दोस्तों ज़रा सोचिए! आपका मोबाइल अचानक कहीं गुम हो जाए। आप कितने परेशान हो जाते हैं। ऐसा लगता है मानो आपकी सारी जागीर किसी ने चुरा ली हो। और क्यूँ न हो। आज के समय में मोबाइल सिर्फ़ बात करने का ज़रिया मात्र नहीं रह गया है। बल्कि अब तो यह पहले से अधिक स्मार्ट बन गया है। इसे स्मार्टफ़ोन यूँ ही नहीं कहा जाता है।
स्मार्टफ़ोन से कॉल करने के अलावा इससे मैसेज, वीडियो कॉल करना, videos देखना, game खेलना, सेल्फ़ी क्लिक करना, सोशल मीडिया पर इसका इस्तेमाल करना जैसे ढेरों काम कर सकते हैं। इसी कारण अभी एक लग्जरी माना जाने वाला फ़ोन पहले ज़रूरत बना और अब एक लत बन चुका है। इसे नोमोफ़ोबिया (Nomophobia) भी कहा जाता है। इस अंक में पढ़ेंगे how to avoid mobile addiction in hindi?
आज के समय में मोबाइल फ़ोन के बिना तो जैसे सब कुछ सुना-सुना ही समझिए। आजकल लोग स्मार्टफ़ोन का इस्तेमाल इतना ज़्यादा करते हैं कि वे ख़ुद भी नहीं समझ पाते कि इस तरह बेतहाशा मोबाइल चलाने का दुष्प्रभाव क्या हो सकता है? आजकल लोग चाहे जहाँ भी हों, अपने मोबाइल फ़ोन के साथ ही होते हैं। खाना खा रहे हों या किसी पार्टी मे हों। कहीं बैठे हों या कहीं टहल रहे हों। यहाँ तक कि कुछ लोग तो बाथरूम में भी मोबाइल के बिना नहीं जा सकते। सोचा जाए तो हम अपने हर काम के लिए अपने फ़ोन पर ही आश्रित होने लगे हैं।
सही मायने में कहा जाए तो मोबाइल की लत अब ज़रूरत से ज़्यादा बढ़ती जा रही है। लेकिन सीधे तौर पर देखा जाए तो इस एडिक्शन से छुटकारा पाना इतना मुश्किल भी नहीं है। इसके लिए आप कुछ प्रभावी कदम उठा सकते हैं। मोबाइल एडिक्शन से छुटकारा पाने के उपाय जानने से पहले आइये हम जान लेते हैं कि मोबाइल एडिक्शन के लक्षण क्या हैं?
मोबाइल एडिक्शन के लक्षण | mobile addiction symptoms in hindi
मोबाइल का उपयोग करने वालों में हम कैसे जानेंगे कि उन्हें मोबाइल की लत लग चुकी है। मोबाइल एडिक्ट होने के लक्षण निम्नलिखित हैं -
1. देर रात तक मोबाइल फ़ोन पर व्यस्त रहना और देर तक सोना।
2. सोशल मीडिया पर आ रहे है videos को घंटों देखते रहना।
3. ऐसे समय फ़ोन चलकर टाइम पास करना जब ज़रुरी काम हो।
4. बेकाम के घंटों तक सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना। जैसे- Facebook, instagram, WhatsApp आदि पर ज़रूरत से ज़्यादा वक्त बिताना।
5. अपने ज़रूरी काम के वक्त भी चैटिंग पर लगे रहना।
6. अपने ज़रूरी काम छोड़ घंटों game खेलते रहना। जैसे- pubg ने लाखों करोड़ों लोगों को mobile का एडिक्ट बना दिया।
7. सोशल मीडिया में ऐसी कई एप्स हैं जिन पर लोग दिन-दिन भर videos देखते हैं और बनाते रहते हैं। जिसमें बहुत ज़्यादा वक्त बर्बाद होता है।
8. बिना वजह फ़ोन पर लगातार व्यस्त रहना। अक़्सर यही देखा जाता है कि लोग बिना किसी उद्देश्य के अपने स्मार्टफ़ोन पर लगे रहते हैं। उन्हें ख़ुद पता नहीं होता कि वे किसलिए मोबाइल देख रहे हैं।
