दोस्तों लेमन ग्रास का नाम आते ही एक ऐसे हरे भरे घास की तस्वीर आँखों के सामने उभर आती है। जिसकी ख़ुशबू मात्र से ही सारा मूड fresh हो जाता है। इसकी पत्तियों से बनी सुबह की स्वादिस्ट लेमन ग्रास चाय Lemon grass tea मिल जाये तो फ़िर क्या कहने! दिन की शुरुआत ही ख़ुशबूदार हो जाती है।
दरअसल लेमन ग्रास एक ऐसा औषधीय पौधा है जो दिखने में एकदम घास जैसा ही दिखाई देता है। बस फ़र्क़ इतना है कि यह हमारे आस पास पाए जाने वाले आम घास से लंबा होता है। इसे ज़्यादातर लोग चाय में अदरक की तरह ही प्रयोग करते हैं। इसमें औषधीय गुण जैसे एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी व एंटी-फंगल आदि होते हैं जो कि अनेक बीमारियों के संक्रमण से बचाते हैं। लेमन ग्रास का तेल (Lemon grass Oil) का उपयोग भी दवा के रूप में किया जाता है। लेमन ग्रास ऑयल का उपयोग सौंदर्य उत्पादों व पेय पदार्थों को बनाने में भी किया जाता है।
लेमन ग्रास का वैज्ञानिक नाम 'Cymbopogon Citratus' हैं। सच में ऐसा लगता है मानो वैज्ञानिकों ने भी इसके गुणों को देखते हुए इसका नामकरण किया है। नाम जितना सुंदर, काम भी उतना ही लाजवाब। आप इसकी ख़ुशबूदार पत्तियों की चाय पी लीजिए या इसके ख़ुशबूदार तेल का उपयोग कर लीजिए। आईये जानते हैं लेमन ग्रास के फ़ायदे क्या है-
लेमन ग्रास के फ़ायदे (Lemongrass benefits in hindi)
लेमन ग्रास केवल ख़ुशबू बिखेरने वाला घास ही नहीं बल्कि बहुमुखी multipurpose फ़ायदे देने वाला घास है। अनेक बीमारियों से बचाये रखने वाला यह घास सचमुच कितना फ़ायदेमंद है आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे। तो चलिए Lemon grass यानी कि Lemon grass tea और Lemon grass oil के रूप में इनके लाजवाब फ़ायदों के बारे में जानते हैं-
1. कोलेस्ट्रॉल करता है नियंत्रित-
शरीर में कोलेस्ट्रॉल को अगर कंट्रोल न किया जाए तो हृदय रोग का ख़तरा बढ़ जाता है। ऐसे में लेमन ग्रास के औषधीय गुण शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को Control कर सकते हैं और आपको परेशानी से बचा सकते हैं।
2. पाचन के लिए है बेहद फ़ायदेमंद-
लेमन ग्रास पाचन शक्ति बढ़ाने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं और पेट के अल्सर व पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं जैसे कब्ज़, हार्ट बर्न, डायरिया, अपच, पेट का फूलना, पेट दर्द और जी मचलना रोकने में मदद कर सकते हैं। यदि किसी को पेट या पाचन संबंधी परेशानी है तो वो लेमन ग्रास टी को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
3. किडनी के लिए है फ़ायदेमंद-
लेमन ग्रास में मूत्रवर्धक गुण (Diuretic Properties) पाए जाते हैं। जो आपकी किडनी के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है। लेमन ग्रास के सेवन से बार-बार पेशाब जाना पड़ता है जिसके कारण आपके शरीर के विषाक्त पदार्थ पेशाब के ज़रिए बाहर निकल जाते हैं। जिस कारण आपकी किडनी व इसके अलावा पथरी की दवाइयों में भी मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो किडनी स्टोन (पथरी) को बाहर निकालने में सहायक भूमिका निभाते हैं।
4. कैंसर के लिए है फायदेमंद-
लेमन ग्रास या लेमन ग्रास तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जो कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं का नाश कर, कैंसर से आपका बचाव करते हैं।
5. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक-
लेमन ग्रास के औषधीय गुण आपके Immunity Power को बढ़ाते हैं। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपको कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियों से बचाते हैं।
6. नींद न आने की समस्या में सहायक-
