गन्ने का रस पीने के फ़ायदे | Ganne ke juice ke fayde in hindi | क्या गन्ने का जूस पीने से नुकसान भी हो सकता है?

गन्ने का रस पीने से पहले जानिए ये विशेष सावधानियाँ | Ganne ke ras ke fayde aur nuksan

दोस्तों इन दिनों गर्मी अपने चरम पर है ऐसा लग रहा है। मानो सूर्य देवता का गुस्सा भी अपने चरम पर है। हर तरफ़ इस बेतहाशा गर्मी के मौसम में सभी को कुछ शीतल मधुर और तरल पेय (drink) से अपने कंठ को तरोताज़ा करने के लिए मन व्याकुल हो उठता है।



फ़िर दौर चलता है कुछ ऐसे कोल्ड ड्रिंक्स का जिन्हें पीने से लाभ मिले न मिले मगर यह तय है कि इस तरह के कोल्ड ड्रिंक्स से शरीर को कुछ न कुछ नुक़सान ज़रूर पहुँचता है।फ़िर आप सोच रहे होंगे कि अगर दुकान का डिब्बा बंद ड्रिंक न लें तो फिर क्या पीएँ जो कि प्यास भी बुझाए और सेहत के लिए फ़ायदेमंद भी साबित हो। 


तो हम आपको बता दें कि ऐसे कई जूस हैं जिन्हें पीकर आप अपनी प्यास बुझाने के साथ-साथ सेहत भी बना सकते हैं। इनमें एक है गन्ने का जूस जिसकी बात हम इस लेख में कर रहे हैं।


हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो गन्ना रस (sugarcane juice) क्षारीय होता है। इसे पीने से शरीर में एसिड लेवल कंट्रोल में रहता है। गन्ने का रस रोज़ पीना चाहिए। इससे लिवर संबंधी बीमारियों से आसानी से बचा जा सकता है। इस शीतल पेय में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम व फॉस्फोरस जैसे आवश्यक मिनरल्स व पोषक तत्व पाए जाते हैं।


गन्ना उष्ण कटिबंधीय फ़सल है। इसकी खेती भारत, ब्राजील, चीन समय विश्व के कई देशों में कई जाती है। उत्पादन के मामले में ब्राज़ील नंबर 1 पर है। और भारत नंबर 2 पर है। इतिहास में झाँककर देखें तो भारत में  प्राचीन समय से ही गन्ने की खेती की जाती रही है। 


दरअसल सनातन धर्म में सात्विक भोजन का विशेष महत्व है। भोजन में चीनी और गुड़ का ज़्यादा उपयोग किया जाता है। कुछ इतिहासकारों का तो यहाँ तक कहना है कि प्राचीन समय में प्यासे को पानी पिलाते समय पहले गुड़ खिलाया जाता था। उस समय भी गुड़ की खपत ज़्यादा थी। 

वैसे आधुनिक समय में शक्कर का प्रचलन है। फ़िर भी धार्मिक अनुष्ठानों में गुड़ का प्रयोग ज़्यादातर होता है। जबकि गर्मी के दिनों में गन्ने के जूस (गन्ने का रस) की माँग ज़्यादा होती है।

गन्ने का जूस बनाकर पीने से इसके अनेक फ़ायदे होते हैं। वैसे भी इन दिनों हर गली-मोहल्ले में गन्ने की चरखी या ठेलिया दिख जाया करती हैं। तो आप बिल्कुल भी देरी न करें। बल्कि ठंडे मीठे शीतल 1 गिलास गन्ने के रस को घूँट घूँट भर के आनद ज़रूर उठाएं।


जब आप इस जूस को पीएंगे तब मानो आपका मन प्रसन्न एवं शरीर ऊर्जावान महसूस करने लगेगा। जब भी गन्ना रस पीने जाएं उसमें पुदीना और नीबू डालना न भूलें। क्योंकि इससे गन्ने के रस के फ़ायदे और भी 4 गुना बढ़ जाते हैं। अगर आपको खटाई खाना पसंद नहीं हो तो केवल पुदीना से ही काम चला सकते है 

आप सोच रहे होंगे कि गन्ने का जूस पीने से क्या क्या फायदा होता है? तो हम बता दें कि गन्ने के जूस में पाए जाने वाले केल्शियम से हड्डियाँ मज़बूत होती है। एवं इसमें पाए जाने वाले विटामिन्स से दाँतों व मसूड़ों की समस्या भी दूर होती है। इससे रक्त का थक्का बनने में भी सहायता मिलती है। 

गन्ने का रस शक्तिशाली व लाभकारी होता है। डायबिटीज़ (मधुमेह) एवं कैंसर जैसी घातक एवं आक्रामक बीमारियों से बचाव में भी यह गन्ने का जूस (ganne ka juice) महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके रस के निरंतर सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity power) में भी वृद्धि होती है।


गन्ना रस पीने के फ़ायदे | Ganne ke juice ke fayde | Advantages of sugarcane juice in hindi




आज की पोस्ट में हम इन्हीं natural juice के बारे में बात करने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं गन्ना रस के फ़ायदे क्या हैं?

