शादी के पहले इन बातों का कन्फ़र्म करना है बेहद ज़रूरी, वर्ना पड़ सकते हैं मुसीबत में !

शादी करने से पहले एक लड़की या लड़के के लिए किन किन बातों का जान लेना है बेहद ज़रूरी? | Vivah se pahle in baaton ka rakhen vishesh dhyan, tabhi rahenge sukhi

दोस्तों शादी करना हर किसी की जिंदगी का एक अहम फ़ैसला होता है। सोचा जाए तो यह केवल दो लोगों का बंधन नहीं, बल्कि दो परिवारों के बीच नए रिश्तों को जन्म देता है। इसलिए शादी के लिए जल्दबाज़ी में किसी को हां कर देना ठीक नहीं होता।




शादी अरेंज हो या लव, अपने पार्टनर से खुलकर बातें किए बिना एकाएक बंधन में बंध जाना आप दोनों के लिए घातक हो सकता है। लव मैरिज में तो आप एक दूसरे को लगभग जानने समझने लगते हैं लेकिन अरेंज मैरिज जल्दबाज़ी में की जाए तो आप दोनों के लिए तर्कसंगत नहीं है। साथ ही आप दोनों के परिवार वालों के लिए भी ठीक नहीं है।


अधिकांश लोगों का सोचना होता है कि शादी के बाद सब कुछ ठीक हो जाएगा। लेकिन आज की लाइफस्टाइल को देखते हुए ऐसा सोचना किसी जुए से कम नहीं है। इसलिए शादी का फ़ैसला करने से पहले हमें बहुत सी बातों का ध्यान रखना होता है। ताकि आगे आने वाली मुसीबतों से बचा जा सके। इस लेख में हम इन्हीं विशेष बातों के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं। बस आप इस लेख के अंत तक बने रहिएगा। 

दोस्तों, भले ही हम हमारी अर्थव्यवस्था विकसित होने के रास्ते पर अग्रसर है। लेकिन रिश्तों की बात की जाए तो आज भी, शादी के बाद आपसी रिश्तों में कड़वाहट और पति पत्नी के बीच प्यार की कमी के चलते दिन ब दिन रिश्ते टूटने के समाचार देखने मिल जाते हैं।



एक सफ़ल शादी से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है? 

आमतौर पर शादी को लेकर हमारे मन में कई सवाल आते हैं और इन सवालों के जवाब जानना भी हमारे लिए उतना ही ज़रूरी हो जाता है। तो आइए जानते हैं कि शादी से पहले किन बातों को जानना बेहद ज़रूरी है (Shadi se pahle kin baaton ko janna behad zaruri hai?) -


1. व्यक्तिगत मंज़ूरी है ज़रूरी -
शादी करने से पहले आप अपने पार्टनर से यह बात अच्छी तरह से पूछ लें कि वह आपसे शादी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है या नहीं? वह किसी दबाव में आकर तो शादी नहीं कर रहा।

2. संवाद है बेहद ज़रूरी - 
शादी से पहले अपने होने वाले पार्टनर से संवाद ज़रूरी है। इसके अन्तर्गत अपने पार्टनर से आप आपसी उम्मीदों, मान्यताओं, विचारों और चाहतों को साझा कर सकते हैं। इससे आप दोनों के बीच सहयोग और समझदारी का रिश्ता कायम होगा

3. पार्टनर के साथ कोई दिखावा न करें -
आपके पार्टनर के साथ आपको पूरी ज़िन्दगी बितानी है इसलिए बेहतर यही है कि आप एकदुसरे से औपचारिक बातों के बजाय सच्चाई से बात करें, कोई दिखावे की कोशिश न करें। शादी के पहले यदि आप एक दूसरे के साथ सच्चाई से पेश आयेंगे तो हो सकता है आप दोनों शादी के तारीख़ तक अच्छे दोस्त बन जाएं। बल्कि घुमा फिराकर बातें बनाने से आप हमेशा भ्रमित ही रहेंगे।

4. अपेक्षाएं, उम्मीदें ज़्यादा न बनाएं -
ज़्यादातर जोड़े शादी से पहले होने वाली बातों के दौरान ज़रूरत से ज़्यादा ग़लत जानकारियां देते हैं। जिस कारण पार्टनर की अपेक्षाएं कुछ ज़्यादा ही हो जाती हैं। और वादे इतने होते हैं कि उम्मीदों की लड़ी सी लग जाती है। इसलिए शादी से पहले अपने पार्टनर से ना हि झूठ कहें और ना हि बड़ी बड़ी उम्मीदें पालें। ताकि बाद में एक रियल ज़िन्दगी को सच्चाई के साथ जीने का मज़ा ले सकें।



5. परिवारिक मामलों को समझें -
अपने परिवार की जानकारी देने के साथ साथ, लाइफ पार्टनर के परिवार के बारे में भी जानकारी लेने का प्रयास कर लें। वैसे भी आपको एक दूसरे के पारिवारिक मामलों को समझने और उन्हें ध्यान में रखने की आवश्यकता होती है। यह आपके पार्टनर के परिवार की संरचना को समझने का बेहतर माध्यम हो सकता है। इससे एक दूसरे की समझ में सुधार होता है जिस कारण शादी के बाद अनुकूलता और तालमेल से भरपूर वैवाहिक जीवन जीने में मदद मिलती है।

6. कानूनी मामलों को समझें -
शादी से पहले कानूनी मामलों को समझने के लिए समय ज़रूर निकालें। विवाह और संबंधित कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करें और इसके लिए आवश्यक दस्तावेजों की जांच कर लें। यदि आपको किसी विशेष दल या नोटरी वकील की सलाह चाहिए, तो आप सलाह ज़रूर लें।