यदि आपको ठीक से नींद नहीं आती है तो इस समस्या से आराम पाने के लिए आप लेमन ग्रास तेल का उपयोग कर सकते हैं। इसके सिडेटिव (sedative) गुण आपको पूरी नींद लेने में मदद करते हैं।
7. गठिया रोग के लिए फायदेमंद-
गठिया यानी कि रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) यानी कि जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न की समस्या का होना। अगर आप भी इस तरह की किसी समस्या से परेशान हैं तो लेमन ग्रास ऑयल आपके लिए
फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। इस समस्या से आराम पाने के लिए आप Lemon grass oil से प्रभावित जगह पर मसाज कर सकते हैं।
8. डिप्रेशन में लेमन ग्रास के फ़ायदे-
अवसाद (Depression) से लड़ने में लेमन ग्रास के फ़ायदे अद्भुत हैं। लेमन ग्रास में एंटी-डिप्रेसेंट गुण होते हैं जो Depression को दूर करने में बेहद मदद करते हैं। इसे पीने से भरपूर नींद आती है। जब कभी भी आप मायूस हों, डिप्रेशन में हों तो एक कप Lemon grass tea पी सकते हैं।
9. तंत्रिका तंत्र Nervous System के लिए फ़ायदेमंद-
लेमन ग्रास के पोषक तत्व तंत्रिका तंत्र (Nervous System) के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। दरअसल इसमें मैग्नीशियम पाया जाता है जो न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग (Neurodegenerative Diseases) से बचाने में सक्षम होता है।
10. अस्थमा के लिए है फ़ायदेमंद-
लेमन ग्रास के औषधीय गुण एलर्जिक अस्थमा से बचाने में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-एलर्जिक गुण संक्रमित कोशिकाओं को आपके फेफड़ों में घुसने से रोकते हैं।
11. सर्दी ज़ुकाम दूर करने में मददगार-
चूंकि लेमन ग्रास Antibacterial और Antifungal गुणों से परिपूर्ण है। यह इम्युनिटी सिस्टम मज़बूत करने में लाजवाब है। इसलिए कफ़, फ़ीवर और ज़ुकाम आदि से लड़ने में अपनी सशक्त भूमिका अदा करता है।
12. मधुमेह के लिए लेमन ग्रास के फ़ायदे-
अगर आप मधुमेह (डायबिटीज़) से परेशान हैं तो लेमन ग्रास आपकी भरपूर मदद कर सकता है। लेमन ग्रास और उसके फूलों का प्रयोग मधुमेह के इलाज के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं जो आपके ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
13. मुहाँसों के लिए लेमन ग्रास है फ़ायदेमंद-
लेमन ग्रास आपको बेदाग़ और पिम्पल-फ्री त्वचा पाने में मदद करते हैं। इसमें एंटी-बैक्टीरियल (Antibacterial और एंटी-फंगल (Antifungal) गुण संक्रमण फैलाने वाले कीटाणुओं से लड़ते हुए उन्हें जड़ से ख़त्म कर देते हैं। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव (Oxidative) स्ट्रेस को कम करते हैं और मुँहासों को बढ़ने से रोकते हैं।
14. मच्छरों और कीड़ों को भगाने में लाभदायक-
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इसकी सुगंध जहां हमे फ्रेश कर देती है वहीं कीड़ों और मच्छरों के लिए घातक होती है। यानी कि इसकी सुगंध से मच्छर और अन्य कीड़े दूर भाग जाते हैं। आप चाहें तो इस multipurpose लेमन ग्रास के पौधे को अपने घरों में लगाकर इसकी बहुमुखी उपयोगिता का लाभ ले सकते हैं।
लेमन ग्रास की चाय कैसे बनाएं (How to make lemon grass tea in hindi)
दोस्तों आप सोच रहे होंगे लेमन ग्रास का उपयोग कैसे करें? तो हम आपको बताना चाहते हैं कि ज़्यादातर लोग चाय में प्रयोग करते हैं। हमें तो लगता है कि आपने भी इसका उपयोग कभी न कभी चाय में ही किया होगा। यानी कि आप लेमन ग्रास टी बनाना अच्छी तरह जानते होंगे।
वैसे तो आप इसे अपने जायके के अनुसार चाय में इसकी मात्रा इस्तेमाल कर सकते हैं। फ़िर भी चलिए हम अपनी तरफ़ से बता ही देते हैं कि लेमन ग्रास चाय बनाने का तरीका क्या है?