किसी भी बदलते मौसम में ख़ुद को सेहतमंद रखने के लिए इम्यून सिस्टम का बेहतर होना ज़्यादा ज़रूरी होता है। ख़ासकर कोरोना के आने के बाद इसका महत्व बढ़ गया है। इसके लिए गन्ने का रस पीना बेहतर माना जाता है। क्योंकि इम्युनिटी यानि कि रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity power) कमज़ोर होने से रोगों का ख़तरा बना रहता है।

2) कैंसर से बचाव में सहायक -
गन्ने के शीतल मधुर में आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम एवं कई आवश्यक पोषक तत्व एवं मिनरल्स पाए जाते हैं। इन सब मिनरल्स विटामिन्स एवं आवश्यक तत्वों की उपस्थिति में इसके स्वाद को अल्कलाइन यानि कि क्षारीय बनाती है। जो शरीर के लिए बहुत ही गुणकारी एवं लाभदायी है। 

इस रस में उपस्थित तत्व कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़ने में सहायता करती है। गन्ने का गुणकारी जूस विभिन्न बीमारियो से लड़ने में सहायक होता है। जिसमें कैंसर जैसी घातक बीमारी भी शामिल है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर और पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर से लड़ने में भी यह अत्यंत मददग़ार साबित होता है।

3) पाचन करे तंदुरुस्त -
गन्ने का जूस मीठा एवं शीतल होने के साथ ही अनेक गुणों से भरपूर है। गन्ने के रस में पोटेशियम की अधिकता होने के कारण यह शरीर के पाचन तंत्र को सुचारू रूप से क्रियान्वित करता रहता है। मतलब इससे शरीर का पाचन तंत्र तंदुरुत्त रहता है।



4) वज़न को करे नियंत्रित -
गन्ने के रस में फ़ाइबर पाया जाता है। यह फ़ाइबर घुलनशील होता है। जिसके कारण हमारा शरीर का वज़न संतुलित रहता है, बढ़ता नहीं है। गन्ने के रस में प्राकृतिक मिठास (natural sugar) होती है। जिसका सेवन करने से हमारे शरीर मे ख़राब या दूषित कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। एवं जब शरीर में से विषाक्त पदार्थ (toxins) बाहर निकल जाते हैं तो शरीर एकदम निरोग व स्वस्थ बन जाता है। जिससे हमें वज़न को नियंत्रित करने में काफ़ी सहायता मिलती है।

गन्ने के रस में अल्फा हाइड्रॉक्सी नाम का पदार्थ पाया जाता है। जो त्वचा (skin) से related बहुत सी समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक है। इसका सेवन करने से skin infection से त्वचा के संक्रमण में भी लाभ मिलता है। जिससे त्वचा सुंदर एवं चमकदार बनती है। 

चेहरे में कसावट आती है व झूर्रियाँ भी घटती है। यह त्वचा की कोशिकाओं को रिपेयर करने में हमारी मदद करता है। गन्ने के रस में एंटीऑक्सीडेंट व फ्लेवोनॉयड्स मौजूद होता है। जो स्किन को फ्री रेडिकल्स से पड़ने वाले प्रभाव से बचाने का काम करता है।

गन्ने के रस में आवश्यक पोषक तत्वों के कारण चेहरे में ग्लो (glow) आता है। एवं face हाइड्रेटेड एवं चमकदार  बाहत है। चेहरे में फोड़े-फुंसी व दाग़ धब्बों की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।

गन्ने का रस पीने के साथ-साथ अगर हम थोड़ा से रस चेहरे पर भी लगा लें। थोड़ी देर के लिए लगा रहने दें एवं सुखने के बाद पानी से धो लें। यह छोटा सा नुस्ख़ा कर लेने से आप देखेंगे कि आपके चेहरे में कितनी कसावट, ग्लो एवं shine आता है। जिसे देखकर ख़ुद आप भी हैरान हो जाएंगे। इस छोटी सी ट्रिक को आप भी ज़रूर आज़माएँ।  तो दोस्तों हो जाइये ready, अपने मन और तन को साफ़ एवं सुरक्षित रखने गन्ने का रस को आज़माने के लिए।

