बथुआ भाजी खाने के फ़ायदे, बथुआ खाने से क्या फ़ायदे हैं, (Bathua Bhaji khane ke fayde, Bathua bhaji benefits hindi mein)
दोस्तों बथुआ भाजी (bathua bhaji) स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत का ख़ज़ाना भी है। बथुआ की हरी-भरी पत्तियां सर्दियों के मौसम में खेतों में बहुतायत में उगती हैं। इसका स्वाद न केवल मुंह में पानी लाता है, बल्कि यह हमारे शरीर के लिए भी अत्यंत फ़ायदेमंद है।
बथुआ (Chenopodium album), जिसे अंग्रेज़ी में "White Goosefoot" कहा जाता है, एक पोषक तत्वों से भरपूर हरी पत्तेदार सब्ज़ी है। यह भारत में विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में बहुत लोकप्रिय है।
बथुआ के पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन, खनिज, प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और पानी मौजूद होता है।
बथुआ की तासीर गर्म होती है जो सर्दी में बॉडी को गर्म रखती है। इसलिए बथुआ की भाजी का सेवन करने से सर्दी से बचाव होता है और बॉडी को कई तरह के फ़ायदे भी होते हैं। आइए बथुआ भाजी के फ़ायदे क्या हैं? (Bathua bhaji ke fayde kya hain?) विस्तार से जानते हैं -
1. पाचन तंत्र के लिए फ़ायदेमंद
बथुआ फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में सहायक है। यह कब्ज़, गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं को दूर करता है। इसके नियमित सेवन से मल त्याग सुगम होता है और आंतों की सफ़ाई होती है। बथुआ पेट के कीड़ों को मारने में भी प्रभावी है।
बथुआ के साग में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और सोडियम पाया जाता है। सर्दियों के मौसम में बथुआ साग में नमक मिलाकर खाने से पाचन संबंधी समस्याएं जैसे पेट में दर्द, कब्ज़ और उल्टी से राहत पाई जा सकती है। जिन लोगों के पेट में कीड़े होते हैं वो अगर बथुआ साग का सेवन करें तो पेट के कीड़ों से निदान मिल सकता है।
2. डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक
बथुआ शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसका रस पीने से रक्त शुद्ध होता है, जिससे त्वचा संबंधी रोगों और मुंहासों की समस्या दूर होती है।
3. वज़न घटाने में सहायक
बथुआ में कैलोरी बहुत कम होती है और यह फ़ाइबर से भरपूर होता है, जिससे यह वज़न घटाने के लिए एक आदर्श भोजन है। इसे सलाद, सूप या सब्ज़ी के रूप में खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे ओवरईटिंग की संभावना कम हो जाती है।
4. आंखों के लिए लाभकारी
बथुआ में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने और नेत्र रोगों से बचाव में सहायक होता है। यह रतौंधी जैसी बीमारियों को रोकने में भी मदद करता है।
5. त्वचा के लिए फ़ायदेमंद
बथुआ में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मदद करते हैं। इसका रस पीने या पत्तियों का लेप लगाने से एक्जिमा, खुजली, फोड़े, दाद, कील मुंहासों और अन्य त्वचा रोगों में लाभ मिलता है। इन समस्याओं से ग्रस्त लोगों को हफ्ते में एक बार बथुए के रस में नमक और नींबू का रस मिलाकर पीने की सलाह दी जाती है। बथुआ त्वचा में रक्त संचार को बढ़ाता है जिससे त्वचा का रंग निखरता है।
बथुआ का रस नियमित तौर पर लेने से स्किन प्रॉब्लम से राहत पाई जा सकती है। जिन लोगों को चेहरे पर कील-मुंहासे, फोड़े, दाद, खुजली जैसी समस्याएं होती हैं उन्हें
6. मधुमेह नियंत्रण में सहायक
बथुआ के पत्तों का सेवन रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने में सहायक होता है, जिससे डायबिटीज़ रोगियों को लाभ मिलता है।
7. हड्डियों को मज़बूत बनाना
बथुआ में कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम जैसे खनिज पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मज़बूत बनाते हैं। इसका सेवन ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।
8. रक्त निर्माण और एनीमिया में लाभकारी
बथुआ में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन स्तर बढ़ाने में मदद करता है। यह एनीमिया (खून की कमी) से बचाव करता है और शरीर को ऊर्जावान बनाए रखता है।
9. प्रतिरक्षा तंत्र को मज़बूत बनाना
बथुआ में विटामिन सी, ए और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे सर्दी, खांसी और अन्य संक्रमणों से बचाव होता है।
10. हृदय स्वास्थ्य में लाभकारी
बथुआ में पाए जाने वाले पोषक तत्व हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करता है और रक्तचाप को संतुलित रखता है, जिससे हृदय रोगों का ख़तरा कम होता है।
11. यूरिन संबंधी समस्याओं से राहत
आमतौर पर देखा गया है कि सर्दियों के मौसम में लोग पानी पीना कम कर देते हैं. जिसके कारण यूरिन संबंधी समस्याएं जैसे जलन के साथ साथ दर्द की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है ऐसे लोगों को बथुए का साग ज़रूर खाना चाहिए। क्योंकि इसमें मैग्नीशियम, मैगनीज, फॉस्फोरस, लोहा, पोटैशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिसके सेवन से यूरिन इन्फेक्शन की समस्या दूर होती है.
12. महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद
बथुआ मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और अनियमितता को दूर करने में मदद करता है। पीरियड रूक-रूककर होने की समस्या से निजात पाने के लिए बथुआ के जूस में काला नमक मिलाकर सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, प्रसव के बाद महिलाओं के लिए यह अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
13. बालों के लिए फ़ायदेमंद
बथुआ बालों को पोषण प्रदान करता है और उनकी जड़ों को मजबूत बनाता है। इसका रस बालों में लगाने से डैंड्रफ और बालों का झड़ना कम होता है। जुएं, लीखें हों तो बथुए को उबालकर इसके पानी से सिर धोने से जुएं भी मर जाती हैं। तथा बाल साफ़ सुथरे हो जाएंगे।
14. कैंसर से बचाव
बथुआ में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होते हैं।
15. गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी
बथुआ में फोलिक एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। यह भ्रूण के विकास में सहायक होता है और न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स को रोकने में मदद करता है।
16. गुर्दे के रोग में लाभकारी
बथुआ भाजी का सेवन मूत्राशय, गुर्दा और पेशाब के रोगों के लिए रामबाण साबित होता है। बथुए का साग इन समस्याओं के लिए बेहद फ़ायदेमंद कहा जाता है। यदि किसी को पेशाब रुक-रुककर आता हो, कतरा-कतरा सा आता हो तो बथुआ की पत्तियों का रस पीने से पेशाब खुल कर आता है।
17. पथरी की समस्या में लाभदायक
यदि किसी व्यक्ति को पथरी हो तो 1 गिलास कच्चे बथुए के रस में शक्कर मिलाकर नित्य सेवन करें तो पथरी टूटकर बाहर निकल आएगी।
18. रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
बथुआ की भाजी खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी होती है। दरअसल बथुआ की भाजी में ऐसे अनेक खनिज तत्व, विटामिन्स आदि पाए जाते हैं कि यदि इसे आप अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो आपको अन्य बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती हुई महसूस होती है।
बथुआ का उपयोग कैसे करें | बथुआ का विभिन्न रूपों में सेवन
बथुआ का साग : इसे सरसों के साग के साथ या अकेले पकाकर खाया जा सकता है। दरअसल बथुआ का साग सबसे ज़्यादा लोकप्रिय है। इसे आप दही, लहसुन और अपने मनचाहे मसालों के साथ, अपने मनपसंद तरीक़े से बनाकर खा सकते हैं।
बथुआ पराठा : बथुआ को आटे में मिलाकर पराठा बनाकर खाने का मज़ा ही कुछ और होता है। कई लोग बथुआ का पराठा बनाकर खाना पसंद करते हैं।
बथुआ का जूस : बथुआ का सूप भी बहुत स्वादिष्ट होता है और यह सर्दियों में शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। पत्तियों का रस निकालकर पीना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है।
बथुआ का रायता : उबले बथुआ को दही में मिलाकर स्वादिष्ट रायता बनाया जा सकता है। कई लोग इसका रायता बनाकर खाना बहुत पसंद करते हैं।
बथुआ के पकौड़े : बथुआ के पकौड़े भी बहुत स्वादिष्ट होते हैं। कई लोग बथुआ के पकौड़े बनाकर खाना ख़ासा पसंद करते हैं।
बथुआ भाजी की सावधानियां (Precautions of Bathua Bhaji in hindi)
बथुआ भाजी से होने वाले फ़ायदे तो आश्चर्यजनक हैं किन्तु बथुआ भाजी के अत्यधिक सेवन से कुछ नुक़सान भी हो सकते हैं। इसलिए इसके सेवन के साथ कुछ सावधानियां भी बरतनी आवश्यक हैं। जो कि निम्न हैं -
• बथुआ का सेवन करने से पहले इसे अच्छी तरह धोना चाहिए, क्योंकि इसमें मिट्टी और कीटनाशक लगे हो सकते हैं। बथुआ भाजी खाने के साथ निम्न सावधानियां बरती जानी चाहिए।
• कुछ लोगों को बथुआ से एलर्जी हो सकती है। इसलिए इसे खाने से पहले थोड़ी मात्रा में इसका सेवन करके देखें।
• गुर्दे की बीमारी से पीड़ित लोगों को बथुआ का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
• बथुआ भाजी का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में गैस और अपच की समस्या पैदा हो सकती है।
• गर्भवती महिलाओं को सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।
Disclaimer : इस लेख के माध्यम से बताए गए, बथुआ भाजी खाने के फ़ायदे, सिर्फ़ सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें तभी बथुआ भाजी का सेवन करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
बथुआ भाजी एक अत्यंत पोषक और औषधीय गुणों वाली सब्ज़ी है। इसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र, हड्डियों, हृदय, त्वचा और बालों को कई फ़ायदे मिलते हैं। यह एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है, जो शरीर को स्वस्थ और रोगमुक्त बनाए रखने में मदद करता है। इसे अपने आहार में शामिल करके आप कई बीमारियों से बचाव कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
- by Alok khobragade
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