क्या आप ज़्यादा तीखा खाने के शौक़ीन हैं ? तो हो जाइए सावधान | ज़्यादा तीखा खाने से बढ़ सकता है हार्ट अटैक का ख़तरा

दोस्तों शादियों का मौसम हो या त्योहारों का। परिवार में कोई ख़ास दिन हो या रिश्तेदारी में कोई आयोजन। चटपटा मसालेदार खाना तो आम बात है। बल्कि यह कहना भी अतिशयोक्ति नहीं होगा कि चटपटे मसालेदार खाने के बिना आयोजन मानो फ़ीका-फ़ीका से लगने लगता है। और फ़िर मसालेदार खाने का नाम सुनते ही मुँह में पानी आ जाना भी तो लाज़मी है जनाब। भला फ़िर कौन सोचता है कि ज़्यादा तीखा खाने से क्या नुक़सान होता है?




ख़ैर ये तो हुई बात कुछ ख़ास आयोजनों की। जहाँ पर आप चाहकर भी लगातार चटपटे और मसालेदार खाने से दूर नहीं रह सकते। लेकिन क्या आप लगातार इस तरह का खाना बर्दाश्त कर सकते हैं? मेरे ख़याल से तो शायद नहीं। क्यों, सही कहाँ न!

लेकिन मैं आपको बता दूँ कि हर किसी के खाने की अपनी अलग पसंद होती है। कुछ लोग तीखा और मसालेदार खाना खाने के शौक़ीन होते हैं तो कुछ लोग तीखा खाना पसंद नहीं करते हैं। कुछ लोग अपनी सेहत का ख़याल रखते हुए ऐसे खाने का परहेज़ भी करते हैं। तो कुछ लोग ख़ुद पर कंट्रोल किये बिना इस तरह के भोजन का लुत्फ़ उठा ही लेते हैं और अपनी सेहत बिगाड़ लेते हैं।सेहतमंद रहने के लिए जानिए कुछ विशेष गुरुमंत्र

वैसे तो मिर्ची खाना स्वास्थ्य के लिए इतना भी ख़तरनाक नहीं है। इसके फ़ायदे जैसे कि भूख नियंत्रित होना, ब्लड का सर्कुलेशन नियन्त्रित रहना, टाइप-2 डायबिटीज़ का ख़तरा कम होना, ब्लड शुगर का सामान्य रहना, शरीर में इन्सुलिन का निर्माण नियमित रूप से होना, यहाँ तक कि कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होना आदि भी शामिल है। यह भी कहा जाता है कि मिर्ची खाने से रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बनी रहती है। 


लेकिन यह तभी संभव है जब आप मिर्ची को भोजन में एक नियत मात्रा में खाएं। ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में मिर्च और मसालेदार खाने से परहेज़ करें। इसके लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि ज़्यादा तीखा खाने के क्या नुक़सान हैं? Zyada tikha khane ke kya nuksan hain? तो आइए जानते हैं।


तीखा खाने के नुक़सान (tikha khane ke nuksan)




1) बेचैनी व नींद न आने की समस्या -
इससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है। अधिक तीखा खाने से सीने व पेट में जलन की समस्या होने लगती है। फलस्वरूप मतली की समस्या, बेचैनी महसूस होने लगती है। जिस कारण अनिंद्रा की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। अगर आपके पेट में किसी प्रकार का पहले से ही घाव हो तो उसमें जलन या उसके भराव की प्रक्रिया को धीमी कर देता है।

2) हार्ट अटैक का ख़तरा -
अत्यधिक तीखा खाना मतलब दिल की बीमारी को न्यौता देना माना जाता है। तीखे मसालेदार खाने में ट्रांस फैट होता है। जो कि कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से आपका ब्लडप्रेशर प्रभावित होता है। आपके हार्ट से ब्लड के पास होने में दिक़्क़तें आने लगती हैं। फलस्वरूप ब्लड प्रेशर हाई होने लगता है। ये आपके शरीर में शुगर लेबल को भी अनियंत्रित कर देता है। सीधी भाषा में कहा जाए तो ज़्यादा तीखा खाना खाने से हार्ट अटैक का ख़तरा बढ़ जाता है।


3) पेट से जुड़ी समस्या -
इस तरह का खाना आपके पेट में अम्लों के स्त्राव को बढ़ा देता है। ज़्यादा तीखा खाने से आपकी बॉडी का PH बेलेंस बिगड़ सकता है। मिर्च में केपसाइसिन नामक तत्व पाया जाता है जो आपके शरीर में एसिडिटी की समस्या को बढ़ा सकता है। जिसके कारण पेट में जलन, मतली की समस्या, गैस की समस्या बढ़ सकती है। उल्टी, दस्त, पेट दर्द और जलन की समस्या बढ़ भी सकती है।

