नवरात्र के उपवास में कैसे रखें ख़ुद का ख़याल | नवरात्रि उपवास 2022

नवरात्र के नौ दिनों में रहें ऐसे एनर्जेटिक | नवरात्र व्रत 2022

दोस्तों बरसात का मौसम लगभग जाने को है। और भीनी भीनी ठंड आने को है। ऐसे में हिन्दू धर्म (रीति रिवाजों) के अनुसार त्यौहारों का सीज़न भी आरंभ हो जाता है। जिनमें नवरात्र का त्यौहार बड़ा ही महत्वपूर्ण है।



ऐसे में यदि त्यौहारों के बारे में बात की जाये तो इनमें सर्वश्रेष्ठ पावन त्यौहार, नवरात्र को माना जाता है। जी हाँ नवरात्रि का आरंभ हो चुका है। ऐसे में सभी अपने-अपने घरों की साफ-सफ़ाई एवं माँ भगवती की पूजा को सम्पन्न करने के लिए भरसक प्रयास करते हैं। हर कोई अपनी-अपनी आस्था तरीकों एवं विधि से पूजन करके माँ भगवती को खुश करना चाहता हैं। और माँ का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहता है। माँ भी ऐसी ही दयालु है जो अपने भक्तों पर असीम कृपा बरसाने में कोई कसर नहीं छोड़ती। जी हाँ! हम भी यही आशा करते हैं कि माँ भगवती की कृपा आप और हम पर यूँ ही बनी रहे। 

बस इन दिनों हमे थोड़ी extra care की ज़रूरत होती है। इस पर ध्यान देकर हम और अच्छे से नवरात्र को मना पाएंगे। क्योंकि अभी कोरोना का टाइम ऐसा चल रहा है। जहाँ ज़रा सी भी ग़लती हमें बहुत बड़ी समस्या में डाल सकती है। इसलिए इन टिप्स को फॉलो करके अपनी life को और भी हेल्दी बनाइये। तो आइये देखते हैं नवरात्रि उपवास के दौरान आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?


1. व्रत के दौरान तरल पदार्थ पीते रहें


व्रत के दौरान जब भी आपको लगे। थकान, कमज़ोरी या डिहाइड्रेशन लगे। आप तरल पदार्थों को अवश्य लें। इनमें आप नारियल पानी, नीबू पानी, मीठा कुनकुना दूध या फलों का रस भी ले सकते है। ये आपके लिए दुगुना और हेल्दी और लाभदायक सिद्ध होंगे। जिससे आपको fast energy भी मिल जाएगी। और आप active और energetic महसूस करेंगे। इससे आपकी थकान भी छू मंतर हो जाएगी। ये आपके उपवास को पूर्ण रूप से सात्विक भी बनाये रखेंगे।

2. व्रत में ज़्यादा हेवी एक्सरसाइज़ से बचें 


यूँ तो एक्सरसाइज़ और योगासन करना सभी के लिए बहुत ही important है। लेकिन fast के दिन में विशेष तौर पर नवरात्र के दिनों में ज़्यादा भारी भरकम व्यायाम या आसन करने से बचना चाहिए। इन दिनों आपके शरीर से अधिक पसीना या अधिक कैलोरी बर्न होने से आपको कमज़ोरी के साथ-साथ चक्कर भी आ सकते हैं। जिससे आप थकी हुई एवं उदास फील कर सकती हैं। इसलिए आप एक मेंटेन रूटीन के साथ उचित एवं आवश्यक exercise करके ख़ुद को fast उपवास में भी fit एवं active रख सकती हैं।

3. व्रत में घर का बना हुआ ही फलाहार करें

अक़्सर duty पर जाने वाले लोगों को सुबह अधिक भागदौड़ लगी रहती है। उसमें अगर नवरात्र हो तो माँ भगवती की आराधना किये बग़ैर भला किसका दिल मानेगा। सो थोड़ा बहुत लेट तो हो ही जाता है। इसलिए स्वयं के लिए बाहर से ही फलाहार बुक कर लेती हैं। जो अभी के टाइम में तो सामान्य (common) सी बात है। लेकिन यह सामान्य सी बात कब असामान्य हो जाती है। पता ही नहीं चलता। जिसके चलते हम कई बीमारियों को आमंत्रण दे चुके होते हैं। इसीलिये घर का बना हुआ हेल्दी फलाहार ही करें।


4. व्रत में रात्रि में हेवी फलाहार से बचें


व्रत में लोग दिन भर तो काम काज में समय बिताकर अपना ध्यान भटका लेते हैं। पर रात के टाइम कुछ हल्का खाने की बारी आती है। तब लोग फुल प्लेट कवरेज़ लेते हैं। means रात के फलाहार में कई लोग हेवी फलाहार जैसे- ढेर सारा ऑयली साबूदाना और आलुओं का फलाहार करते हैं। जिससे दिन भर की सात्विक diet की तो मानो बैंड ही बैज जाती है। फ़िर रात में हेवी खाने से वज़न, कोलेस्ट्रॉल, और बीमारियों के पनपने का ख़तरा बढ़ जाता है। इसलिए आप रात में हल्का-फुल्का जैसे जूस, फ्रूट्स या कम oil में पका हुआ हेल्दी स्नेक्स भी ले सकते हैं।


