क्या आप काटवल खाना पसंद करते हैं? जानिए काटवल खाने के लाजवाब फ़ायदे | Advantages of kakora in hindi

जानिए (काटवल/ककोरा/कंटोला/ककोड़ा/कर्टोली/बन करेला/काकोड़) के लाजवाब औषधीय फ़ायदे




दोस्तों आज की आपाधापी भरी जिंदगी में ख़ुद को स्वस्थ रखना उतना ही ज़रूरी है जितना पैसे कमाना। अक़्सर ज़िन्दगी की भागदौड़ में हम अपनी सेहत पर ध्यान देना बंद कर देते हैं। खान पान पर ध्यान दिया जाए तो आप सेहत पर भलीभांति असर देख सकते हैं। और आप तो जानते हैं कि अच्छी सेहत ही आपको लंबे समय तक खुशी दे सकती है। 

आज हम ऐसी ही एक ख़ास सब्ज़ी के बारे में बताने जा रहे हैं वो अपने आप में स्वादिष्ट होने साथ साथ कई औषधीय गुणों से भरपूर है। काटवल का वानस्पतिक नाम momordia dioice है। इसका प्रयोग आप सब्ज़ी बनाने में किया जाता है। दिखने में यह करेले से मिलता जुलता दिखाई देता है। परन्तु यह स्वाद व गुणों में करेले से पूरी तरह भिन्न है। इस लेख में हम ककोरे की सब्ज़ी के फ़ायदे (kakore ki sabzi ke fayde) बताने वाले हैं। 

इस फल के ऊपरी भाग पर छोटे छोटे कांटेदार रेशे होते हैं। अलग अलग भाषाओं में इसे अलग अलग नामों से जाना जाता है। जैसे राजस्थान में इसे किंकोदा, मराठी में काटवल (katwal) या कर्टोली (kartoli) और हिंदी में ककोड़ा (kakoda) या बन करेला (ban karela), ककोरा (kakora) या कंटोला (kantola) भी कहा जाता है। तमिल में meluku pukal, तेलुगु में udavika kara या akakara अंग्रेज़ी में इसे Spiny gourd कहा जाता है। मलयालम में ben pavel, कनाडा में karchi balli, असम में avandhya, अंग्रेज़ी में spine gourd कहा जाता है।

कई बार ऐसा होता है कि हम कई सारी ऐसी सब्ज़ियां, ऐसे फलों का सेवन करते हैं। जिनके औषधीय गुणों के बारे में हमें अधिक जानकारी नहीं होती है। लेकिन जब हम इनके आश्चर्यजनक फायदे देखते हैं तो उस फल ब्या सब्ज़ी को खाने का मज़ा 4 गुना हो जाता है। ठीक वैसे ही आपने ककोरे (kakore) खाए तो बहुत बार होंगे लेकिन आपको इसके बेहतरीन फ़ायदों के बारे में इस लेख के माध्यम आज हम बताएंगे।

विशेष रूप से बारिश के मौसम में मिलने वाली यह सब्ज़ी जुलाई से मिलना प्रारंभ हो जाती है। बात करें इसके पौधे की तो यह रेतीली ज़मीन जहां पानी कम ठहरता है। ऐसी जगह पर उगाया जाता है। मतलब इसको कम पानी वाले स्थान पर आसानी से उगाया जा सकता है। इसकी करेले के बेलों की ही तरह बेलें होती हैं। जिसे मंडा या ज़मीन के ऊपर भी फैलाकर आसानी से उगाया जा सकता है।

इनके फलों में भी नर तथा मादा दो तरह के फल होते हैं। बात करें इसके उगाने की। तो इसे बीज के द्वारा, कंद के द्वारा भी उगाया जा सकता है। कंद के द्वारा पौध लगाने से पौधे की growth भी अच्छी होती है और इसमें फल भी अच्छे लगते हैं।


