चाय बनाते समय अदरक का इस्तेमाल कैसे करें जिससे पूरी अदरक का स्वाद भी आ जाये और अदरक का पूर्ण उपयोग भी हो जाए?

जानिए अदरक की चाय बनाने का तरीका | अदरक की चाय कैसे बनाई जाती है?

दोस्तों सबसे पहले तो आप हमें यह बताएं कि क्या आपको अदरक वाली चाय पसन्द है? वैसे अदरक वाली चाय पीना हर कोई पसंद करता है। सुबह-सुबह अदरक वाली चाय मिल जाए तो मानो पूरा दिन ही बन जाता है। ठंड की बात करें तो इस मौसम में अदरक के बिना चाय पीने के बारे में सोचना ही पाप है।

अदरक की चाय कैसे बनाएं?

चाय में अदरक डालने से क्या होता है? वैसे तो अदरक की चाय सिरदर्द ठीक करने के लिए बेहद फ़ायदेमंद होती है। सिरदर्द ठीक करना हो तो अदरक की चाय बनाना आपको आना चाहिए।

 
हम बात कर रहे थे अदरक वाली चाय बनाने की। तो सोचने वाली बात यही होती है कि आख़िर अदरक वाली ज़ायकेदार चाय बनाये तो बनाये कैसे? शायद हर किसी को यही मालूम नहीं होता कि चाय में अदरक किस तरह से डालना चाहिए? कूटकर या कद्दूकस (दरदरा) कर के।आज हम इसी विषय पर बात करेंगे। 

चाय में कैसे डालते हैं अदरक? | चाय में अदरक कैसे डालते है? अदरक की चाय कैसे बनाते हैं?

कुछ महिलाएं कद्दूकस कर के अदरक डालती हैं तो कुछ महिलाएं अदरक को कूटकर चाय में डालती हैं। वैसे अगर आप किसी चाय स्टॉल्स यानि कि टी स्टॉल की चाय देखें तो पाएंगे कि वहाँ पर बनायी जाने वाली चाय में अदरक को कूटकर ही डाला जाता है।

अब आप ही सोचिए। ऐसे में यह सवाल उठना लाज़मी है। कि क्या चाय में अदरक कूटकर डालना सही है? या फ़िर कद्दूकस करके। अब तो शायद आप इस सवाल से घिर चुके होंगे कि अदरक की चाय बनाने की इन दोनों ही विधियों में स्वाद किसमें ज़्यादा आता होगा? अब आप ही सोचिए। क्या आपने पहले कभी इस बात पर ध्यान दिया है?

अच्छा चलिये अब एक काम करते हैं। बारी बारी से अदरक की चाय बनाने की इन दोनों प्रक्रियाओं को जान लेेते हैं।

(1) कद्दूकस करके अदरक डालना-
सोचा जाए तो चाय में कद्दूकस करके अदरक डालना ही सही माना जाता है। ऐसा करने से चाय में अदरक का रस ज़्यादा से ज़्यादा जाता है। इस तरह अदरक का रस बर्बाद नहीं होता है। बल्कि इससे चाय और भी स्वादिष्ट बनती है।

(2) कूटकर अदरक डालना-
जब आप छोटी ओखली या किसी बर्तन में अदरक कूटती हैं तो उसका ज़्यादातर रस बर्तन या छोटी ओखली में ही रह जाता है और चाय में कम मात्रा में जा पाता है। इसलिए अदरक को कूटकर चाय में डालना, यानि चाय के स्वाद में कमी लाना ही माना जा सकता है।

कुछ लोग लकड़ी की ओखली का इस्तेमाल अदरक कूटने के लिए करते हैं। लेकिन हम आपको बता दें कि लकड़ी के ओखली में भी अदरक का ज़्यादातर रस रह जाता है। जो कि चाय तक पहुँच ही नहीं पाता।


तो दोस्तों देखा आपने। अदरक की चाय बनाने का सही तरीका क्या है? उम्मीद है आप चाय में अदरक का सही इस्तेमाल सीखकर स्वादिष्ट चाय के साथ-साथ अदरक की बचत करना भी सीख जाएंगे। 

चाय में अदरक किस समय डालें
वैसे तो चाय में अदरक डालने का समय भी लोग अपनी आदत अनुसार तय करते हैं। लेकिन हम आपको बता दें कि चाय में चायपत्ती, शक्कर आदि के अलावा अदरक डालने का टाइमिंग भी मायने रखता है। 

