हैं-

(1) हल्दी सर्दी और खाँसी में सहायक- 
अभी ठंड का मौसम चल रहा है और ज़रा सी ठंड पड़ने या थोड़ा बहुत ठंडा गरम खाने से भी कई बार सर्दी ज़ुकाम होने का ख़तरा बढ़ जाता है। हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर और एंटी बैक्टीरियल व एंटी फंगल भी है। और सर्दी ज़ुकाम में हल्दी वाला दूध पीने से गले की ख़राश, संक्रमण और गले के दर्द को भी हल्दी वाले दूध के use से इसका उपचार आसानी से किया जा सकता है।

(2) ब्लड शुगर कम करे - 
खून में शर्करा की मात्रा अधिक हो जाने पर हल्दी मिला दूध बेहद फ़ायदा करता है। यदि स्थिति में हल्दी वाले दूध का सेवन ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है। ध्यान रहे अत्यधि‍क सेवन नुक़सान कर सकता है। यह आपके शुगर लेवल को अत्यधि‍क कम भी कर सकता है, इस बात का अवश्य ध्यान रखें। इसे अत्यधिक न लें।

(3) मुहाँसों के लिए फ़ायदेमंद- 
हल्दी दूध का सेवन मुहाँसों के लिए भी बेहद फ़ायदेमंद होता है। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और इम्फलामेंट्री गुण मुहाँसे फ़ैलाने वाले बैक्टीरिया को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। एंटीसेप्टिक व एंटीबैक्टीरियल गुण होने के कारण ये स्किन से संबंधित सभी रोगों जैसे इन्फेक्शन, खुजली, मुंहासे आदि को आपकी त्वचा से दूर भगाते हैं और उनके बैक्टीरिया को ख़त्म करते हैं, जिससे आपकी स्किन चमकदार होती है।

हल्दी मिश्रण और दूध का सेवन करने के साथ-साथ आप हल्दी और दूध को मुहाँसो वाली जगह पर भी लगा सकते हैं। इससे आपको मुहांसों से छुटकारा पाने में आसानी होगी। और त्वचा पर निखार भी आएगा।

(4) वज़न कम करने में सहायक - 
अगर आप अपना वज़न कम करना चाहते हैं तो हल्दी और दूध का सेवन जरूर करिये। एक अध्ययन से पता चलता है कि curcumin वसा ऊतकों की वृद्धि को कम करने में प्रभावी होता है। दूध के साथ करक्युमिन का सेवन आपके मोटापे को निश्चित रूप से कम कर सकता है।

हालांकि इसके लिए अभी और भी शोधों की आवश्‍यकता है। लेकिन आप भी मोटापे से बचने के लिए नियमित रूप से हल्‍दी और दूध का सेवन कर सकते हैं।

(5) कैंसर के रोग में फ़ायदेमंद -
हल्दी वाले दूध से कैंसर जैसे भयानक रोग को दूर करने में मदद मिलती है। कई शोधों के अनुसार पाया गया है कि हल्दी में एंटी इम्फलामेंट्री प्रभाव के कारण पेट के कैंसर के ख़तरे को कम किया जा सकता है। पेट के कैंसर के जोख़िम को कम किया जा सकता है। दूध और डेयरी उत्पादों के उपयोग से माइक्रो न्यूट्रिएंस और बायो एक्टिव घटक के प्रभाव से कैंसर के जोख़िम को कम किया न सकता है।

(6) दिल के लिए बेहद फ़ायदेमंद-
हृदय को दूध और हल्‍दी के फ़ायदे बेहतर बनाए रखने में सहायक होते हैं। हल्‍दी में मौजूद करक्‍यूमिन साइटोकिन्‍स के स्राव को रोकता है जो हृदय की सूजन संबंधी समस्‍याओं को बढ़ाता है। इसके अलावा करक्‍यूमिन एंडोथेलियल कोशिकाओं के काम काज को भी सुधारता है। एंडोथेलियल कोशिकाओं के स्‍वस्‍थ्‍य रहने से हृदय भी स्‍वस्‍थ्‍य रहता है। यदि आप भी अपने दिल को स्‍वस्‍थ रखना चाहते हैं तो हल्‍दी वाले दूध का सेवन ज़रूर करें।