5. व्रत में माता के मधुर भजन गायें व सुनें


कहते हैं मधुर संगीत सुनने से मन को बहुत सुकून एवं शांति मिलती है। जी हाँ यह बात बिल्कुल सत्य है। एवं कई शोधों से इस बात की पुष्टि भी की गई है। अपनी पसंद का म्यूज़िक सुनने से आपका मन अत्यंत ही आनंदित हो जाएगा। वैसे ही आप नवरात्र में माता के मीठे भजनों को अवश्य सुनें एवं गुनगुनाएं। इससे आपके मन को शांति मिलेगी और तृप्ति भी।


6. व्रत के दौरान ज़्यादा बाहर (outgoing) जाने से बचें


व्रत के दौरान out of station यानि कि ज़्यादा बाहर घूमना या ज़्यादा दूरी तय करने से भी बचना चाहिए। ज़्यादा आवश्यक हो तभी जाना चाहिये। क्योंकि व्रत के दौरान या ख़ाली पेट रहने पर immunity रोगप्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित होती है। जिससे जल्दी बीमार होने का ख़तरा बढ़ जाता है। चूँकि बाहर जाने पर अक्सर चाय या काफ़ी की डिमांड ज़्यादा होती है जिससे हमें कई बार अपनी हाइजेनिक थीम को दांव पर लगाना पड़ता है। और हम अनचाहे ही कई बीमारियों को आमंत्रण दे देते हैं। वैसे भी इस कोरोना के दौर में सभी को अपनी सेहत का विशेष ख़्याल रखना चाहिए।

7. गरबा खेलने ज़रूर जाएं


नवरात्र में गरबा खेलने का अपना ही एक अलग महत्व और मज़ा है। रंग-बिरंगे वस्त्र पहनकर, हाथों में डांडिया लेकर मैदान में उतर जाओ, तो ऐसा लगता है मानो दिन भर की थकान ही मिट गई। सभी के चेहरे पर जो हर्षोल्लास दिखाई पड़ता है। उसकी तो कोई सीमा ही नहीं होती। आजकल तो बड़े बड़े शहरों में नवरात्रि गरबा भजन विशेष तौर पर आयोजित किये जाते हैं। इसलिए आप जब भी, जहाँ भी हों, आपका उपवास हो या ना हो, नवरात्रि का गरबा खेलने ज़रूर जाएं। इसे भी माँ का आशीर्वाद समझकर सच्चे दिल से स्वीकारें।

8. कन्याओं को भोजन अवश्य कराएं


कन्याओं को भोजन कराने की एक साधारण सी वजह ये है कि आप जब भी कुछ अच्छा कार्य करते हैं। तब आपके दिल को बहुत खुशी और सुकून मिलता है। ज़रूरी नहीं कि आप छप्पन भोग का ही प्रसाद खिलाएं। आप साधारण सी खीर अथवा हलवा पूरी का भोग लगाकर भी ज़रूरतमंद बच्चों को बाँट सकती हैं। ये भी माँ की सच्ची सेवा होती है।

9. माताओं बहनों व बेटियों का करें सम्मान


हम पुरुषों के लिए भी एक बात कहना चाहते हैं कि केवल नवरात्र में माँ-बहन-बेटियों को पूजने से बात नहीं बनेगी। माँ बहन बेटियों को उनके हक़ का सम्मान नवरात्र के अलावा बाकी दिनों में भी दिया जाये। तभी ये पूजा सच्ची कहलाएगी। क्यूँ न इस नवरात्रि से यह बात अमल में भी लायी जाए। सिर्फ़ नवरात्र में ही नहीं अपितु अन्य दिनों में भी मान-सम्मान का ध्यान रखा जाए।

ऐसा करके हम ऐसे असंख्य बेगुनाह, बेसहारा बच्चियों और महिलाओं को उनका सम्मान वापस दिलाने का अभियान प्रारंभ कर सकते हैं। जिनका जीवन उत्पीड़न, अत्याचार, शोषण, दमनकारिता आदि में दबकर नरक से भी बद्तर बन जाया करता है।

उम्मीद है आपको यह लेख "नवरात्रि के दौरान कैसे रखें अपनी सेहत का ध्यान?" अवश्य ही पसंद आया होगा। आशा करते हैं आप सभी इस नवरात्रि में सेहत का ध्यान  रखते हुए दुर्गाजी का व्रत कर अपनी मनोकामनाएं पूरी अवश्य करेंगे।

(- By Poonam)


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