ककोडा या कंटोला (kakora in hindi) स्वादिष्ट होने के साथ इतने औषधीय गुणों से भरपूर है कि इसकी मांग अब देश के साथ साथ विदेशों में भी होने लगी है। यह फल विटामिन, फ़ाइबर, पोषक तत्व एवं एंटी आक्सीडेंट तत्वों से भरपूर है। इसके इन्हीं औषधीय गुणों के कारण इसे केवल सब्ज़ी नहीं, अपितु सेहत का ख़ज़ाना कहा जाता है। आइए जानते हैं ककोरा के फ़ायदे (kakora ke fayde) के बारे में।


वन करेला के फ़ायदे | Van karela benefits in hindi | Benefits of kakora in hindi




औषधीय गुणों के रूप में देखें तो
बन करेला के फ़ायदे (ban karela ke fayde) निम्नलिखित हैं - 

1) विटामिन्स से भरपूर -
ककोरा एक मौसमी सब्ज़ी है। इसमें कई विटामिन्स पाए जाते हैं। जैसे विटामिन B1, B2, B5, B6, B9 एवं B12

इसमें पूरी विटामिन B फैमिली शामिल है। इसके साथ ही इसमें विटामिन A एवं विटामिन C और विटामिन D भी शामिल है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, ज़िंक, मैग्नीशियम, कॉपर भी पाया जाता है। अब आप ख़ुद ही समझ सकते हैं कि यह सब्ज़ी किसी मल्टीविटामिन से कम नहीं है। 

यदि सप्ताह में एक बार भी इस सब्ज़ी का सेवन करते हैं। तो आपको कई सारे महत्वपूर्ण विटामिन का कंप्लीट पैकेज मिल जाता है। जो आप कई सारी मंहगी मंहगी दवाइयों से भी नहीं पा सकते।

2) प्रोटीन व फ़ाइबर से भरपूर -
ककोरा प्रोटीन व फ़ाइबर से जैसे आवश्यक तत्वों से भरपूर है। प्रोटीन जो शरीर की कोशिकाओं की। वृद्धि एवं मरम्मत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एवं फ़ाइबर जिससे हमारे शरीर का मेटाबॉलिज़्म की क्रिया मज़बूत होती है। जिससे हमारी पाचन प्रक्रिया तंदुरुस्त होती है। फ़ाइबर मतलब रेशेयुक्त भोजन जिसके सेवन करने से हमारा पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है।  

रेशे युक्त भोजन करने से हमारा पेट अधिक समय तक भरा रहता है। जिसके कारण अधिक देर तक भूख नहीं लगती। और हम अनावश्यक खाने से बच जाते हैं। इसलिए को लोग डाइट follow करते हैं। वे भोजन में नियमित रूप से फ़ाइबर युक्त भोजन का सेवन करने की सलाह देते हैं।


3) कार्बोहाइड्रेट से परिपूर्ण -
इतने विटामिन्स एवं पोषक तत्व होने के साथ ही इसमें कार्बोहाइड्रेट की भी अच्छी मात्रा पायी जाती है। कार्बोहाइड्रेट्स के सेवन से शरीर को ताक़त व स्फूर्ति मिलती है। दैनिक जीवन में हम जो भी मेहनत का काम करते हैं। उन सबको करने के लिए हमें कार्बोहाइड्रट की ज़रूरत होती है।

4) आंखों से संबंधित समस्या करे दूर -
इसमें विटामिन A भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन A के द्वारा हमारी आंखों को कई प्रकार आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं जो आंखों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। विटामिन A की पर्याप्त मात्रा शरीर में होने से, आंखों में होने वाली विभिन्न बीमारियों एवं संक्रमण से बचा जा सकता है। आंखें हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग हैं। इसलिए इसकी देखभाल करना बहुत जरूरी है।