(7) मानसिक रोग में फ़ायदेमंद-
हल्दी दूध दिमाग़ी बीमारी यानि कि मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए बेहद फ़ायदेमंद साबित होता है। इसमें मौजूद curcumin अवसाद और एल्जाइमर जैसी संभावनाओं को रोकने का कार्य करता है। वैज्ञानिकों के अनुसार curcumin को मस्तिष्क उत्पन्न न्यूरोट्रॉफिक कहा जाता है। यह ऐसा हार्मोन है जो मस्तिष्क में न्यूरॉन्स की संख्या और कार्य क्षमता को बढ़ाता है। हल्दी और दूध मव दालचीनी मिलाकर पीने से मस्तिष्क में न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रोटीन के स्टार को बढ़ाता है। 

अध्ययनों से यह भी पता चला है कि हल्दी और दूध पीने से उम्र बढ़ने संबंधी संज्ञानात्मक गिरावट के जोख़िम को भी कम करता है। ब्रेन को सुरक्षित रखने के लिए जिन-जिन फ़ेक्टर्स की आवश्यकता होती है। वे सभी हल्दी में पाए जाते हैं। अगर आप सुबह उठते ही गुनगुने पानी अथवा गुनगुने दूध में हल्दी मिलाकर सेवन करते हैं। तो ऐसे में आपका दिमाग़ पूरे दिन फ़्रेश रहेगा। 

(8) पाचन में फ़ायदेमंद- 
हल्दी दूध पीना पाचन के लिए बेहद फ़ायदेमंद साबित होता है। दरअसल आँतों को स्वस्थ रखने और पाचन तंत्र को बेहतर करने में हल्दी का दूध प्रभावकारी माना जाता है। हल्दी में मौजूद करक्युमिन कम्पाउंड एंटी इम्फ्लेमेंट्री प्रभाव दिखाता है। जो आँत संबंधी कई बीमारियों को दूर करने में शरीर की सहायता कर सकता है।

(9) पेट से संबंधित बीमारियों से रखे दूर-
हल्दी वाले दूध का सेवन, आपकी आंतो को स्वस्थ रखकर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है। पेट के अल्सर, डायरिया, अपच, कोलाइटिस एवं बवासीर जैसी समस्याओं में भी हल्दी वाला दूध फ़ायदेमंद है।

रात को हल्‍दी वाला दूध मिलाकर पीने से बॉडी से विषैले टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं। जिससे आपका डाइजेस्टिव सिस्‍टम सही रहता है और आप पेट की बीमारियां जैसे गैस, एसिडिटी, कब्ज़ आदि से छुटकारा मिलता है। 

(10) हड्डियों को करे मज़बूत-
दूध को हड्डियों के लिए बेहद फ़ायदेमंद माना जाता है। इसीलिए तो बच्चों के लिए दूध को सम्पूर्ण आहार माना गया है। दूध में पाया जाने वाला कैल्सियम हड्डियों को स्वस्थ और मज़बूत बनाए रखता है। ऐसे में अगर आप हर दिन एक गिलास हल्दी वाले दूध का सेवन करते हैं तो इससे आपको कैल्शियम की कमी महसूस नहीं होती है।

(11) डायबिटीज़ में फ़ायदेमंद -
डायबिटीज़ जैसी बीमारी में हल्दी वाला दूध काफी फ़ायदेमंद होता है। शरीर में रक्‍त शर्करा के स्‍तर को नियंत्रित करने में हल्‍दी बेहद लाभकारी होती है।

हल्दी में करक्युमिन अवयव ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है। यह ब्लड में ग्लूकोस के अंतर को कम करता है। जिससे कि डायबिटीज़ के होने का ख़तरा कम हो जाता है। इसके अलावा यह यौगिक मधुमेह संबंधी यकृत विकारों को भी दूर करने में अहम भूमिका निभाता है। करक्‍यूमिन मधुमेह से जुड़े सूजन और ऑक्‍सीडेटिव तनाव जैसी समस्‍याओं से राहत दिलाने में सहायता प्रदान करता है।

यह डायबिटीज़ के रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत बनाने का काम करता है। आप भी अपने शरीर मे रक्‍त शर्करा के स्‍तर को नियंत्रित करने के लिए हल्‍दी और दूध पीने के फायदे प्राप्‍त कर सकते हैं। इसके लिए रोज़ाना आपको कम से कम 6 ग्राम हल्दी का सेवन अवश्य करना चाहिए।

