स्मार्टफ़ोन को सुरक्षित रखने का सही तरीका | मोबाईल चार्ज करते समय रखिये इन बातों का ध्यान

हीं आपकी आदत अपने मोबाईल को चार्जिंग पर लगाकर सो जाने की तो नहीं है? कहीं आप ख़राब बैटरी का इस्तेमाल तो नहीं कर रहे हैं! दोस्तों ऐसे अनेक ख़तरे हैं जिन्हें आप जाने-अनजाने में रोज़ मोल लेते हैं। दरअसल मोबाईल फ़ोन में आग लगने या विस्फ़ोट होने का बड़ा कारण लीथियम आयन बैटरी है जो चार्जिंग के दौरान अधिक गर्म होने की वजह से इस तरह की दुर्घटना का कारण बनती है। हम आज इस लेख में कुछ ऐसी ही सावधानियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं।


मोबाईल की सुरक्षा, आपकी सुरक्षा 

दोस्तों आज की दुनिया में हर किसी की ज़ेब में कुछ हो न हो। एक मोबाईल का होना लगभग अनिवार्य सा हो गया है। और क्यों न हो? मोबाइल के बिना ऐसे अनेक कार्य हैं जो इसके बिना लगभग असंभव हैं। सबसे पहली आवश्यकता तो यही है कि आप चाहे जहाँ रहें, अपनों से connect रहते हैं। इसके अलावा लोकेशन देखना, ट्रान्जेक्शन करना, Whatsapp, Facebook, ऑनलाइन ख़रीदी, ATM ट्रांजेक्शन, Phonepe, Freecharge, Paytm, Google Pay और ना जाने क्या-क्या तकनीकी सुविधाएं होती हैं जो आप अपने स्मार्टफ़ोन में पाते हैं। 

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपका मोबाइल अगर इतना ही important है तो मोबाईल को सुरक्षित कैसे रखा जाए? सुरक्षित रखना यानी कि बेहतर रखरखाव करना भी आपकी ज़िम्मेदारी है। ताकि आपको इसके दुष्प्रभाव झेलने की नौबत कभी न आये। आज आप जानेंगे कि मोबाईल के रखरखाव का सही तरीका क्या है? जिससे कि आपके  मोबाईल की सर्विस लंबी और बेहतर चल सके। किसी भी ख़तरे से आप बच सकें। 

दोस्तोँ आजकल ऐसी खबरें आती है कि स्मार्टफ़ोन में विस्फोट हो गया तो कहीं आग लग गयी आदि। इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आपको अपनी स्मार्टफ़ोन का समझदारी से इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि आपका मोबाईल आपके लिए जितना फ़ायदेमंद है उतना ही ख़तरनाक भी है अगर उसका सही रखरखाव ना हो। 

फ़ोन की सुरक्षा की बात करें तो आप सोचेंगे कि उसपर एक कवर लगा दिया समझो हो गयी सेफ़्टी। मगर सिर्फ़ इतने से काम नहीं चलने वाला। आपको अपने स्मार्टफ़ोन को सुरक्षित रखने के लिए और भी महत्वपूर्ण सावधानियाँ या अच्छी आदतें बनानी होंगी।

तो चलिए हम आपका वक़्त ज़ाया न करते हुए सीधे-सीधे उन सावधानियों के बारे में बात करते हैं जो आपके और आपके स्मार्टफ़ोन के लिए फ़ायदेमंद होंगी।


जानिए ! क्या रखनी हैं सावधानियाँ ꘡ mobile ke upyog me savdhaniyan

दोस्तों नीचे हम आपके लिए कुछ विशेष सतर्कता बरतने वाली बातों का ज़िक्र कर रहे हैं। निम्नलिखित बातों का ध्यान रखेंगे तो हम दावे से कह सकते हैं कि आप मोबाइल का सही इस्तेमाल, सही रखरखाव के साथ सीख जायेंगे। आइये देखते हैं -