9. बिना किसी मतलब के फ़ोन को बार बार चेक करना। अक़्सर इस आदत के कारण हर बार चेक करने के बहाने से मोबाइल पर अच्छा ख़ासा वक़्त बर्बाद होता है।
आपने पढ़कर यह ज़रूर समझ लिया होगा कि ये सभी लक्षण मोबाइल की लत (phone addiction) को दर्शाते हैं। यदि आप भी अपने फ़ोन पर ऐसे ही लगे रहते हैं, तो समझिए आप भी फ़ोन एडिक्ट हो चुके हैं। यानि कि आपको भी मोबाइल की लत लग चुकी है।
अब एक महत्वपूर्ण सवाल यह है कि आख़िर मोबाइल के इस एडिक्शन को कैसे नियन्त्रित करें? ताकि मोबाइल का उपयोग तो हो। लेकिन यह आपके जीवन पर किसी प्रकार का विनाशक प्रभाव न डाल पाये।
समाज पर मोबाइल का प्रभाव क्या है? हम आपको बता दें कि आजकल लोग बिना फ़ोन के एक घंटा भी नहीं रह सकते। अगर ग़लती से उनका स्मार्टफ़ोन न मिले तब वे सचमुच कितने बेचैन हो जाते हैं। यह नज़ारा तो आपको अक़्सर देखने मिल ही जाता होगा।
इतना ही नहीं, फ़ोन में चाहे कोई काम हो या ना हो। फ़िर भी लोग उसके साथ घंटों अपना वक्त बर्बाद करते रहते हैं। जिस कारण उनका काफ़ी समय यूं ही नष्ट हो जाता है। तो वहीं दूसरी तरफ़ इस फ़ोन की लत से उनकी सेहत और आपसी रिश्तों, दोनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ऐसे में ज़रूरी है कि आप इस फ़ोन एडिक्शन को तोड़ने के लिए कुछ आसान टिप्स ज़रूर अपनाएँ और अपनी ज़िन्दगी को स्क्रीन से बाहर लेकर आएं। आइये जानते हैं कुछ टिप्स जिन्हें अपनाकर आप मोबाइल की लत से छुटकारा पा सकते हैं-
मोबाइल की लत छुड़ाने के उपाय | Mobile addiction se kaise dur rahe
मोबाइल का हद से ज़्यादा उपयोग करना आज की प्रमुख समस्या है। मोबाइल से छुटकारा कैसे पाएं एक चुनौती पूर्ण कार्य है। आइये जानते हैं मोबाइल की लत कैसे छुड़ाएं mobile ki lat kaise chhudaye?
1. नोटिफिकेशन ऑफ करके रखें -
ज़्यादातर लोगों के फोन में नोटिफिकेशन हमेशा ऑन होता है, जिसका परिणाम यह होता है कि लोग किसी काम में व्यस्त हों तब भी उन्हें notifications आते रहते हैं। इन्हीं notifications को चेक करने के लिए लोग अपने मोबाइल में जाते हैं। और अच्छा ख़ासा वक़्त फ़िर से बर्बाद होने लगता है। यानि एक छोटा सा notification आपका महत्वपूर्ण समय बर्बाद कर देता है। इसका एक ही उपाय है कि अपने मोबाइल का notification ऑफ रखें।
2. बिस्तर के पास मोबाइल कभी न रखें -
ज़्यादातर यही होता है कि लोग बिस्तर पर लेटे-लेटे देर रात तक मोबाइल यूज़ करते हैं। और फ़िर मोबाइल को वहीं पास में रखकर सो जाते हैं। जिसका नकारात्मक प्रभाव यह पड़ता है कि जब भी नींद खुलती है उनका हाथ मोबाइल पर automatically चला जाता है। उसके बाद लोग फ़िर से पर टाइम पास करने लग जाते हैं। हम मोबाइल को साइलेंट मोड (silent mode) पर रखकर सोने की सलाह तो नहीं दे सकते हैं। लेकिन यह ज़रूर कह सकते हैं कि सोते समय मोबाइल को अपनी पहुँच के बाहर रखने का ज़रूर प्रयास करें।
3. ख़ुद को फ़ोन से दूर रखने का प्रयास करें -