यही कारण है कि मधुमेह रोगी को नियमित रूप से हल्दी वाले दूध का सेवन करना चाहिए। अध्‍ययनों से पता चलता है कि करक्‍यूमिन रक्‍त शर्करा के स्‍तर को कम करने में सहायक होता है। 

(12) रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृध्दि- 
अगर आपको अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी है। तो आपको निश्चित रूप से हल्दी और दूध का सेवन ज़रूर करना चाहिये। आप चाहें तो 1 गिलास दूध के साथ आधा चम्मच हल्दी का सेवन रोज़ाना कर सकते हैं।

(13) चोट लगने पर फ़ायदे  - 
किसी कारण से शरीर के बाहरी अथवा अंदरूनी हिस्से को चोट लग जाने पर, हल्दी वाला दूध जल्द से जल्द ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके साथ-साथ यह एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होने के कारण किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है। 

(14) शारीरिक दर्द - 
शरीर के दर्द में हल्दी वाला दूध आराम देता है। हाथ पैर व शरीर के अन्य भागों में दर्द की शिकायत होने पर सोने से पहले रात को हल्दी दूध का सेवन करें।

(15) त्वचा के लिए फ़ायदे- 
आजकल हर कोई साफ़, स्वस्थ, निखरी और खूबसूरत चमकदार त्वचा चाहता है। दूध पीने से त्वचा में प्राकृतिक चमक पैदा होती है, और दूध के साथ हल्दी का सेवन, एंटीसेप्टिक व एंटी बैक्टीरियल होने के कारण त्वचा की समस्याओं जैसे - इंफेक्शन, खुजली, मुंहासे आदि के बैक्टीरिया को धीरे-धीरे खत्म कर देता है। इससे आपकी त्वचा साफ, स्वस्थ और चमकदार दिखाई देती है।

दूध और हल्‍दी के फ़ायदे केवल स्‍वास्‍थ्‍य के लिए ही नहीं होते हैं। बल्कि यह त्‍वचा संबंधी समस्‍याओं को दूर करने में भी प्रभावी है। आप अपने चेहरे को सुंदर बनाने के लिए भी हल्‍दी और दूध का संभवतः प्रयोग कर सकते हैं।

(16) सर्दी ज़ुकाम होने पर - 
मौसम परिवर्तन होने पर सर्दी-ज़ुकाम आदि का होना सामान्य बात है। हल्दी एंटीवायरल व एंटीबायोटिक गुण सर्दी व इन्फ्लूएंजा वायरस को दूर रखने में मदद करते हैं। इसलिए सर्दी, ज़ुकाम या कफ़ हो जाने पर हल्दी मिला दूध का सेवन अत्यधिक लाभकारी साबित होता है। 

इससे सर्दी, ज़ुकाम तो ठीक होता ही है, साथ ही गर्म दूध के सेवन से फेफड़ों में जमा हुआ कफ़ भी निकल जाता है। यानि कि यह गले के संक्रमण में राहत दिलाता है।

(17) हड्डियां बने मजबूत - 
दूध में कैल्श‍ियम होने के कारण यह हड्डियों को मज़बूत बनाता है और हल्दी के गुणों के कारण रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। इससे हड्डी संबंधि‍त अन्य समस्याओं से छुटकारा मिलता है और ऑस्टियोपोरोसिस में कमी आती है। इससे दाँत भी मज़बूत होते हैं।

(18) अनिंद्रा में फ़ायदा - 
यदि आप नींद न आने संबंधी समस्या से परेशान हैं तो हल्दी वाला दूध आपके लिए मददगार साबित होगा। हल्दी वाला दूध आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है।

यदि आपको किसी भी कारणवश नींद नहीं आ रही है, तो आपके लिए सबसे अच्छा घरेलू नुस्खा यही है। बस रात को भोजन के बाद सोने के आधे या एक घंटे पहले हल्दी वाला दूध पीएं, और देखि‍ए कमाल। यदि आप तनाव या चिंता के कारण नींद नहीं ले पा रहे हैं। तो हल्दी दूध का नियमित सेवन करें। जी हां दूध के साथ इसके सेवन से नींद अच्छी आने की वजह है हल्दी में अमीनो एसिड का होना।

(19) जोड़ों के दर्द के लिए लाभकारी -
हल्दी वाले दूध का प्रतिदिन सेवन, शरीर के जकड़न को दूर करने के साथ ही जोड़ों की मांसपेशियों को लचीला बनाता है। हल्दी दूध से महिलाओं के जोड़ों का दर्द भी ठीक होता है।  जी हाँ, अगर आप रोज़ाना सोने से पहले हल्दी दूध लेने की आदत बन लें तो आपको अर्थराइटिस जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।

