किशमिश के फ़ायदे और साइड इफ़ेक्ट | kismis ke fayde aur nuksan in hindi

दोस्तों आपमें से ऐसे कितने लोग हैं जिन्हें किशमिश खाना बेहद पसंद है। अब ज़रा सोचिए कि किशमिश के फ़ायदे के बारे में kishmish ke fayde in hindi आपको पता चल जाये तो। तो शायद आप ख़ुशी के मारे फूले नहीं समाएंगे। फ़िर हो सकता है आप किशमिश का सेवन बड़े ही चाव से करने लगेंगे।


आपके मन में एक सवाल उठ रहा होगा कि किशमिश खाने का सही तरीका क्या है? kishmish ko kaise khana chahiye? तो आपको बता दें कि किशमिश को बिना भिगोए या भिगोकर, दोनों तरीक़ों से खाया जा सकता है। लेकिन अगर आप किशमिश को भिगोकर खाएंगे तो निश्चित रूप से यह आपकी सेहत के लिए ज़्यादा फ़ायदेमंद साबित होगा। 

किशमिश में प्रोटीन, कार्ब्स, फ़ाइबर, मैग्नीशियम, शुगर, कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम, आयरन और विटामिन सी जैसे ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं। जिनके अनेक फ़ायदे हम इस लेख में पढ़ने वाले हैं।

हेलो दोस्तों, मैं आलोक आपसे फ़िर मुख़ातिब हूँ किशमिश खाने के फ़ायदे (kismis ke fayde) लेकर। मेरे साथ बने रहिये इस लेख के साथ। मुझे यक़ीन है, इसे अंत तक पढ़ने के बाद आपको रोज़ाना किशमिश खाने का दोहरा मज़ा आने वाला है। तो चलिए बात करते हैं किशमिश खाने के फ़ायदे kishmish khane ke fayde के बारे में।

कहा भी जाता है कि प्रकृति ने हमें तंदुरुस्त होने के सभी साधन उपलब्ध कराए हुए हैं। ज़रूरत है तो बस हमें उन चीज़ों को जानने और पहचानने की। आप सभी जानते हैं कि ड्राई फ्रूट खाना हमारी हेल्थ के लिए कितना फ़ायदेमंद है। बादाम, अखरोट, अंजीर आदि में मौजूद लाजवाब विटामिंस और मिनरल हमारी बॉडी की रोज़मर्रा की ज़रूरत को किस तरह पूरा करते हैं।


किशमिश इन्हीं ड्राई फ्रूट्स में से एक है जो क़ीमत में भी कम होता है और उतना ही लोकप्रिय भी है। इसके इस्तेमाल की बात करें तो यह केवल मीठे व्यंजनों के लिए ही नहीं बल्कि अनेक जगहों पर इसे चाट में भी प्रयोग करके खाया और खिलाया जाता है।

इसके खट्टे-मीठे स्वाद के क्या कहने जनाब! यह स्वाद तो किसी भी डिश को मानो स्पेशल ही बना देता है। लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि किशमिश के क्या-क्या फ़ायदे हैं? kismis ke fayde kya kya hai? 

दोस्तों किशमिश स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी एक बेहतर स्नेक्स के रूप में जाना जाता है। अगर आप 10-12 किशमिश हर रोज़ रात व पानी में भिगो कर रख दें और सुबह उठकर खाएँ। साथ ही इसके पानी का सेवन करें। तो इससे आपके शरीर को बहुत से फ़ायदे मिलते हैं।

मुझे यक़ीन है जब आपको किशमिश के क्या फ़ायदे हैं? पता चलेगा तो ना सिर्फ़ आप इसे खाना पसंद करेंगे बल्कि इसे अपनी रेगुलर डाइट में शामिल भी करना पसंद करेंगे। तो चलिए बिना देर किए किशमिश खाने के फ़ायदे क्या हैं? kishmish khane ke fayde in hindi जानते हैं।


किशमिश भिगोकर खाने के फ़ायदे | kishmish benefits in hindi



रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में सेहतमंत बने रहने के लिए रोगप्रतिरोधक क्षमता की ज़रूरत होती है। और इसके लिए रोज़ाना भीगे हुए किशमिश के सेवन कि सलाह दी जाती है। और इसके लिए kishmish ke fayde in hindi किशमिश के फ़ायदे जानना बेहद ज़रूरी है। जो कि निम्नलिखित हैं -

