सर्दियों में बुजुर्गों की देखभाल कैसे करें, ठंड के मौसम में बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें, सर्दियों में बुजुर्ग माता पिता की देखभाल कैसे करें, (Sardiyon me bujurgon ki dekhbhal kaise karen, thand ke dino me bade buzurgon ka dhyan kaise rakhen)
दोस्तों ठंड का मौसम अब शुरू हो चुका है। तापमान के कम होने से कई तरह की बीमारियों का ख़तरा भी बढ़ने लगा है। ख़ासकर ऐसे लोगों के लिए ये मौसम बड़ा ही रिस्की साबित होता है जिनका इम्यूनिटी पॉवर कमज़ोर होता है। और आप तो जानते ही हैं कि बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी अपेक्षाकृत कमज़ोर होती है।
सर्दियों के मौसम में बच्चों का ध्यान रखने के साथ साथ इस बढ़ती ठंड में बुजुर्गों का ध्यान रखना भी उतना ही ज़रूरी होता है। क्योंकि ठंड के कारण उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। सर्दियों में ठंड का असर बुजुर्गों के जोड़ों, श्वसन प्रणाली, हृदय रोग, रक्तचाप और इम्यूनिटी पर भी पड़ता है।
परिणाम यह होता है कि वे सर्दी, खांसी, जोड़ों के दर्द श्वसन की समस्या, हार्ट की समस्या, रक्तचाप, बीपी की समस्या आदि से ग्रसित हो जाते हैं। इसलिए ठंड के दिनों में बुजुर्गों की देखभाल एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील कार्य है। निसंदेह इन दिनों बुजुर्गों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है ताकि वे इस मौसम का आनंद भी उठा सकें और स्वस्थ भी रह सकें।
इस लेख में हम ठंड के मौसम में बुजुर्गों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव साझा कर रहे हैं जो उनकी देखभाल में सहायक साबित हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि सर्दियों में बुजुर्गों का ध्यान कैसे रखें।
ठंड के दिनों में बुजुर्गों की देखभाल कैसे करें (How to take care of the elderly in cold days in hindi)
बढ़ती ठंड में घर के बुजुर्गों का ध्यान (thand me ghar ke bujurgon ka dhyan) रखने के तरीक़े निम्नलिखित हो सकते हैं -
1. गर्म कपड़ों का प्रयोग -
बुजुर्गों के लिए ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनना अत्यंत आवश्यक है। शरीर को ठंड से सुरक्षित रखने के लिए उन्हें ऊनी कपड़े, जैकेट, टोपी, मफ़लर दस्ताने और मोज़े पहनने की सलाह दी जाती है। रात को सोते समय गर्म कपड़े पहनने के साथ-साथ मोटे कंबल या रज़ाई का भी उपयोग करें ताकि शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने और ठंड के असर को कम रखने में मदद मिल सके।
शरीर को पूरी तरह ढक लेने से बुजुर्गों का शरीर गर्म बना रहता है। इसके अलावा हल्के व सूती कपड़ों के ऊपर ऊनी कपड़े पहनना भी फ़ायदेमंद साबित होता है। इससे शरीर में गर्माहट बनी रहती है और त्वचा में खुजली या जलन भी महसूस नहीं होती।
2. संतुलित और पौष्टिक आहार -
ठंड के मौसम में बुजुर्गों को अपने आहार पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। सर्दियों में बुजुर्गों को ऐसा आहार दें जो उनकी इम्यूनिटी को मज़बूत करे और उन्हें सर्दी से सुरक्षित रखें। उनकी डाइट में सुपाच्य और गर्म खाद्य पदार्थ जैसे सूप, हल्दी वाला दूध, शकरकंद, गाजर, पालक, मूली और हरी सब्ज़ियों का सेवन बढ़ाएं। सूखे मेवे जैसे- बादाम, अखरोट, काजू आदि भी शामिल करें।
इसके अलावा तुलसी, अदरक, लहसुन, हल्दी जैसे मसाले भी ठंड से लड़ने में सहायक होते हैं। उनका आहार संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए। गर्म भोजन और ताज़े फल, सब्जियाँ, सूखे मेवे और दालें बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित होते हैं। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