(20) लिवर के लिए फ़ायदेमंद-
लीवर संबंधी समस्‍याओं को दूर करने के लिए हल्‍दी और दूध के बेहतर फ़ायदे होते हैं। लीवर के लिए हल्‍दी दूध एक बेहतरीन टॉनिक है। इसमें कई हेपेटोप्रोटेक्टिव और डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं। ये सभी गुण यकृत के कामकाज को संतुलित करने में मदद करते हैं। जिसे शरीर के रासायनिक केंद्र के रूप में जाना जाता है। आप भी सुबह के समय हल्दी दूध का सेवन कर अपने लिवर की कार्यक्षमता बढ़ा सकते हैं।

(21) सिरदर्द में फ़ायदेमंद-
हल्‍दी में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर में बलगम के प्रवाह और कार्य को बेहतर बनाते हैं। हल्दी के औषधीय गुण सिर दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा हल्‍दी के रक्‍त शुद्ध करने वाले गुण भी तनाव से संबंधित विषाक्‍त पदार्थों को दूर करते हैं। ये विषाक्‍त पदार्थ आपके सिर दर्द का कारण होते हैं। इस तरह से हल्‍दी और दूध को अपने आहार में शामिल कर आप भी सिर दर्द से राहत पा सकते हैं।

(22) सांस की तकलीफ - 
गर्म दूध के सेवन करने से शरीर के अंदर गर्मी का संचार होता है जिससे सांस की तकलीफ़ में आराम मिलता है।हल्दी वाले दूध में पाए जाने वाले एंटी माइक्रो बैक्टीरियल गुण, ब्रोंकाइटिस, दमा, फेफड़ों में जकड़न, साइनस, कफ़ आदि से राहत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।

(23) वायरल संक्रमण - 
हल्दी व दूध का सेवन आपको संक्रमण से बचा सकता है। ये बाहरी इंफेक्शन से बचाये रखने में अद्भुत भूमिका निभाते हैं। क्योंकि हल्दी में जीवाणु रोधी एवं एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। जिस कारण यह वायरल संक्रमण से आपका बचाव करता है। वायरल संक्रमण में हल्दी वाला दूध सबसे बेहतर उपाय है, जो आपको संक्रमण से बचाता है।

(24) रक्त परिसंचरण में फ़ायदेमंद-
हल्‍दी न केवल रक्‍त को शुद्ध करती है बल्कि यह रक्‍त परिसंचरण को भी बढ़ाती है। हल्‍दी में रक्‍त को पतला करने वाले और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी होते हैं। ये दोनों ही गुण आपस में मिलकर रक्‍त परिसंचरण को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा दूध और हल्‍दी में पाए जाने वाले अन्‍य पोषक तत्‍व रक्‍त वाहिकाओं को आराम दिलाते हैं जिससे पूरे शरीर में स्‍वतंत्र रक्‍त प्रवाह को बढ़ावा मिलता है।

(25) मूत्र संक्रमण में फ़ायदेमंद-
हल्दी का प्रभाव मूत्र पथ संबंधी संक्रमण और समस्‍याओं को दूर करने में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। आप भी नियमित रूप से हल्‍दी दूध का सेवन करके अपने आंतरिक अंगों को स्‍वस्‍थ रखने में मदद प्राप्त कर सकते हैं। हल्‍दी के औषधीय गुण मूत्राशय और गुर्दे में मौजूद विषाक्‍तता को दूर करते हैं। इस तरह से हल्‍दी वाला दूध मूत्र पथ में संक्रमण के विकास को रोकने और फ्री रेडिकल्‍स को नष्‍ट करने में सहायक होता है। जिससे कई प्रकार के मूत्राशय संबंधी संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है।

उपरोक्त सभी बिंदुओं को जानने के बाद आप यह ज़रूर जान चुके होंगे कि हल्दी दूध पीने से क्या लाभ होता है? निश्चित रूप से हल्दी दूध से फ़ायदे अनगिनत हैं। हम पूरे दिल से यही सलाह देना चाहते हैं कि स्त्री हो या पुरुष। बुज़ुर्ग हो या जवान। प्रत्येक व्यक्ति को हल्दी वाला दूध पीना चाहिए।
- By Poonam

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