6) मधुमेह (डायबिटीज़) के लिए सहायक -
गन्ने के रस में ग्लाइसिमिक इंडेक्स जो कि अन्य पदार्थों की तुलना में कम मात्रा में पाया जाता है। इसमें फ्लेवोनॉइड्स व फेनॉलिक एंटी ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं। जिस कारण यह मधुमेह (डायबिटीज़) के रोगियों के लिए अत्यंत फ़ायदेमंद साबित होता है। 

इसके सेवन से डायबिटीज़ के मरीज़ की मीठा खाने की इच्छा भी पूरी होती है। और साथ ही शरीर को कई औषधीय गुण भी प्राप्त होते हैं। यह था diabetes में गन्ने के रस का फ़ायदा (ganne ka ras for diabetes) जिसे जानकर आप इस तरह के मर लिए अपना सकते हैं।

7) हार्ट की समस्या में सहायक -
गर्मियों में गन्ने का जूस किसी अमृत से कम नहीं है। इसके औषधीय गुणों से हार्ट के मरीज़ो को भी बहुत लाभ मिलता है। गन्ने के रस में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स जजैसे पदार्थों की मात्रा कम होती है। जिसके कारण यह शरीर मे आवश्यक चर्बी को जमा नहीं होने देता। एवं शरीर में रक्त संचार को भी नियंत्रित करता है। 


8) लिवर के लिए फ़ायदेमंद -
एक्सपर्ट की मानें तो गन्ने का रस क्षारीय होता है। इसके सेवन से शरीर में एसिड लेवल कम अथवा नियंत्रण में रहता है। इसीलिये लिवर संबंधी बीमारियों से बचने के लिए रोज़ाना गन्ने का रस पीना चाहिए। गन्ने का जूसY लिवर के लिए रामबाण बताया जाता है।

9) पीलिया रोगियों के लिए रामबाण -
कहा जाता है कि पीलिया के रोगियों के लिए गन्ने का रस किसी रामबाण से कम नहीं होता। पीलिया से ग्रसित रोगियों को ख़ाली पेट गन्ने का रस पिलाने से अद्भुत लाभ मिलता है। दरअसल गन्ने के रस में मौजूद पोषक तत्व जैसे आयरन, पोटेशियम, मिनरल्स आदि। ये सभी शरीर के पाचन को दुरुस्त रखते हैं। एवं विशेष तौर पर लिवर पर इसका ज़बरदस्त प्रभाव पड़ता है।

गन्ने के रस में ज़्यादा मात्रा में नमी होती है। जो कि आपके बालों के लिए प्राकृतिक कंडिशनर का काम करती है। गन्ने का रस, बालों का रूखापन भी दूर करता है। गन्ने के रस को आप दही के साथ मिक्स कर बालों में लगा सकते हैं। यह था बालों के लिए गन्ने के रस का फ़ायदा (ganne ka ras for hair growth) जिसे आप पढ़कर ज़रूर फ़ायदा ले सकते हैं। आपको अद्भुत प्रभाव देखने मिलेंगे।

और हम आपको बता दें कि पीलिया के रोग में सबसे ज़्यादा डेमेज लिवर ही होता है। और गन्ने का रस लिवर को मज़बूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लिवर जो कि शरीर में आवश्यक तत्वों को absorption व अनावश्यक तत्वों को शरीर से बाहर filter करके बाहर निकालने में मदद करता है। जिससे शरीर में ऊर्जा एवं स्फूर्ति बनी रहती है। एवं शरीर भी स्वस्थ एवं निरोगी बना रहता है। 

गन्ने का रस पीने का सही समय क्या है?
वैसे तो गन्ने का जूस इतना फ़ायदेमंद है कि इसे कभी भी और कहीं भी पीया जा सकता है। लेकिन फ़िर भी अगर आप आपको कोई शंका है तो किसी भी जूस को दोपहर अर्थात 12AM बाद से रात 8PM तक भी ले सकते हैं।


Disclaimer : "इस लेख में हमने गन्ने का जूस पीने के फ़ायदे (ganne ka juice peene ke fayde) से भरी  जानकारी आप तक पहुँचाने की कोशिश की है। यदि किसी को ज़्यादा परेशानी हो, तो कृपया इस पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ के सलाह ज़रूर लें।"


गन्ने का रस पीने के नुक़सान | Side effects of sugarcane juice in hindi




गन्ने का रस पीने से पहले कुछ सावधानियों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। अन्यथा गन्ने के रस के नुक़सान (ganne ke ras ke nuksan) भोगने पड़ सकते हैं। आइये जानते हैं कि गन्ने के रस के साइड इफ़ेक्ट क्या हो सकते हैं?