दोस्तों Lemon grass tea बनाने के लिए आपको 1 चम्मच लेमन ग्रास लेना है। फ़िर उसे 1 कप पानी में लगभग 10 मिनट तक पकाना है। आप चाहें तो स्वादानुसार उसमें अदरक वगैरह भी मिक्स कर सकते हैं। जिस तरह आप अपने लिए चाय बनाते हैं ठीक उसी तरह इसकी कुछ हरी पत्तियों को चाय में डालकर अच्छी तरह पकाकर चाय जायकेदार बना सकते है। जो कि उपरोक्त बीमारियों से सुरक्षा करने में अभूतपूर्व भूमिका अदा करती है।
लेमन ग्रास के पौधे की खेती (Lemon grass forming in hindi)
लेमन ग्रास की खेती से किसान बहुत फ़ायदे में रहते हैं। इसका कारण यह है कि लेमन ग्रास से निकलने वाले तेल की बाज़ार में अच्छी डिमांड Demand होती है। इसे कॉस्मेटिक, डिटर्जेंट साबुन, तेल और दवाई बनाने वाली कंपनियां बहुतायत में उपयोग करती हैं। यही वजह है कि किसानों में पिछले कुछ सालों में इसकी खेती करने में काफ़ी रुझान बढ़ा है।
लेमन ग्रास की खेती की ख़ासियत यह है कि इसे सूखे इलाकों में भी लगाया जा सकता है।लेमनग्रास की खेती तैयार करने का सबसे अच्छा समय मार्च-अप्रैल का होता है। इसके रोपण का समय मानसून के समय का आदर्श समय माना जाता है। वैसे तो इसकी रोपाई के लिए वही समय उपयुक्त हो जाता है जब आपके पास पानी का उपयुक्त साधन उपलब्ध हो। लेमन ग्रास की बुवाई की गहराई लगभग 2-3 सेंटीमीटर होनी चाहिए। और रोपाई करते समय पौधों के बीच लगभग 1 फीट का अंतर रखना चाहिए। ताकि पौधों का बेहतर फैलाव हो सके।
लेमन ग्रास का पौधा लगभग 6-7 महीनों के अंदर तैयार हो जाता है। फ़िर इसे किसान हर 70 से 80 दिनों में इसकी कटाई कर सकते हैं। साल भर में तक़रीबन इसकी पांच से छह बार कटाई कर ली जाती है। एक एकड़ की कटाई में लगभग 5 टन लेमन ग्रास की पत्तियां मिलती हैं।
लेमन ग्रास की खेती करने में सुगमता इसीलिये ज़्यादा है क्योंकि लेमन ग्रास का पौधा एक बार लगाने के बाद किसान को लगभग 7-8 साल तक दोबारा इस पौधे को लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। इसीलिये लेमन ग्रास के पौधे को बारहों महीने मुनाफ़ा देने वाली फ़सल भी कहा जाता है।लेमनग्रास की खेती ज़्यादा मंहगी भी नहीं है।
इस खेती की एक और ख़ास बात यह है कि इसमें अन्य फ़सलों की अपेक्षा बीमारियां भी बहुत कम लगती हैं। आयुर्वेदिक कृषि के अंतर्गत, राज्यों द्वारा लेमन ग्रास की खेती के लिए अलग-अलग सब्सिडी भी दी जाती है। लेमनग्रास की पत्तियों का स्वाद अलग तरह का होने से जानवर भी इसे नहीं खाते जिस कारण इसकी रखवाली पर ज़्यादा ध्यान नहीं देना पड़ता।
लेमनग्रास की खेती के लिये राज्य सरकारें प्रति एकड़ ₹ 2000 तक की सब्सिडी देती हैं। साथ ही डिस्टीलेशन यूनिट लगाने के लिये 50% तक की सब्सिडी प्रथक रूप से मिल जाती है। किसानों की मदद के रूप में लेमन ग्रास की खेती के लिए नाबार्ड की ओर से भी अनेक प्रकार के लोन दिये जाते हैं।
हम लेमन ग्रास का उत्पादन अगर देखें तो पायेंगे कि सालाना लगभग 1000 मैट्रिक टन लेमन ग्रास का उत्पादन किया जाता है। जबकि इस उत्पादन की तुलना में पूरी दुनिया में इसकी मांग बहुत अधिक है। इस समय हम आंकलन करें तो भारत सिर्फ ₹ 5 करोड़ तक का ही लेमन ग्रास तेल निर्यात कर पाता है। लेमन ग्रास से निकले तेल की क़ीमत भी बहुत ज़्यादा होती है। इसके बहुउपयोगी होने की वजह से आज देश-विदेश में बहुत ज़्यादा इसकी माँग बढ़ने लगी है।
दोस्तों उम्मीद है आपको हमारे इस लेख में लेमन ग्रास के फ़ायदे, केे साथ-साथ लेमन ग्रास की खेती कैसे की जाती है? के बारे मेें विस्तार से जानने मिला होगा। हम तो चले इस सुगंधित लेमन ग्रास की पत्तियों की चाय का जायका लेने!! क्या आप भी इस लेमन ग्रास की ख़ुशबूदार चाय का स्वाद लेना पसंद करेंगे!! मिलते हैं किसी और दिलचस्प आर्टिकल के साथ!!
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