ज़रा सोचकर देखिए, जब भी आप फ्री होते हैं। तब क्या करते हैं? यही ना, कि अपना मोबाइल हाथ में लेकर कुछ भी देखने, चेक करने लग जाते हैं। आज के बाद आप ख़ुद को फ़ोन से दूर रखने का प्रयास करें। बहुत ज़रूरी हो तभी फ़ोन को हाथ लगाएं। मुझे पता है यह कठिन ज़रूर है मगर असंभव नहीं। जब भी आप ख़ाली समय में बैठें तो उस समय कुछ भी न करने की आदत विकसित करें। ऐसे वक़्त में कुछ टाइम के लिए मोबाइल हाथ में लेने से बचें। अपने दिमाग़ और शरीर को आराम देने के लिए बिना मोबाइल के शांत मन से बैठने का प्रयास करें।
4. फ़ोन को कभी-कभी स्विच ऑफ करें -
सही मायने में यह ख़ुद को अनुशासित करने का एक मुश्किल क़दम है, लेकिन अगर आप ऐसा करने में सक्षम हो जाते हैं तो समझिये आप मोबाइल की लत से ख़ुद को दूर रखने में आसानी से सफल हो सकते हैं। ऐसा करने के लिए आप कभी-कभी दोपहर में एक-दो घंटे या रात में या फ़िर वीकेंड पर छुट्टी के दिन फ़ोन को स्विच ऑफ करने की आदत विकसित करें। शुरूआत में यक़ीनन आपको थोड़ी बैचेनी होगी, लेकिन धीरे-धीरे मोबाइल की लत से आपको छुटकारा मिल जाएगा।
5. अनचाहे एप्स हटाएँ -
फ़ोन एडिक्शन को हटाने का यह भी एक कारगर तरीक़ा हो सकता है। इसके लिए आप उन एप्स को अपने मोबाइल से डिलीट कर दें जो आपका क़ीमती समय नष्ट करके रहते हैं। वास्तव में सोचा जाए तो आपको उनकी कोई ज़रूरत भी नहीं होती है। इस तरह की एप्स में गेमिंग एप्स से लेकर वीडियो एप्स भी शामिल होते हैं। इन चीज़ों से बचने का एक ही उपाय है कि आप अपने फ़ोन पर इस तरह की एप्स रखना बंद कर दें। मैं यक़ीन के साथ कह सकता हूँ कि धीरे धीरे मोबाइल की लत भी ख़ुद ब ख़ुद ख़त्म होने लगेगी।
6. सोशल मीडिया एप्स डिलीट कर दें -
रिसर्च से पता चलता है कि सोशल मीडिया यूज़र लगभग 50 से 100 बार तो सिर्फ़ इन social media apps की वजह से ही अपना मोबाइल बार-बार चेक करता रहता हैं। फ़िर आप तो जानते है कि सोशल मीडिया एप्स में जाने के बाद घंटों बीत जाने के बाद भी समय का पता नहीं चलता। बयज़ बाद में एक झुंझलाहट रह जाती है। जब आप अपने ज़रूरी काम नहीं कर पाते। इसलिए मेरी आपसे सलाह है कि जितना संभव हो सके, इन सोशल मीडिया एप्स की मोहमाया से दूर रहें।
7. ज़रूरत के हिसाब से ही नेट डाटा ऑन करें -
अक़्सर यही देखने में आता है कि लोग अपने मोबाइल का नेट डाटा हमेशा ही ऑन रखते हैं। मैं आपको बता दूँ कि नेट डाटा ऑन रखने से मोबाइल की कई एप्स, बेकग्राउंड में online चलती रहती हैं। जिस कारण आप बार-बार इन एप्स में जा जाकर चेक करने लग जाते है। परिणाम यह होता है कि आप पहले तो ख़ुद वक़्त बर्बाद करते हैं और बाद में तनाव करने लगते हैं।
8. मोबाइल से दूर रहने का एक वक़्त बना लें -
आपने मोबाइल को चेक करने का एक निश्चित समय बना लें। इमरजेंसी हो तो कोई बात नहीं। सुबह उठने के बाद और रात को सोते समय मोबाइल से दूरी बनाए रखने का निश्चित मन बना लें। ऐसा करने से आपको अपने पसंदीदा कार्यों को निपटाने का वक़्त मिल जाएगा और अन्य परेशानियों से भी बच जाएंगे। आप पढ़ रहे हैं how to leave mobile addiction in hindi?