1) ताक़त और स्फूर्ति के लिए
किशमिश में मौजूद नेचुरल शुगर आसानी से पच जाती है। जिससे शरीर को तुरंत ही ताक़त मिलती है। इसमें कोलेस्‍ट्रॉल नहीं होता है। इस वजह से ये दिल के मरीज़ों लिए भी फायदेमंद है। किशमिश में मौजूद प्राकृतिक फ़्रेक्टोज़ और ग्लूकोज़ उच्च मात्रा में ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं।


2) पाचन क्रिया के लिए
किशमिश के नियमित सेवन से पाचन की समस्या से राहत मिलती है। भीगी हुई किशमिश खाने से न केवल पाचन बेहतर रहता है, बल्कि पेट भी साफ़ रहता है। किशमिश फ़ाइबर से भरी होती है। इसलिए इसे प्राकृतिक डायजेशन बूस्टर भी कहा जाता है। किशमिश में मैग्नीशियम और पोटैशियम पर्याप्त रूप से पाए जाते हैं ये दोनों न्यूट्रिएंट्स हमारी बॉडी के एसिड लेवल कंट्रोल करते हैं। इससे एसिडिटी की प्रॉब्लम दूर होती है। आप पढ़ रहे हैं kismis khane ke fayde in hindi. 

3) हड्डियों को स्वस्थ और मज़बूत करने के लिए
किशमिश में पायी जाने वाली कैल्शियम की भरपूर मात्रा हड्डियों को मज़बूत बनाती है। बोरोन हड्डियों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है जो कि किशमिश में बड़ी मात्रा में मौजूद होती है। किशमिश में कैल्शियम की मात्रा भी अधिक होती है और ये सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। इसलिए भीगी हुई किशमिश खाने से हड्डियाँ स्वस्थ और मज़बूत रहती हैं।

4) अच्छी सेहत के लिए
किशमिश खाने से मोटापा कंट्रोल में रहता है। इसमें नेचुरल शुगर होती है। ऐसे में इस नेचुरल शुगर को खाने से स्वाद भी बना रहता है और बेहतर सेहत भी बनी रहती है। आप दिनभर स्फूर्ति से भरे रहते हैं। सचमुच अपनी सेहत का बख़ूबी ख़्याल रखने वालों के लिए भीगी किशमिश के फ़ायदे bhigi kismis ke fayde जानना बेहद ज़रूरी है।

5) ख़ून की कमी दूर करना
किशमिश खाने का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि इसके नियमित सेवन से शरीर में ख़ून की कमी नहीं होती। 
रोज़ाना किशमिश खाने से एनिमिया की शिक़ायत नहीं होती। किशमिश में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता है। जिससे ख़ून की कमी नहीं होती। आप में ख़ून की कमी है तो आप 8-10 किशमिश का सेवन रोज़ाना कर सकते हैं।

6) लिवर के लिए है बेहद फ़ायदेमंद
यदि हर रोज़ आप किशमिश के पानी का सेवन करेंगे तो यह आपके लिवर के लिए फ़ायदेमंद साबित होगा। किशमिश आपके लिवर को सही ढंग से निरंतर कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। साथ ही आपके मेटाबोलिज़्म के लेबल को बनाए रखने में सहायक होता है।


7) ब्लड प्रेशर करे दूर
किशमिश आपके शरीर में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है। भीगी हुई किशमिश ब्लडप्रेशर के रोगियों के लिए सबसे अधिक फ़ायदेमंद है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कि हाइपरटेंशन से बचने का एक अच्छा उपाय है।

8) वज़न बढ़ाने में मददग़ार
यदि आप दुबले पतले हैं और किसी विश्वसनीय औषधि की खोज में हैं। तो समझो आपकी यह तलाश अब ख़त्म हुई।  दरअसल किशमिश फ्रक्टोज़ और ग्लूकोज़ से भरपूर होती है। जो आपके शरीर का वज़न बढ़ाने में मदद कर सकती है। कमज़ोर शरीर वाली महिलाओं के लिए यह एक रामबाण औषधि है। रोज़ाना किशमिश खाने से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है और हेल्दी तरीक़े से आपका वज़न भी बढ़ता है। इसमें एनर्जी बढ़ाने की ग़ज़ब की क्षमता होती है।

9) कब्ज़ दूर करने में सहायक
किशमिश को भिगोकर नियमित रूप से खाने से कब्ज़ की समस्या से जल्द ही छुटकारा मिलता है। अगर आपको कब्ज़, एसिडिटी और थकान की समस्या है। तो यह आपके लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकती है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से जल्द आपको फ़ायदा नजर आएगा।

10) इम्युनिटी मज़बूत करने के लिए
भीगी हुई किशमिश खाने से इम्युनिटी पॉवर immunity power बढ़ाया जा सकता है, क्योंकि इसमें अच्छी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। दरअसल भीगे हुए किशमिश में सभी तरह के पौष्टिक तत्व उपलब्ध होते हैं जिसके सेवन से आपका इम्यूनिटी पावर बूस्ट होता है।इसलिए रोज़ाना भीगी हुई किशमिश का सेवन करना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद माना जाता है। 