1) गन्ने के रस को 10-15 मिनट से ज़्यादा देर तक यूँ ही न रखे रहने दें। ऐसा करने पर यह ऑक्सीडाइज़ होना शुरू हो जाता है। जिसे पीने से संक्रमण का ख़तरा बढ़ सकता है।


2) गन्ने का रस पीने से ख़ून पतला होता है। इसलिए यदि आपको सेहत संबंधी पहले से कोई समस्या है तो बिना डॉक्टर की सलाह के गन्ने का रस पीने का शौक न करें तो आपके लिए बेहतर होगा।

3) जिस मशीन से गन्ने का जूस (ganne ka jus) निकाला जा रहा हो, वह साफ सुथरी होनी चाहिए। दरअसल इन मशीनों को जाम होने से बचने के लिए जो तेल उसमें डाला जाता है। यदि वह तेल आपके पेट में चला जाये तो आपके लिए बेहद ख़तरनाक हो सकता है।

4) इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि जहाँ आप गन्ने रस पी रहे हैं। वहाँ गन्ने साफ़ सुथरे रकहें जा रहे हैं या नहीं। उन्हें धोया जाता है या नहीं। वर्ना उस पर बैठे कीटाणु आपके पेट में जाकर आपकी तबियत बिगाड़ सकते हैं।

5) यदि पहले से ही आपको सर्दी, ज़ुकाम, खाँसी या बलग़म की समस्या हो तो गन्ने का रस ganne ka ras पीना आपके लिए और भी ख़तरनाक हो सकता है।

6) बर्फ़ मिला गन्ना रस (ganna ras) भला किसे पसंद नहीं होता। मगर हम आपको बता देना चाहते हैं कि जिस पानी से बर्फ़ जमाई जाती है वो साफ़ नहीं होता। इसलिये रस के साथ इस बर्फ़ का इस्तेमाल करने से आपके पेट में दिक़्क़त हो सकती है।

7) गन्ने के जूस में कैलोरीज़ की मात्रा ज़्यादा होती है। अक़्सर इसे लोग ज़्यादा पी लेते हैं। जो लोग अपनी फ़िटनेस का ध्यान रखते हैं उन्हें ज़्यादा मात्रा में गन्ने का जूस नहीं पीना चाहिए। अत्यधिक मात्रा में इसे पीने से आपका मोटापा बढ़ सकता है।

8) ज़्यादातर लोग गन्ने के रस को घर लाकर घंटों फ्रिज़ में रखते हैं। ताकि बाद में इत्मीनान से पी सकें। लेकिन हम आपको बता देना चाहते हैं कि कटी हुई सब्ज़ियों, फल व प्याज़ की ही तरह गन्ने का रस भी ऑक्सीडाइज़ होने लगता है। जिसे पीने से आपको फ़ूड पॉइज़निंग तक हो सकती है।

9) ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में गन्ने का रस पीने से सिर दर्द या जी मचलने जैसी शिक़ायत हो सकती है। इसलिए यदि आप सेहतमंद और दिमाग़ी संतुलन के साथ जूस का सही फ़ायदा लेना चाहते हैं तो इसे अत्यधिक मात्रा में हरगिज़ न लें।


10) आमतौर पर लोग ठेले पर बनाया गया गन्ने का रस ही लेते हैं। वैसे तो इसमें कोई बुराई भी नहीं है। बस इस बात का ध्यान रखें कि वहाँ साफ़ सफ़ाई का ध्यान रखा जाए। जो कि ज़्यादातर ठेले वाले करते नहीं। पहले से छिले हुए गन्ने रख दिए जाते हैं जिन पर मख्खियाँ भिनभिनाती रहती हैं। इस तरह की लापरवाही बरतने से बैक्टीरिया सीधे आपके पेट में पहुँचकर भारी नुक़सान पहुँचा सकते हैं।

उम्मीद है आपने इस अंक में गन्ने के रस के फ़ायदे और नुक़सान के बारे में सटीक व स्पष्ट रूप से जान लिया होगा। हम यही आशा करते हैं कि अब से आप गन्ने का रस पीकर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता ज़रूर बढ़ाएंगे। और साथ ही गन्ना रस से होने वाले साइड इफेक्ट्स का ध्यान रखते हुए इसका इस्तेमाल सावधानी पूर्वक करेंगे।
- By Poonam

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