3. घर के तापमान का ध्यान रखें
बुजुर्गों के लिए घर के अंदर का तापमान संतुलित और आरामदायक होना आवश्यक है। कमरे को गर्म रखने के लिए हीटर या ब्लोअर का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन इसका अत्यधिक प्रयोग भी नहीं करना चाहिए। कमरे में नमी बनाए रखने के लिए आप ह्यूमिडिफायर का उपयोग भी कर सकते हैं ताकि उन्हें सांस लेने में दिक्कत न हो।
बुजुर्गों का बिस्तर भी गर्म रखना चाहिए। इसके लिए उनके बिस्तर के लिए मोटा कंबल या रजाई इस्तेमाल करना चाहिए। सर्दियों की ठंडी हवा को रोकने के लिए खिड़कियों और दरवाजों को अच्छी तरह से बंद करें। ताकि बाहर की ठंडी हवा, घर के कमरों में सीधे प्रवेश न करे। यह भी सुनिश्चित करें कि कमरे में हवा आने-जाने का हल्का इंतज़ाम भी हो।
4. पानी और तरल पदार्थों का सेवन
सर्दियों के मौसम में प्यास कम लगती है, लेकिन शरीर को हाइड्रेटेड रखना बेहद आवश्यक है। पानी की कमी से बुजुर्गों के शरीर में थकावट, सिरदर्द और त्वचा पर रूखापन हो सकता है। इसलिए ठंड के दिनों में पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। ठंड में शरीर को गरम रखने के लिए उन्हें नियमित अंतराल पर तरल पदार्थों का सेवन जैसे- गर्म सूप, हर्बल चाय, अदरक या तुलसी का काढ़ा, नारियल पानी या गर्म पानी पीने के लिए प्रेरित करें। इससे उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर बनी रहेगी और उन्हें ठंड से भी राहत मिलेगी।
5. ठंड में घर के बाहर जाने से बचें -
ठंड में बुजुर्गों को जितना हो सके, घर के बाहर जाने से बचना चाहिए, ख़ास तौर पर सुबह और शाम के समय। जितना संभव हो घर के अंदर ही गरमाहट बनाए रखने का प्रयास करें। इन दिनों बाहर की ठंडी हवा बुजुर्गों के लिए बेहद नुक़सानदायक होती है। नाक, कान और त्वचा के ज़रिए ये कड़कड़ाती ठंडी हवा शरीर में नकारात्मक प्रभाव डालती है।
6. त्वचा की देखभाल -
ठंड के दिनों में त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। बात अगर बुजुर्गों की हो तो उनकी त्वचा बहुत ज़्यादा रूखी हो जाती है। जिससे खुजली और त्वचा में जलन की समस्या हो सकती है। इसलिए उन्हें मॉइस्चराइज़र क्रीम या ऐसा तेल लगाना चाहिए जो उनकी त्वचा को नमी प्रदान करे। नारियल का तेल, बादाम का तेल, जैतून का तेल या विटामिन ई युक्त तेल उनकी त्वचा के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है। गर्म पानी से नहाने के बजाय हल्के गुनगुने पानी से नहाना चाहिए। स्नान करने के तुरंत बाद त्वचा पर मॉइस्चराइजर या पोषक तत्व युक्त तेल लगाना चाहिए ताकि त्वचा की नमी बनी रहे।
7. सर्दियों में धूप का सेवन -
सूरज की धूप, शरीर को गर्माहट देने के साथ-साथ विटामिन D का अच्छा स्रोत होती है। यानि कि सर्दी के मौसम में धूप का सेवन करने से विटामिन डी की कमी पूरी होती है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। सर्दियों में बुजुर्गों को रोज़ाना सुबह की धूप में कुछ समय बिताने के लिए प्रोत्साहित करें।
सुबह की हल्की धूप में कुछ समय बिताने से न केवल शरीर को गर्मी मिलती है बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। यह हड्डियों को मज़बूत बनाने के साथ साथ अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं से भी बचाव में सहायक है। और तो और सुबह की धूप से। मांसपेशियों की अकड़न भी दूर होती है और पूरे दिन आप ताज़गी भर महसूस करते हैं।
8. नियमित व्यायाम कराएं -