11) एनीमिया के रोगियों के लिए फ़ायदेमंद
किशमिश आयरन का बेहतरीन स्रोत होता है। इसमें बी-
कॉम्प्लेक्स, विटामिन की उच्च मात्रा होती है। साथ ही किशमिश में तांबा (coper) भी पाया जाता है जिससे लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल्स) के बनने में हेल्प मिलती है। इसलिये यही सलाह दी जाती है कि जिन्हें एनिमिया की समस्या अक़्सर होती रहती हो, उन्हें रोज़ाना किशमिश को भिगोकर खाना शुरू कर देना चाहिए।


12) बढ़ती उम्र के असर को करे दूर
किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स बढ़ती उम्र का असर कम करने में बेजोड़ भूमिका निभाते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाये जाते हैं। इससे स्किन इन्फेक्शन का ख़तरा भी टलता है।

13) मुंह की बदबू दूर करने में सहायक
किशमिश की एक ख़ासियत यह भी है कि इसके सेवन से मुंह से आ रही बदबू को भी ख़त्म किया जा सकता है। अगर किसी महिला या पुरूष को मुंह से दुर्गन्ध आने की शिक़ायत रहती हो तो उन्हें किशमिश का उपयोग अवश्य ही करना चाहिए।

14) याददाश्त मज़बूत करने में सहायक
किशमिश में फॉस्फोरस, केल्शियम और पोटेशियम पाया जाता है। जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करता है। बच्चों को किशमिश खिलाने से मस्तिष्क को पोषण मिलता है और याददाश्त मज़बूत होती है।


किशमिश खाने के नुक़सान | kishmish khane ke nuksan in hindi | kismis ke side effects



भीगी हुई किशमिश में कैलोरी बहुत ज़्यादा होती है। साथ ही इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि इसे ज़्यादा मात्रा में ना लें। वरना आपको किशमिश के फ़ायदों के बजाय ज़्यादा किशमिश खाने के नुक़सान (zyada kishmish khane ke nuksan) झेलने पड़ सकते हैं।

अत्यधिक मात्रा में किशमिश का सेवन करने से निम्न नुक़सान kishmish ke side effects हो सकते हैं -

1) किशमिश का अधिक सेवन करने से डायरिया, उल्टी या फ़िर बुख़ार जैसी दिक़्क़त हो सकती है।

2) अत्यधिक किशमिश के सेवन के परिणामस्वरूप किसी व्यक्ति को सांस लेने में भी दिक़्क़त हो सकती है।

3) किशमिश में कैलोरी की मात्रा ज़्यादा होती है। ऐसे में अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं या वेट लॉस डाइट पर हैं तो आपको सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए।

4) किशमिश में ट्राइग्लिसराइड्स पाया जाता है। इसलिए ज़्यादा किशमिश खाने से आप हार्ट डिज़ीज़, फ़ैटी लिवर और डायबिटीज़ जैसी बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।

5) अधिक मात्रा में किशमिश का सेवन करने से आपकी पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ सकता है। 

6) पानी पीए बिना किशमिश का अधिक सेवन करने से आपको डिहाईड्रेशन, अपच और अन्य पेट संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

7) किशमिश में शुगर और कैलोरी की मात्रा काफ़ी अधिक पाई जाती है इसलिए ज़्यादा खाने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।

8) किशमिश खाने से कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में ज़्यादा मात्रा में  किशमिश खाने से आपको स्किन रैशेज या त्वचा में खुजली हो सकती है।


आपने अभी देखा कि किशमिश के फ़ायदे तभी लिए जा सकते हैं। जब आप इसका सेवन पूर्ण जानकारी और नियंत्रण के साथ करते हैं। इसलिए मेरे ख़याल से किशमिश के फ़ायदे और खाने का तरीक़ा, दोनों ही आपको अच्छी तरह पता होने चाहिए। तो चलिए हम जान लेते हैं कि किशमिश खाने का सही तरीका क्या है kishmish khane ka sahi tarika kya hai?