(1) फ़ोन को गिरने से बचाएँ- 
यह जानना ज़रा मुश्किल है कि मोबाईल के तेज़ी से नीचे गिरने पर कितना नुकसान होगा। यह उसके आंतरिक व बाह्य नुकसान पर निर्भर करेगा। बस हमेशा यही प्रयास करें कि ग़लती से भी आपका मोबाईल ना गिरे। क्योंकि बार-बार गिरने से मोबाइल की बॉडी लूज़ हो जाती है। कभी कभी ज़्यादा मार पड़ने पर, बैटरी, सिम और साथ में कई पार्ट्स अलग-अलग निकल जाते हैं। जिससे वॉइस क्वालिटी (Voice Quality) भी प्रभावित होने लगती है। यथासंभव मोबाईल के लिए कवर का प्रयोग ज़रूर करना चाहिए ताकि धोखे से आपका स्मार्टफ़ोन गिर भी जाए तो कम से कम नुकसान हो।

(2) बैटरी का ध्यान हमेशा रखें- 
दोस्तों बैटरी के बिना स्मार्टफ़ोन का उपयोग ही असंभव होता है। इसीलिये यदि आप अपने स्मार्टफ़ोन की सर्विस अच्छी चाहते हैं तो उसकी बैटरी का ध्यान जरूर रखिये। यदि आप किसी ऐसे स्थान पर हैं जहाँ नेटवर्क नहीं है। तो नेटवर्क को मैनुअली सर्च करने से बचें। नेटवर्क सर्चिंग (Network Searching) में सबसे ज़्यादा बैटरी के चर्च होती है।

यदि आवश्यक ना हो तो वाइब्रेशन मोड (Vibration mode) पर रखने से बचें। ब्लूटूथ, इंफ्रारेड जैसे अन्य फ़ीचर्स यदि उपयोग न कर रहे हों तो बंद कर दें। क्योंकि इन्हें चालू रखने से बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है। बैटरी को पानी से भी बचाकर रखें।



(3) ज़्यादा देर तक चार्ज ना करें- 
दोस्तों अगर आप ज़्यादा देेेेर तक चार्ज करते रहेंगे तो निश्चित रूप से मोबाईल की बैटरी की क्षमता पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। अधिकतर लोगों की सोच होती है कि मोबाइल को फुल चार्ज यानी कि 100% चार्ज करना चाहिए। इसलिए हमेशा ही चार्ज पर लगा कर रखते हैं। जबकि ये धारणा पूरी तरह ग़लत है।

अगर बैटरी 90% चार्ज हो चुकी है तो आगे चार्ज करने की ज़रूरत नहीं है। कोई इमरजेंसी ना हो, तो कम से कम 30-40 फ़ीसदी डिस्चार्ज होने के बाद ही दोबारा चार्जिंग पर चढ़ायें।

पूरी रात चार्ज करने से बचें। सुबह का समय मोबाईल चार्ज करने के लिए बेहतर हो सकता है। जब भी आप सुबह उठते हैं अपना मोबाईल चार्जिंग पर लगा दीजिये। सुबह के दैनिक कार्यों से फ्री होने तक चार्जिंग पूरी हो जाती है। इस समय तापमान भी कम होता है। जिस कारण मोबाईल गर्म होने का ख़तरा ना के बराबर होता है।  

फ़ोन को कभी भी लगातार 12 घंटों से अधिक समय तक चार्ज करने से बचें। इससे फ़ोन बहुत ज़्यादा गर्म होने लगता है। ज़्यादा गर्म हो जाने से इसमें आने वाले रेडियों सिग्नल व ध्वनि के रूपांतरण करने वाले उपकरण ख़राब होने लगते हैं। और साथ ही पूरे मोबाईल के सिस्टम की कार्यक्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है।