7. आर्थिक स्थिति के बारे में स्पष्टता रखें - 
अपने पार्टनर से अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में खुलकर बात करें। क्योंकि अक़्सर शादी के बाद पति पत्नी के बीच अपनी महत्वाकांक्षाओं और पारिवारिक अड़चनों के बीच धूमिल पड़ते सपनों को लेकर कहासुनी होने लगती है। और फिर पति पत्नी के झगड़े आए दिन होने लगते हैं। चूंकि विवाह के पश्चात आपके पारिवारिक वित्तीय स्थिति पर गहरा असर पड़ता है। इसलिए आपसी बातचीत से अपनी वित्तीय योजना को समझना आसान हो जाता है।

8. अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें -
शादी के बाद आपकी ज़िम्मेदारियों और पारिवारिक दबावों में वृद्धि हो सकती है। इसलिए आपको अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। योग, ध्यान, व्यायाम और स्वस्थ आहार के माध्यम से स्वास्थ्य को संतुलित बनाए रखने का हर संभव प्रयास करें।

9. सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाएं -
आपको अपनी शादी से पहले सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने का भरपूर प्रयास करना चाहिए। दरअसल ऐसा फ़ैसला आपके निजी और पारिवारिक जीवन को संरक्षित रखने में मदद करेगा। वैसे भी आपकी शादी होने वाली है और ऐसे में आपको अपने पार्टनर के साथ भरपूर समय बिताना चाहिए।

इसलिए मेरा सोचना है कि सोशल साइट्स पर वक्त ज़ाया करने के बजाय आप अपने पार्टनर के साथ जितना ज़्यादा क्वालिटी टाइम बिताएंगे उतना ही बेहतर आपका वैवाहिक जीवन बनता चला जाएगा। वैसे भी आजकल जॉब या बिज़नेस के चलते पति पत्नी का साथ रहना या एक दूसरे के लिए समय निकालना मुश्किल हो रहा है।

10. एक दूसरे के गुणों को परखें -
अगर आप एक दूसरे के गुणों को परखकर कोई निर्णय लें तो आपका जीवन हरा भरा रहेगा। अत्यधिक धार्मिकता के चलते कुंडली बनवाकर उसमें पाए गए गुण दोषों के आधार पर रिश्ते ठुकराना युक्ति संगत नहीं है। सामान्य जीवन में एक दूसरे के व्यक्तिगत गुणों का महत्व ज़्यादा होता है। ना कि कुंडली में दर्शाये गए आंकड़ों का। इसलिए एक दूसरे की पसंद और परिवार की पसंद को ज़्यादा महत्व दें।

11. आपसी समझ और संवर्धन को बढ़ावा दें -
शादी के पश्चात, आपको अपने साथी के साथ समझ और सहयोग की मदद से अपने रिश्ते को संवारने की बेहद आवश्यकता होगी। संवाद, समझौता और समर्पण के माध्यम से आप एक स्वस्थ और ख़ुशहाल रिश्ते का निर्माण कर सकते हैं। इसलिए अभी से अपनी लाइफस्टाइल और एक दूसरे के प्रति समझदारी व समर्पण की भावना जागृत करें। यही भावना आप दोनों के बीच प्यार जगाने में निश्चित रूप से मदद करेगी।

12. दोनों मेडिकल चेकअप ज़रूर करवाएं -
शादी करने के पहले यह एक महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दोनों की बनती है कि आपस में बात कर, कुछ विशिष्ट मेडिकल चेकअप करवाएं। यह जानने के लिए कि कहीं वे किसी ख़तरनाक और जानलेवा बीमारी जैसे एड्स, टीवी, कैंसर आदि से ग्रसित तो नहीं। क्योंकि ऐसी बीमारियों से ख़ुद के साथ साथ परिवार को भी भयंकर दुष्परिणाम भुगतने पड़ते हैं। ऐसे में अपनी किसी भी बीमारी को अपने पार्टनर से न छुपाएं। समाज में ऐसे मामले अक़्सर देखने मिलते हैं।


निष्कर्ष (Conclusion)

दोस्तों यह लेख अत्यंत ही महत्वपूर्ण बिंदुओं का संक्षेप है। यदि आप ऊपर बताए बिंदुओं पर अमल करेंगे तो आपके लिए निश्चित तौर पर एक सफ़ल वैवाहिक जीवन व्यतीत करने की संभावना बढ़ जाएगी। यह भी हो सकता है कि विवाह के बाद में आप दोनों को किसी प्रकार की परेशानी, धोखा या असमंजस की स्थिति का सामना न करना पड़े।
दोस्तों शादी एक महत्वपूर्ण और जीवनभर का निर्णय होता है। इसलिए आपको धीरज रखने, अपने मन की सुनने और समझने की आवश्यकता होती है। बड़े बुज़ुर्ग कहते हैं कि शादी के रिश्ते को जीवन भर निभाना होता है। इसीलिए सोच समझकर ही निर्णय लें। किसी दबाव या जल्दबाज़ी में रिश्ता कभी ना बनाएं। 
अंत में मैं दिल से एक बात कहना चाहूंगा कि पार्टनर ऐसा हो जिसके साथ हम ज़िन्दगी सिर्फ़ निभाना नहीं, बल्कि ज़िन्दगी जीना चाहें। और ऐसा तभी संभव है जब आपके वैवाहिक जीवन की शुरुआत सच्चाई और बिना किसी दबाव के शुरू हो।
(- By Alok)

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