5) प्रेगनेन्सी में विशेष लाभ -
गर्भावस्था के शुरुआती 3 महीने विशेष होते हैं। वैसे तो प्रेग्नेंसी के पूरे 9 महीने ही विशेष होते है। लेकिन शुरुआती 3 month में जब शिशु का विकास तेज़ी से हो रहा होता है तब महिला को अपने आहार में  विटामिन, प्रोटीन एवं फोलेट से भरी हुई डाइट लेनी चाहिए। क्योंकि इस समय शिशु के अंगों का विकास तेज़ी से हो रहा होता है। इस दौरान healthy diet नहीं लेने से शिशु को कई प्रकार से नुक़सान हो सकते हैं। 



इन समस्याओं में तंत्रिका तंत्र दोष, प्रमुख रूप से शामिल है। ककोरा के फलों में फोलेट की पर्याप्त मात्रा होती है। जिसका सेवन करने से कोशिकाओं के विकास और प्रजनन तंत्र से संबंधित समस्याओं को दूर करके एक हेल्दी बेबी पाया जा सकता है।

6) ब्लड प्रेशर को करे कंट्रोल -
ककोरे के ताज़े फलों में ढेर सारे पोषक तत्व, फ़ाइबर एवं एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जिसके सेवन से हमारे शरीर का पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है। और जब पाचन तंत्र ठीक से कार्य करता है तब भोजन को अच्छी तरह पचा पाता है। आवश्यक तत्वों को शरीर के विभिन्न भागों तक पहुंचाता है। एवं अनावश्यक तत्वों को शरीर के बाहर निकालता है। तो शरीर के सम्पूर्ण अंग सुचारू रूप से कार्य करते हैं। जिस कारण शरीर के प्रत्येक भाग में रक्त का संचार नियमित एवं पूर्ण रूप से होता है।


7) बुख़ार में फ़ायदेमंद -
बुख़ार की समस्या को दूर करने में ककोरा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ककोरे की पत्तियां बुख़ार में अत्यंत ही लाभदायक साबित होती है। ककोरे की पत्तियों को उबालकर ठंडा करने के बाद, एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से बुख़ार की समस्या दूर हो जाती है।

8) किडनी स्टोन में करे फ़ायदा -
कंटोला का सेवन करने से किडनी में स्टोन की समस्या से ग्रस्त व्यक्ति भी आराम पा सकते हैं। किडनी स्टोन के लिए काटवल, किसी रामबाण से कम नहीं है।

9) कैंसर से करे बचाव -
ककोरा कैंसर से भी बचाव करने में विशेष भूमिका निभाता है। यदि ककोरा का समय समय पर सेवन करें तो कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने की शक्ति यानि कि प्रतिरोधक क्षमता प्राप्त होती है। 

10) बवासीर में फ़ायदेमंद -
ककोरा बवासीर और पीलिया जैसी बीमारियों में भी फ़ायदेमंद साबित होता है। ककोरा में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो मल त्याग करने में होने वाली समस्या से निजात दिलाते हैं। ककोरा के चूर्ण में थोड़ी सी शक्कर मिलाकर, रोज़ 2 बार सेवन करने से बवासीर की समस्या में काफ़ी लाभ मिलता है।

11) मधुमेह में रामबाण -
ककोरे के सेवन से ब्लड सुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। जिस कारण डायबिटीज़ के रोगियों के लिए रामबाण कहा जा सकता है। जिन्हें शुगर की समस्या हो। ककोरे को अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें। 

इस तरह आज के इस लेख में हमने जाना कि यह सिरदर्द, बालों का झड़ना, कान दर्द, खांसी, पेट का इंफेक्शन आदि ठीक करने में सहायक भूमिका निभाता है। ककोड़ा को विटामिन्स का खज़ाना भी कहा जाता है। क्योंकि इसमें B1, B2, B3, B5, B6, B9 और विटामिन B12 भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। देखा जाए तो इसमें पूरी B family ही आ जाती है।


उम्मीद है आप ककोरा खाने के फ़ायदे (kakora khane ke fayde) जानकर अपने दोस्तों को ज़रूर शेयर करेंगे। ताकि आपसे जुड़े लोग भी बन करेला के फ़ायदे हिंदी में (ban karela ke fayde in hindi) भलीभांति जान सकें और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकें।
(- By Poonam)

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