सर्दियों में बुजुर्गों को हल्का व्यायाम करने के लिए प्रेरित करें। जैसे कि सुबह टहलना, स्ट्रेचिंग, ब्रीदिंग एक्सरसाइज़, योगासन, प्राणायाम उनके लिए बेहद फ़ायदेमंद हो सकता है। शारीरिक गतिविधियों से रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर में गर्माहट भी बनी रहती है। इससे हड्डियों और जोड़ों में अकड़न की समस्या भी कम होती है और बुजुर्ग पूरा दिन स्फूर्ति का अनुभव करते हैं।
9. संक्रमण से बचाव -
सर्दी के मौसम में संक्रमण फैलने का ख़तरा अधिक होता है। इसलिए बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। अगर वे सार्वजनिक स्थानों पर जा रहे हैं तो मास्क अवश्य पहनकर जाएं और दूसरों से उचित दूरी बनाए रखें। बाहर से आने के बाद हाथ धोएं। यदि कोई खांसी, ज़ुकाम या बुखार से पीड़ित हो, तो उनके संपर्क में आने से बचें। फ्लू के टीके लगवाने से भी कई संक्रमणों से बचना आसान हो जाता है।
10. पर्याप्त नींद अवश्य लें -
ठंड के दिनों में बुजुर्गों को पर्याप्त आराम और अच्छी नींद मिलना बेहद ज़रूरी है। शरीर को आराम देने के लिए रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद महत्वपूर्ण है। सोने से पहले गुनगुने दूध का सेवन करना लाभकारी हो सकता है। नींद की कमी से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वे अधिक थकान महसूस करते हैं। ठंड के मौसम में जल्दी सोना और सुबह देर से उठना बेहतर होता है ताकि ठंड से बचा जा सके।
11. मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें -
ठंड के मौसम में लोग अक्सर घर के अंदर ही रहते हैं, जिससे अकेलापन और अवसाद (उदास होना) जैसी समस्याएं बुजुर्गों के साथ विशेष रूप से हो सकती हैं।
ऐसी स्थिति से बचने के लिए उन्हें पारिवारिक बातचीत में शामिल करें। उनके साथ समय बिताएं। उनके लिए मनोरंजन के साधन जैसे- अच्छी किताबें, उनका पसंदीदा संगीत, टेलीविज़न आदि की व्यवस्था करें।इससे उनका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और वे तनाव से दूर रहेंगे। परिवार का साथ और प्यार उन्हें भावनात्मक रूप से भी मज़बूत बनाए रखेगा।
12. स्वास्थ्य की नियमित जांच -
बढ़ती ठंड के दिनों में बुजुर्गों के लिए अपने स्वास्थ्य का नियमित रूप से परीक्षण करवाना बेहद ज़रूरी होता है। क्योंकि ठंड के कारण शुगर लेवल, रक्तचाप और हृदय संबंधी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती है। नियमित स्वास्थ्य जांच कराने से किसी भी समस्या का समय रहते पता चल सकता है और उचित इलाज किया जा सकता है। विशेषकर जिन बुजुर्गों को पहले से कोई बीमारी है, उन्हें डॉक्टर से नियमित परामर्श लेना चाहिए और दवाइयों का सही समय पर सेवन करना चाहिए। ठंड के मौसम में कई पुरानी बीमारियाँ और भी गंभीर हो जाती हैं, इसलिए इनका ध्यान रखना ज़रूरी होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
सर्दियों में बुजुर्गों की देखभाल करना एक संवेदनशील कार्य है, जिसमें ठंड से बचाने, स्वास्थ्य की देखरेख, आहार पर ध्यान देने और उन्हें मानसिक रूप से स्वस्थ बनाए रखने पर ज़ोर दिया जाना चाहिए। इस लेख में दिए गए सुझावों का पालन करके आप निश्चित तौर पर अपने बड़े बुजुर्गों का बेहतर ध्यान रख सकते हैं।
परिवार के सदस्यों को भी ठंडी में बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए और समय-समय पर उनकी ज़रूरतों ध्यान रखना चाहिए। ठंड का मौसम अपने साथ चुनौतियाँ ज़रूर लाता है, लेकिन सही देखभाल और सावधानी भरी दिनचर्या के चलते, बुजुर्ग भी सर्दियों के मौसम का आनंद सामान्य रूप से ले सकते हैं।
"- Written by Alok"
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