9. रचनात्मक कार्यों में ध्यान लगाएं -
हम सभी के कुछ पसंदीदा कार्य होते है, जैसे कुछ लोगों को क़िताब पढना, तो कुछ लोगों को जिम करना अच्छा लगता है। कुछ लोगों को घूमना अच्छा लगता है। आप को जो पसंद हो उस काम में अपने आपको व्यस्त रखें। सीधे शब्दों में कहूँ तो यही कि जितना हो सके आप अपने आप को रचनात्मक कार्यों में व्यस्त रखने का प्रयास करें। मोबाइल की लत खुदबख़ुद ख़त्म हो जाएगी। फ़ोन एडिक्शन ख़त्म करने का बेस्ट तरीक़ा इससे बेहतर और कोई नहीं है।
10. अपने पास सिंपल सा फ़ोन रखें -
अगर आपको एंड्राइड मोबाइल के लायक कोई काम नहीं हो। तो आपके लिए सबसे बेहतर यही होगा कि आप सिंपल फ़ोन रखें। स्मार्ट फ़ोन में तरह-तरह के ऐप और इसके अलावा भी कई मज़ेदार चीज़ें होती हैं जिनमें समय का पता ही नही चलता। हम जानते हुए भी अपने आप को धोखा देते रहते है। मोबाइल की लत के शिकार हो चुके लोगों के लिए यह सबसे अच्छा तरीक़ा है। ऐसा करने से आप बेवजह मोबाइल के नुक़सान और अपना क़ीमती वक़्त बर्बाद करने से बच जाएँगे। आप पढ़ रहे हैं mobile ki lat ko kaise dur kare?
11. परिवार के साथ वक़्त गुज़ारें -
आज के इस आधुनिक समय में लोग अपने मोबाइल फ़ोन से बाहर कुछ देखना ही नही चाहते हैं। लोग अपने फ़ोन में इतने व्यस्त हो जाते हैं। कि परिवार को ही पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं। यदि आप चाहते हैं कि जल्द से जल्द अपने मोबाइल की लत को छोड़ दें, तो आपके लिए इसका यही एक उपाय है कि आप अपने मोबाइल फ़ोन से दूर रहें और अपना ज़्यादा से ज़्यादा समय अपने परिवार को दें।
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जब आप अपने परिवार के साथ quality time बिताएंगे, तो उनको भी अच्छा लगेगा। मैं तो यही कहना चाहुंगा कि जब भी आप अपने घर में हों, तो केवल अपने घर वालो के साथ ही रहें और अपने स्मार्टफ़ोन को अपने आप से ज़रा दूर ही रखें। क्योंकि स्मार्टफ़ोन आपके रिश्तों को धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ता।
12. दोस्तों के साथ समय बिताएँ -
अगर आप दोस्तों के साथ घूमने फ़िरने के शौक़ीन हैं तो आपके लिए यह मोबाइल एडिक्शन ख़त्म करने की तरक़ीब लाजवाब साबित हो सकती है। वह यह कि आप अपना कुछ समय अपने दोस्तों के साथ बिताना शुरू करें। जब आप अपने दोस्तों के साथ होंगे, तो उनके साथ बात करते-करते टाइम का पता भी नहीं चलेगा। इसी बहाने सही, कम से कम कुछ समय तक आप अपने स्मार्टफ़ोन से होने वाले नुक़सान से दूर तो रहेंगे।
उम्मीद है आपको यह अंक "मोबाइल की लत से छुटकारा कैसे पाएं? | How to break mobile phone addiction in Hindi" ज़रूर पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर ज़रूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें आपकी अपनी वेबसाइट chahalpahal.in के साथ।
- By Alok
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