(4) सही Original चार्जर ही प्रयोग में लाएं- 
प्रायः मोबाईल कंपनियां इस बात का ख़्याल रखती है कि उनके यूज़र्स हमेशा Original Charger का ही उपयोग करें। इसिलिए कंपनियां नये मोबाईल के साथ ओरिजनल चार्जर भी साथ में देती हैं। यदि चार्जर कहीं खो जाए या ख़राब हो जाये तो हमेशा ओरिजनल चार्जर यानी कि फ़ोन के मॉडल के अनुरूप ही चार्जर ख़रीदने का प्रयास करें। क्योंकि आपका मोबाईल उसी कंपनी द्वारा दिये गए ओरिजनल चार्जर को ही अच्छी तरह सपोर्ट करेगा। ग़लत चार्जर से आपके मोबाईल के गर्म होने अथवा उसके Functions ख़राब होने की अधिक आशंका बनी रहती है।

(5) असली Original बैटरी का प्रयोग करें
अपने स्मार्टफ़ोन के मॉडल के अनुरूप ही मेन्युफैक्चरर बैटरी का प्रयोग करने की आदत बनाएं। नई बैटरी प्रयोग में लाने से पहले वह किसी तरह की फिज़िकली डेमेज तो नहीं है जाँच लें। वर्ना बैटरी लीक होने या उसके विस्फ़ोट होने की आशंका अक्सर बनी रहती है। समय-समय पर अपने मोबाइल की बैटरी पुरानी होने पर बदलते रहें। 

(6) मोबाईल को पानी से बचायें- 
 ध्यान रखें, मोबाईल को कभी पानी से न भीगने दें। बारिश के मौसम में प्लास्टिक के कवर का प्रयोग करें। कोई नंबर डायल करते समय ईस बात का ध्यान रखें कि आपके हाथ गीले न हों। मोबाईल में पानी जाने से उसके माइक्रोफ़ोन पर बुरा असर हो सकता है। साथ ही अन्य उपकरणों का भी काम करना बंद हो सकता है।

(7) ख़तरे के संकेत को पहचानें-
अगर फ़ोन चार्ज करने के दौरान बैटरी गर्म महसूस हो रही हो अथवा किसी प्रकार की आवाज़ आ रही हो तो फ़ौरन पावर सोर्स (Charging plug) से हटा दें। संभव हो तो फ़ोन को थोड़ी देर के लिए मोबाईल को स्विच ऑफ (Switch Off) कर दें। हमेशा डिवाइस को साफ सुथरी जगह पर रखें। ज्वलनशील पदार्थों के संपर्क से बचायें। 24 घंटों में कम से कम एक बार रिस्टार्ट (Restart) कर लिया करें।

(8) चार्जिंग पर लगे मोबाईल से बात ना करें- 
अक्सर लोग चार्जिंग के दौरान ही मोबाईल से बात करने लगते हैं। जो कि दुर्घटना को ख़ुद आमंत्रित करने जैसा अपराध है। देश दुनिया में अनगिनत दुर्घटनायें समाचार में आये दिन देखने और सुनने मिलती हैं। यदि आप भी ऐसा ही करते हैं तो आइंदा के लिए सतर्क हो जाइये। 

बदलते मौसम के अनुसार हमारे मोबाईल में होने वाली समस्यायें बदलती रहती हैं। अगर हम गर्मियों के दिनों की बात करें तो आप देखेंगे कि आपके Mobile की बैटरी जल्दी ही Down हो जाती है। तो वहीं बरसात के दिनों में मोबाईल के डिस्प्ले में Problems आ जाती हैं।                                                                             
लेकिन फ़िर भी मोबाइल फ़ोन की सुरक्षा कोई बहुत कठिन बात नहीं है। आप उपरोक्त बातों का ध्यान रखकर बड़ी ही आसानी से अपने स्मार्टफ़ोन की सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं। उम्मीद है आपको हमारा यह आर्टिकल "स्मार्टफ़ोन को सुरक्षित रखने का सही तरीका" पसंद आया होगा। साथ ही ये उम्मीद कि, अब आप उपरोक्त सावधानियों का ज़रूर ध्यान रखेंगे। 

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