4) पाचन की समस्या -
ज़रूरत से ज़्यादा तीखा खाने से आपकी पाचन क्रिया पूरी तरह गड़बड़ा सकती है। दरअसल इससे आपके शरीर के गेस्ट्रिक ग्लेंड ख़राब हो सकते हैं। जो कि आपके पाचन की क्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

5) लिवर को करे डैमेज -
ज़रूरत से ज़्यादा तीखा व मसालेदार खाना खाने से आपका लिवर डैमेज हो सकता है। इससे आपको लिवर सिरोसिस जैसी बीमारी हो सकती है। लंबे समय तक तीखा खाना खाने से आपको हेपेटाइटिस व पीलिया जैसी ख़तरनाक बीमारी भी हो सकती है। सीधी भाषा में कहें तो तीखा खाने से बॉडी का नियंत्रण डगमगा जाता है।

6) एनर्जी लेबल पर भी असर -
ज़्यादा तीखा खाने से आपके एनर्जी लेबल पर भी बुरा असर पड़ता है। तीखा खाने से आप रात में चैन से नहीं सो पाते जिस कारण दिन भर सुस्त व आलसी बने रहते हैं। दिन भर के लिए आपकी एनर्जी ग़ायब सी हो जाती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी बुरा असर पड़ता है।


7) ऊतकों में सूजन की समस्या -
ज़रूरत से ज़्यादा मिर्च खाने से ऊतकों में सूजन आने लगती है जो कि आपके स्वास्थ्य के लिए कतई ठीक नहीं है। ऐसे में आप सहज ही अनुमान लगा सकते हैं कि इसके क्या-क्या दुष्परिणाम झेलने पड़ सकते हैं।

8) आँत में अल्सर की समस्या -
ज़रूरत से ज़्यादा तीखा खाने से पेट के अंदर सूजन के साथ-साथ आँतों में अल्सर की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। जिसके भयावह दुष्परिणाम देखने मिल सकते हैं।

9) गुस्सा व चिड़चिड़ापन होना -
अत्यधिक तीखा खाने के कारण आपका ब्लड प्रेशर हाई बना रहता है। ज़्यादा से ज़्यादा टाइम आप सीने में जलन, हाई ब्लड प्रेशर, पेट में जलन आदि से परेशान रहेंगे तो यह स्वाभाविक है कि इसका दुष्प्रभाव आपने मन मस्तिष्क पर भी पड़ेगा। परिणाम स्वरूप आप कुंठित स्वभाव, गुस्सैल व चिड़चिड़ेपन की समस्या से ग्रसित हो सकते हैं।

10) बढ़ सकता है मोटापा -
ज़्यादा खाने से आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा होने लगता है। जिसका परिणाम यह होता है कि इससे खाना पचाने में दिक़्क़त होने लगती है। दरअसल ज़्यादा तीखे व मसालेदार खाने में केलोरीज़ ज़्यादा होती है। जिससे एक्स्ट्रा फैट बढ़ने लगता है। जिसके चलते आप मोटापे के शिकार भी हो सकते हैं।


11) प्रेगनेंट महिलाओं के लिए नुक़सादायक -
प्रेग्नेंसी में मसालेदार खाने से परहेज़ करना चाहिए। क्योंकि वैसे भी प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। उस पर यदि तीखा और तेज़ मसालेदार खाना खाया जाये। तो ऐसे में उनके पेट में जलन, बदहज़मी व गैस की शिकायत बढ़ सकती है। जो कि उनके और पेट मे पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बेहद नुक़सानदायक हो सकता है। इसलिए उन्हें इस दौरान ज़्यादा तीखे अथवा मसालेदार खाने से बचना चाहिए।

Disclaimer यह लेख आपको सिर्फ़ सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें हम किसी प्रकार की प्रमाणिकता या पुष्टिकरण का दावा नहीं करते। महज़ आपके स्वास्थ्य और सेहत का ध्यान रखते हुए यह जानकारी आपसे साझा की गयी है। किसी प्रकार की समस्या हो तो डॉ. से सलाह लेना ज़्यादा ज़रूरी समझें।

उम्मीद है इस अंक "ज़्यादा तीखा खाने के नुक़सान | ज़्यादा मिर्च खाने के नुक़सान" में दी गयी जानकारी आपके लिए फ़ायदेमंद साबित होगी। आशा है आप tikha khana khane se nuksan जानकर अपने बेहतर स्वास्थ्य के प्रति सजग होंगे और अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए लगातार ज़्यादा मिर्च-मसालेदार खाने से बचने का प्रयास करेंगे। स्वस्थ रहिये, सुखी रहिये और अपनी रोगप्रतिरोधक क्षमता बरक़रार रखने में ख़ुद की मदद करिये।
-By Alok

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