सही मायने में देखा जाए तो अदरक डालने की टाइमिंग ही महत्वपूर्ण होता है चाय को ज़ायकेदार बनाने के लिए। दरअसल चाय में दूध, चायपत्ती और चीनी डालने के बाद ही अदरक डालें तो ज़्यादा बेहतर होगा। चाय में उबाल आ जाये तभी अदरक को कद्दूकस करके डालना ज़्यादा बेहतर होता है।

इस तरह से आप परफ़ेक्ट तरीक़े से अदरक की चाय बना सकते हैं। अब अदरक की चाय बनाने पर इतनी चर्चा कर ही रहे हैं तो अब यह भी जान लेते हैं कि आख़िर अदरक की चाय पीने के फ़ायदे क्या है? 


अदरक की चाय के फ़ायदे | Ginger tea benifits in hindi


अदरक की चाय पीने के फ़ायदे

अगर आप अदरक वाली चाय पीएंगे तो उसके फ़ायदे भी जानना उतना ही ज़रूरी है। चलिये हम चाय में अदरक के फ़ायदे जानने का प्रयास करते हैं।

1. पाचन क्रिया में सुधार-
अदरक की चाय पाचन के लिए बेहद फ़ायदेमंद होती है।अगर आप किसी दिन ज़्यादा खाना खा लेते हैं तो आधे घंटे बाद अदरक की चाय पीएं। आपके पेट में हल्का महसूस होने लगेगा। अदरक की चाय पीने से पेट की जलन भी दूर होती है। इसमें मौजूद विटामिन, मिनरल्स और अमीनो एसिड ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। 


2. सर्दी ज़ुकाम से राहत-
अदरक वाली चाय का सेवन करने से आपको सर्दी और इससे होने वाली बीमारियों से दूर रहने में सहायता मिलती है। वैसे भी अदरक की प्रकृति गर्म होती है। इसीलिये यह आपके शरीर में गर्माहट पहुँचाने का कार्य करता है। अदरक की चाय आलस को भी दूर भगाती है।

3. हेल्थ टिश्यू को स्वस्थ बनाये रखने में सहायक-
अदरक के कई औषधीय फ़ायदे भी हैं। ये विटामिन A, C, E और B-complex का एक बेहतकर माध्यम है। साथ ही इसमें मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, आयरन, ज़िंक, कैल्शियम और बीटा। साथ ही ये जलनरोधी, एंटीफंगल, एंटी- बैक्टीरियल और एंटीवायरल ख़ूबियों से भी भरपूर होता है। इसकी वजह से ये एक हेल्थ टिश्यू को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

4. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है-
यह आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है, जिसके कारण भी आप शीतजनित बीमारियों से बचे रहते हैं। सर्दी के कारण होने वाले सिरदर्द के लिए अदरक की चाय एक बेहतरीन इलाज है।

5. रक्तचाप को सामान्य बनाये रखने में सहायक-
यह आपके रक्तचाप को सामान्य करने में भी सहायक है। साथ ही पाचन तंत्र को बेहतर कार्य करने के लिए भी प्रेरित करती है। यह वात, पित्त और कफ़ जैसे दोषों को दूर करने में मददग़ार है।


6. माहवारी सबंधी समस्याओं में सहायक-
महिलाओं में माहवारी संबंधी समस्याओं के होने पर अदरक वाली चाय पीना बेहद फ़ायदेमंद होता है। यह रक्तसंचार को भी बेहतर करने में सहायक है। यह शारीरिक दर्द में भी लाभ देती है।

7. भूख बढ़ाने में सहायक-
भूख न लगने की शिकायत हो। तो अदरक वाली चाय पीना आपके लिए सचमुच बेहद लाभप्रद हो सकती है। अदरक भूख बढ़ाने में सहायक होता है। प्रतिदिन इसका सेवन आपको नियमित तौर पर भूख लगने और पाचन को सही करने में मदद करेगा।

उम्मीद है आपको हमारा यह अंक "चाय बनाते समय अदरक का इस्तेमाल कैसे करें?" ज़रूर पसंद आया होगा। आशा करते हैं अदरक की चाय के फ़ायदे जानकर आप अदरक का सही इस्तेमाल करना भी सीख चुके होंगे। 
- By Poonam

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