किशमिश खाने का सही तरीका | kishmish khane ka sahi tarika kya hai



इसका आसान सा तरीक़ा यह है कि आप रात में सोते समय एक कप पानी में 10-12 किशमिश भिगोकर रख दें। सुबह इस पानी को छानकर पीएं और किशमिश को अच्छी तरह चबा चबाकर खाएं। इस तरह से किशमिश में मौजूद फ़ाइबर, हमारी बॉडी के डाइजेशन को बेहतर करता है। जिससे हमारी हेल्थ अच्छी रहती हैं।

ज़्यादातर लोग किशमिश को ऐसे ही खाते हैं। लेकिन भिगोकर खाना आपके लिए ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है। हेल्थ संबंधी एक्पर्ट का कहना है कि किशमिश को भिगोकर खाना चाहिए। क्योंकि इससे उसमें एंटीऑक्सीडेंट और न्यूट्रिएंट्स की मात्रा बढ़ जाती है। किशमिश को रात भर पानी में भिगोकर रखें। ऐसा करने से आप बीमारियों से बचे रहेंगे और दिन भर ऊर्जावान भी बने रहेंगे।


किशमिश का पानी कैसे बनता हैं (How to make raisin water in hindi)


एक पैन में पानी डालें और उबाल लें। किशमिश को इसमें डालें और इसे रात भर भीगने दें। सुबह इस  पानी को छान लें और धीमी आँच पर गर्म करें। इस पानी को सुबह ख़ाली पेट पी लें। इस तरह किशमिश के पानी के फ़ायदे (kishmish ke pani ke fayde) देखकर आप हैरान रह जाएंगे।



सबसे बढ़िया किशमिश कौन सी अच्छी होती है?




आप जिन्हें नारंगी किशमिश के नाम से जानते हैं। वो हरे अंगूरों से बनायी जाती है। और काली किशमिश को काले अंगूरों से बनाया जाता है। तासीर की बात करें तो काली किशमिश की तासीर गर्म होती है। एक विशेष बात यह है कि काली किशमिश को नारंगी किशमिश की तुलना में ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।

काली किशमिश में प्रोटीन, कार्ब्स, फाइबर, शुगर, कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन और विटामिन सी जैसे अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये एनीमिया के अलावा हार्ट, बीपी, हड्डियों, पेट, बालों और त्वचा के लिए भी ज़्यादा फ़ायदेमंद साबित होती है।


संबंधित प्रश्न👇

Q.  दिनभर में कितने किशमिश खाने चाहिए?

Ans- किशमिश की मात्रा पुरुषों या महिलाओं के वज़न, उम्र और उस व्यक्ति विशेष के साथ होने वाली किसी समस्या को देखते हुए तय की जा सकती है। हालांकि एक एवरेज़ वज़न वाला व्यक्ति दिनभर में 8-10 किशमिश तो खा ही सकता है।

Q. किशमिश खाने का सही तरीक़ा क्या है?

Ans - किशमिश को रोज़ाना भिगोकर खाने से इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व दुगुने हो जाते हैं। इसलिए आप रोज़ाना रात को 10 से 20 किशमिश पानी में भिगोकर रख सकते हैं। फ़िर सुबह उठकर खा सकते हैं।

Q. किशमिश ठंडा है या गर्म?

Ans - ड्राई फ्रूट्स को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है लेकिन बादाम, अंजीर, किशमिश, खजूर और खुबानी जैसे ड्राई फ्रूट्स का सेवन गर्मियों के मौसम में नहीं करना चाहिए। क्योंकि इनकी तासीर गर्म होती है, जिससे शरीर में गर्मी ज़्यादा लगती है।


Q. क्या सर्दियों में किशमिश खाना ज़्यादा फ़ायदेमंद है?

Ans - सर्दियों में किशमिश सेहत के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद मानी जाती है। गर्मियों में इसे खाने में सावधानी बरतना चाहिए। क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।


Q. मुनक्का और किशमिश में क्या अन्तर है?

Ans. पहले तो छोटे-छोटे आकार के अंगूरों को सुखाकर किशमिश बनाया जाता है जबकि मुनक्के को बड़े और पके हुए अंगूरों को सुखाकर बनाया जाता है। किशमिश में बहुत कम मात्रा में छोटे बीज होते हैं। जबकि मुनक्का में 2 से 3 बड़े बीज होते हैं। मुनक्के में किसी भी प्रकार की खटास नहीं पाई जाती है। जबकि किशमिश थोड़े खट्टे होते भी होते हैं। जिस कारण एसिडिटी की समस्या भी हो सकती है।

उम्मीद है इस लेख को पढ़कर किशमिश खाने के फ़ायदे और उसके तरीक़े आप ज़रूर जान गये होंगे। इसलिए मैं उम्मीद करता हूँ कि किशमिश के फ़ायदे और साइड इफेक्ट्स जानकर आप इसके फायदे kishmish khane ke fayde ज़रूर उठाएँगे। वो भी पूरी सतर्कता के साथ।
- By Alok

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